ग्रेटर नोएडा में निवेशकों को प्रस्तावित जीबीसी का हिस्सा बनाने की तैयारी तेज

ग्रेनो के साथ ही आईआईटीजीएनएल में भी जमीन लेने का विकल्प

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में निवेश के लिए करार करने वाले निवेशकों संग प्राधिकरण की सीइओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को बैठक की। सीईओ ने कहा कि जिन निवेशकों को जमीन चाहिए वे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की स्कीमों या फिर आईआईटीजीएनएल में शीघ्र आवेदन करें। जमीन आवंटन और लीज डीड कराकर नक्शा पास करा लें। सीईओ से कहा कि वे भूखंड का नक्शा स्वीकृति तक की प्रक्रिया पूरी कर लें। प्राधिकरण की तरफ से उनको पूरा सहयोग किया जाएगा।
दरअसल, ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए शासन की तरफ से ग्रेटर नोएडा को करीब 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश कराने के साथ हिस्सा लेने लक्ष्य मिला है। प्राधिकरण की तरफ से इस लक्ष्य को प्राप्त करने लिए पुरजोर कोशिश की जा रही है। निवेशकों को भूखंड उपलब्ध कराने के लिए सीईओ रितु माहेश्वरी के निर्देश पर प्राधिकरण बिल्डर, उद्योग, संस्थागत, आईटी, वाणिज्यिक व डाटा सेंटर की स्कीमें निकाल चुका है। जीबीसी से पहले जमीन आवंटन से लेकर नक्शा पास कराने तक की प्रक्रिया को और गति देने के लिए सीईओ रितु माहेश्वरी ने मंगलवार को निवेशकों संग बैठक की। इस बैठक में लगभग 30 बडे़ निवेशकों को बुलाया गया। निवेशकों ने सीईओ के समक्ष निवेश की राह में आने वाली अड़चनों को भी उठाया। मसलन एक उद्यमी ने भूखंड पर अतिक्रमण होने की बात कही। सीईओ ने परियोजना विभाग को तत्काल अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। सीईओ ने निवेशकों से ग्रेटर नोएडा के साथ ही सीधे जमीन आवंटन के लिए आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनषिप में जमीन खरीदने का भी विकल्प सुझाया। आईआईटीजीएनएल में इंडस्ट्री के लिए ओपन एंडिड स्कीम जारी होने की भी जानकारी दी। सीईओ ने कहा कि ग्रेटर नोएडा व आईआईटीजीएनएल के इंफ्रास्ट्रक्चर को देखते हुए जमीन की दरें अधिक नहीं हैं। सीईओ ने प्राधिकरण व आईआईटीजीएनएल की तरफ से निवेशकों को हर संभव सहयोग का आश्वासन भी दिया। इस बैठक में ग्रेटर नोएडा व आसपास के औद्योगिक, वाणिज्यिक, संस्थागत, आईटी, डाटा सेंटर, रियल एस्टेट समेत अन्य क्षेत्रों के निवेशक व आवंटी शामिल हुए। इस बैठक में एसीईओ अदिति सिंह, एसीईओ मेधा रूपम, एसीईओ अमनदीप डुली, एसीईओ आनंद वर्धन, ओएसडी हिमांशु वर्मा व विशु राजा, ओएसडी एनके सिंह समेत तमाम अधिकारीगण भी मौजूद रहे।

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