मंडलायुक्त गोविंदराजू एनएस ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
मंडलायुक्त गोविंदराजू एनएस ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक
उप्र बस्ती जिले हर्रैया में निर्मित 100 बेड का महिला अस्पताल तीन महीने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित न किए जाने पर मंडलायुक्त गोविंदराजू एनएस ने नाराजगी व्यक्त की है। कार्यदायी संस्था को अवशेष कार्य पूर्ण करके एक सप्ताह में चिकित्सालय भवन हस्तांतरित करे। आयुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न योजनाओं पर 80 करोड़ खर्च करने की आडिट न कराए जाने पर नाराजगी जताई। आयुक्त बृहस्पतिवार को मंडलायुक्त सभागार में विभिन्न कार्यक्रमों व विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। कहा कि अस्पतालों में डाक्टरों की उपस्थिति नियमित रूप से जांची जाए। सरकारी अस्पतालों में भी उपचार की बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। समीक्षा में परियोजना नियोजन कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, जननी सुरक्षा में आशा का मानदेय न दिए जाने, स्वास्थ्य विभाग में 80 करोड़ खर्च कर उसकी आडिट न कराए जाने सहित तमाम स्थितियों पर आयुक्त ने असंतोष व्यक्त किया।
आपरेशन कायाकल्प की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि विद्यालय में किसी प्रकार की टूट-फूूट की तत्काल मरम्मत कराई जाए। जलनिगम से तकनीकी रिपोर्ट प्राप्त करके ही इण्डिया मार्क टू हैण्डपम्प रीबोर कराया जाए। आयुक्त ने रिक्त कोटा दुकानों के व्यवस्थापन कराने, सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योगों की स्थापना के लिए ऋण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त ने नयी सड़को का निर्माण, पुल का निर्माण, सोलर, फोटोवोल्टाइक सिंचाई पम्प, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, निराश्रित गोवंश को संरक्षित करना, पशु टीकाकरण एंव उनकी इयरटैगिंग, सामुदायिक शौचालय का निर्माण, राज्य औद्यानिक मिशन, वृद्धावस्था, विधवा एंव दिव्यांग पेंशन, आईसीडीएस, गन्ना मूल्य भुगतान आदि योजनाओं की समीक्षा किया तथा समय से लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया।
संचालन जेडीसी पद्मकान्त शुक्ल ने किया। इस मौके पर डीएम प्रियंका निरंजन, सिद्धार्थनगर के संजीव रंजन, सीडीओ जयेन्द्र कुमार, डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, अतुल मिश्रा, अपर निदेशक स्वास्थ्य डॉ. चन्द्रप्रकाश कश्यप, मुख्य अभियन्ता विद्युत पीयूष शुक्ला, संयुक्त निदेशक कृषि अविनाश चन्द्र तिवारी आदि मौजूद रहे।