5464 रसोइयों को मिलेगा आष्युमान कार्ड का लाभ
5464 रसोइयों को मिलेगा आष्युमान कार्ड का लाभ
उप्र बस्ती जिले में कार्यरत 5464 रसोइयों को आयुष्मान योजना से जोड़ने की कवायद शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर विभागीय स्तर से रसोइयों का सूची तैयार की जा रही है। आयुष्मान कार्ड बनने के बाद सरकारी और निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये का निशुल्क इलाज कराने की सुविधा मिल सकेगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के 2071 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के साथ माध्यमिक के 76 स्कूल, सहायत प्राप्त 64 स्कूल, समाज कल्याण विभाग के तीन व 14 मदरसों में अध्ययरनत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का भोजन बनाने के लिए 5464 रसोइया तैनात हैं। इन सभी का आष्युमान कार्ड बनाया जाएगा। मध्यान्ह भोजन योजना से जुड़े स्कूलों में काम करने वाले रसोइयों को आयुष्मान योजना के दायरे में लाने की योजना पर जिले में काम शुरू किया गया है। इन्हें आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कैशलेस इलाज मिल सकेगा। रसोइया लगातार आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने और कैशलेस इलाज की मांग कर रहे थे। रसोइयों को इस योजना से जोड़े जाने के बाद दूसरे चरण में उनके परिवार के सदस्यों को भी इस योजना से जोड़े जाने की तैयारी है। जिले में डीएम के निर्देश पर रसोइयों का स्कूलवार डाटा अपडेट कर लिया गया है। आष्युमान कार्ड बनाने के लिए उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देश पर विभागीय स्तर से स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा गया है। रसोइयों को इस योजना से जोड़े जाने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती होने पर पांच लाख रुपये तक कैशलेस उपचार मिल सकेगा। आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर होने के कारण रसोइयों को इस योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया है। दूसरे चरण में रसोइया के परिजनों को भी इसका लाभ दिलाया जाएगा।
बेसिक शिक्षा विभाग के 2071 प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के साथ माध्यमिक के 76 स्कूल, सहायत प्राप्त 64 स्कूल, समाज कल्याण विभाग के तीन व 14 मदरसों में अध्ययरनत कक्षा एक से आठ तक के बच्चों का भोजन बनाने के लिए 5464 रसोइया तैनात हैं। इन सभी का आष्युमान कार्ड बनाया जाएगा। मध्यान्ह भोजन योजना से जुड़े स्कूलों में काम करने वाले रसोइयों को आयुष्मान योजना के दायरे में लाने की योजना पर जिले में काम शुरू किया गया है। इन्हें आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत कैशलेस इलाज मिल सकेगा। रसोइया लगातार आयुष्मान भारत योजना से जोड़ने और कैशलेस इलाज की मांग कर रहे थे। रसोइयों को इस योजना से जोड़े जाने के बाद दूसरे चरण में उनके परिवार के सदस्यों को भी इस योजना से जोड़े जाने की तैयारी है। जिले में डीएम के निर्देश पर रसोइयों का स्कूलवार डाटा अपडेट कर लिया गया है। आष्युमान कार्ड बनाने के लिए उच्चाधिकारियों के दिशा-निर्देश पर विभागीय स्तर से स्वास्थ्य विभाग से संपर्क साधा गया है। रसोइयों को इस योजना से जोड़े जाने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती होने पर पांच लाख रुपये तक कैशलेस उपचार मिल सकेगा। आर्थिक रूप से अत्यंत कमजोर होने के कारण रसोइयों को इस योजना का लाभ देने का निर्णय लिया गया है। दूसरे चरण में रसोइया के परिजनों को भी इसका लाभ दिलाया जाएगा।
बीएसए अनूप कुमार ने बताया कि जिले में तैनात रसोइयों का आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए खंड शिक्षा अधिकारियों से विवरण मांगा गया है। इसे स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराया जाएगा। आष्युमान कार्ड बनने से उपचार में रसोइयों को सुविधा मिलेगी।