बस्ती में क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी में तीन कलाकृतिया पुरस्कृत
बस्ती में क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी में तीन कलाकृतिया पुरस्कृत
उप्र बस्ती जिले में राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग व बस्ती विकास समिति की ओर से टाउन क्लब में आयोजित क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी का समापन हुआ। कार्यक्रम के मुख्यअतिथि सीएमओ डा.आरपी मिश्रा रहे। कहा कि मानव स्वयं कला का जन्मदाता है। कला मानवीय क्रिया की एक ऐसी उपज है जिसे मनुष्य और उसका समाज धार्मिक तथा लौकिक दोनों प्रकार के अनेक उद्देश्यों के लिए प्रयोग में लाता है। जिले में कलाकृतियों की प्रदर्शनी से कलाकारों को ऊर्जा मिली है।
अकादमी और समिति की ओर आयोजित प्रदर्शनी में 13 जिलों के कलाकारों की चयनित 56 कलाकृतियां प्रदर्शित की गईं। प्रदर्शनी में तैल रंग, जल रंग, पोस्टर, एक्रेलिक, कोलाज, चारकोल, डिजिटल ग्राफिक्स, वुडकट सहित अन्य माध्यमों से बनाई गई कलाकृतियों का प्रदर्शन हुआ। समिति परिचय डॉ शिवा त्रिपाठी ने कराया। प्रदर्शनी में डॉ. रमन शर्मा, निशा सिंह, सविता राव, यासमीन अख्तर, निलय कुमार, तृप्ति श्रीवास्तव, पूजा सिंह, श्वेता वर्मा, शिविका सिंह, प्राची श्रीवास्तव, विनय राय, विष्णुदेव शर्मा, शिप्रा सिंह, महेश वर्मा, ऋतु गुप्ता, गौरव गुप्ता सहित अन्य कलाकारों को सीएमओ ने प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया। श्रीमहादेव शुक्ल कृषक इण्टर कालेज गौर के कला अध्यापक क्षेत्रीय कला प्रदर्शनी संयोजक डॉ. नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदर्शनी में कलाकारों ने अपनी प्रतिभा प्रदर्शित किया, वहीं युवा पीढ़ी को शिक्षा और संदेश देने का कार्य किया है। अकादमी का उद्देश्य कलाकारों की कलात्मक प्रतिभा को पहचानना और उनको अपनी विधा में पारंगत बनाना है। प्रदर्शनी में तीन कलाकृतियों को उप्र राज्य ललित कला अकादमी की ओर दस-दस हजार रूपये देकर पुरस्कृत किया जायेगा। गोरक्ष प्रांत संस्कार भारतीय के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि कला में सृजन की अनंत संभावनाएं हैं। इसे समृद्ध करने में समाज और प्रशासन को आगे आना चाहिए, जिससे यह कला और समृद्ध हो। समिति महिला प्रकोष्ठ जिलाध्यक्षा डॉ. शैलजा सतीश ने कहा कि इस आयोजन से नई उर्जा मिली है जिसने सभी को एक सूत्र में बांधने का संकल्प पूर्ण किया। डॉ संदीप श्रीवास्तव ने कहा कि क्षेत्रीय कला के माध्यम से कलाकारों को अपनी कलात्मक सृजन को अभिव्यक्त करने का अवसर मिला। मुख्य अतिथि ने कलाकृतियों को उतारकर कला प्रदर्शनी का समापन किया। इस मौके पर डॉ. वीरेन्द्र त्रिपाठी, डॉ. अजीत कुमार कुशवाहा, गीता कुशवाहा, प्रकाश मोहन श्रीवास्तव, प्रदीप राव, सी बी सिंह, नरेन्द्र त्रिपाठी, शुभम गुप्ता आदि मौजूद रहे।