वाराणसी मंडल पर अंतर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस का आयोजन

वाराणसी ; पूर्वोत्तर रेलवे का वाराणसी मंडल यात्रियों की सुविधाओं के साथ साथ आम जनता की संरक्षा व सुरक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है । इसी क्रम में मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय के निर्देशन में तथा सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह के नेतृत्व में आज 15 जून,2023 को वाराणसी मंडल पर अंतर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस-2023 मनाया गया ।
आज अन्तर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस के अवसर पर सहायक मंडल संरक्षा अधिकारी श्री प्रदीप कुमार सिंह एवं सेफ्टी कौंसलरों द्वारा वाराणसी मंडल के वाराणसी सिटी-सारनाथ-राजवारी-औडिहार रेल खण्ड के समपार फाटकों सं-25 स्पेशल,24 स्पेशल,22 सी,21 सी,19 सी,14 सी,12 स्पेशल,9 सी,7 सी एवं 02 बी रेलवे क्रासिंगों पर दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से वाराणसी मंडल के संरक्षा संगठन द्वारा मंडल स्तर पर अभियान चलाकर आस पास के नागरिकों स्कूल एवं विद्यालयों के बच्चों को संरक्षा के प्रति जागरूक किया । रेलवे फाटकों के नजदीकी गावों, ब्लाकों,आंगनबाड़ी केन्द्रो एवं विद्यालयों में संरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से सड़क उपयोगकर्ताओं हेतु रेलवे सुरक्षा बल के साथ संयुक्त जाँच एवं काउन्सलिंग अभियान चलाया गया । इसके साथ ही मंडल के विभिन्न रेलवे क्रासिंगों के निकट संरक्षा संगठन के सदस्यों द्वारा रेलवे ट्रैक पार करने से सम्बंधित सावधानियों जैसे ट्रेन के आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए सही गेयर पर वाहन चलाने,रेलवे क्रासिंग से गुजरते समय ध्वनि विस्तारकों एवं ईयरफोन के प्रयोग नही करने तथा सुरक्षा नियमों की अनदेखी से होने वाले गंभीर परिणामो के विषय मे नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से अवगत कराकर जागरूक किया । इस दौरान ‘जीवन समय से ज्यादा मूल्यवान है, समपारों को पार करने में सावधानी बरतें‘, ‘समपारों के बन्द होने की स्थिति में उसके नीचे से न जांये‘ तथा ‘समपार खोलने के लिये गेटमैन पर अनर्गल दबाव न बनायें‘ स्लोगन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया। इन संदेशों का आकाशवाणी एवं रेडियो के एफ.एम चैनलों पर प्रसारण किया गया । इसी क्रम में 15 लाख मोबाइल उपभोक्ताओं को एस.एम.एस. के माध्यम से इन संदेशों को भेजकर जागरूक किया गया। वाराणसी मंडल के संवेदनशील एवं भीड़-भाड़ वाले समपारों के निकट क्षेत्रीय की जनता को जागरूक करने के लिये नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया । सेफ्टी काउंसलरों श्री विजय यादव,श्री अविनाश मिश्रा,श्री उपेन्द्र तिवारी,श्री निलेश, श्री शशांक शर्मा,श्री बी के सिंह एवं श्री एस एस तैसुम द्वारा अभियान चलाकर संवेदनशील रेलवे क्रासिंगों के निकट बजारों,पट्रोल पम्पों ,दुकानों एवं स्कूल/कालेजों के सड़क उपयोगकर्ताओं को (१-रुकिए २-देखिये ३-तब जाईये स्लोगन के साथ) जागरूक किया साथ ही सड़क उपयोगकर्ताओं एवं ग्रामीणों को 5000 पम्प्लेट,2100 संरक्षा बैग और 2000 संरक्षा डायरी वितरित किया गया।
उल्लेखनीय है कि वाराणसी मंडल के बड़ी लाइन पर स्थित सभी अमानवित समपारों को समाप्त किया जा चुका है तथा मानवित समपारों को विभिन्न तरीकों से बन्द किया जा रहा है । वाराणसी मंडल पर लेवल क्रॉसिंग को खत्म करने के लिए लगातार प्रयास कर किया जा रहा है। विगत वित्त वर्ष में कुल 58 लेवल क्रॉसिंग को विभिन्न माध्यमों यानी (LHS) लो हाईट सबवे , डायरेक्ट क्लोजर और मर्जर के जरिए खत्म किया गया । 2017-18 से अब तक हमने अपने रेलवे सिस्टम से 212 लेवल क्रॉसिंग को खत्म कर दिया है। रोड सेफ़्टी के कार्यों के अंतर्गत मण्डल के कुल 7 अदद मानवित समपारों की इंटरलाकिंग का कार्य पूरा किया गया है । समपारों के वाहनों के धक्के से टूटने/विफलताओं के दौरान समपारों के रिस्टोरेशन की अवधि के विलंबन को शून्य स्तर तक सुनिश्चित करने हेतु पूरे मण्डल में कुल 48 समपारों पर स्लाइडर बूम का प्रावधान किया गया है । यांत्रिक समपारों के विद्युतीकृत संचालन की सुविधा प्रदान करने के क्रम में मण्डल के 34 अदद समपारों पर इलेक्ट्रिकल लिफ्टिंग बैरियर का प्रावधान किया गया है । रोड यूजरों की सुरक्षा हेतु कुल 36 अदद समपारों पर LED आस्पेक्ट से सुसज्जित रोड यूजर सिगनलों का प्रावधान किया गया है ।
इन सबके बाद भी सतर्कता बरतने के लिए वाराणसी मंडल पर स्थित सभी समपार फाटकों पर पर्याप्त प्रकाश हेतु सोलर/विद्युत प्रकाश रखने , समपार फाटकों पर सड़क की सरफेस को सुगम रखने,गेट सिगनल को दुरुस्त रखने,दोनों दिशाओं में चेतावनी बोर्ड के स्थापन,उचित दुरी पर गति-अवरोधक बनाने, गेट मैन ड्यूटी-हट पर पर्याप्त व्यवस्था रखने,बैरियर गिरने के पूर्व एलार्म बजने ,गेट खराब होने की दशा में गेट बंद करने हेतु सेफ्टी चेन लगाने एवं चेतावनी संकेत देने ,विद्युतीकृत एवं दोहरीकृत रेल खण्ड पर कार्य करने हेतु गेट मैनों को पर्याप्त संरक्षा ज्ञान सुनिश्चित करने तथा गेट बंद हो जाने पर अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगाया जाना तय किया गया ।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान में अब मानवित यानि रक्षित समपारों को भी रोड अण्डर ब्रिज/रोड ओवर ब्रिज के माध्यम से चरणबद्व तरीके से समाप्त किया जा रहा है। इन्हीं प्रयासों का फल है कि पिछले वर्ष समपारों पर कोई भी परिणामी दुर्घटना नहीं हुई ।

 

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