जी 20 सम्मिट वाराणसी: दूसरे दिन डिजिटल एग्रीकल्चर एंड सस्टेनेबल एग्री वैल्यू चेन पर चर्चा, बुद्ध की उपदेशस्थली देखेंगे मेहमान, संगीत व नृत्य का उठाएंगे लुत्फ

जी 20 सम्मिट वाराणसी: दूसरे दिन डिजिटल एग्रीकल्चर एंड सस्टेनेबल एग्री वैल्यू चेन पर चर्चा, बुद्ध की उपदेशस्थली देखेंगे मेहमान, संगीत व नृत्य का उठाएंगे लुत्फ

वाराणसी। जी-20 Summit की काशी में होने वाली पहली बैठक सोमवार से नदेसर स्थित होटल में शुरू हो चुकी है। मंगलवार को दूसरे दिन की बैठक में डिजिटल एग्रीकल्चर एंड सस्टेनेबल एग्री वैल्यू चेन पर चर्चा हो रही है। बैठक में भाग लेने पहुंचे विदेशी डेलिगेट्स काशी का आध्यात्मिक वैभव, सांस्कृतिक विरासत व परंपराओं का अवलोकन अभिभूत हो गए। मंगलवार की शाम विदेशी मेहमान सारनाथ भ्रमण करने जाएंगे। यहां महात्मा बुद्ध की उपदेश स्थली देखेंगे। वहीं संगीत व नृत्य का लुत्फ उठाएंगे।
काशी में जी-20 की तीन दिवसीय बैठक का आयोजन हो रहा है। पहले दिन सोमवार की शाम मेहमानों ने गंगा आरती देखी। नमो घाट का भ्रमण किया। दूसरे दिन शाम के वक्त भगवान बुद्ध की उपदेश स्थली सारनाथ पहुंचेंगे। यहां पर संग्रहालय और स्मारक स्थल पर घोड़ऊ और मयूर लोक नृत्य देखेंगे। बुद्धा थीम पार्क में जी-20 देशों से आए मेहमानों का स्वागत मसक बीन और शैला लोकनृत्य से होगा। बुद्धा थीम पार्क में ही डिनर कराया जाएगा। डिनर के साथ ही वाद्यवृंद, उपशास्त्रीय गायन और शास्त्रीय नृत्य भी प्रस्तुत किया जाएगा।

वाराणसी विकास प्राधिकरण की ओर से नामित जी-20 के ब्रांड एम्बेसडर धर्मेंद्र त्रिपाठी ने बताया कि काशी एक पुरातन सांस्कृतिक व धार्मिक नगरी है। यहां जी-20 की पहली बैठक की शुरूआत सोमवार से ही हो चुकी है। काशी मेहमानों का स्वागत भव्य तरीके से करने के लिए विश्व में विख्यात है। शहर अद्भुत सजावट की गई है। विदेशी मेहमानों को बहुत ही आनंद का पल महसूस हो रहा है।

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