गाँधीवादी विचारकों ने कहा, गाँधी विद्या संस्थान पर कब्जा लोकतंत्र पर हमला, किसी कीमत पर स्वीकार नहीं

गाँधीवादी विचारकों ने कहा, गाँधी विद्या संस्थान पर कब्जा लोकतंत्र पर हमला, किसी कीमत पर स्वीकार नहीं
नई दिल्ली। राष्ट्रीय गांधी स्मारक निधि, दिल्ली के अध्यक्ष रामचन्द्र राही, गांधी शांति प्रतिष्ठान, दिल्ली के अध्यक्ष कुमार प्रशांत, लोकतांत्रिक राष्ट्रअभियान के अध्यक्ष प्रोफेसर आनन्द कुमार, जेपी फाउन्डेशन के अध्यक्ष शशिशेखर प्रसाद सिंह और उत्तर प्रदेश सर्व सेवा संघ के अध्यक्ष राम धीरज ने कहा है कि सर्व सेवा संघ, राजघाट, वाराणसी परिसर में स्थित गाँधी विद्या संस्थान पर कब्जा केवल जमीन और भवन पर कब्जा नहीं है, यह असहमति की आवाज़ जो लोकतन्त्र की आत्मा होती है, को कुचलने की कोशिश है। हम गाँधीवादी इसे किसी कीमत पर स्वीकार नहीं करेंगे। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार इसे लेकर अपना रवैया नहीं बदलेगी तो हम इस मसले को जनता की अदालत मे ले जायेंगे।
सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के परिसर में पत्रकारों से बातचीत में गांधीवादी विचारकों ने कहा कि आज देश में दो धाराएँ चल रहीं हैं जिसमें एक है, लोकतंत्र के पक्ष में। जो लोग लोकतंत्र के पक्ष में हैं वे सभी गांधीवादी हैं। दूसरी धारा है जो लोकतंत्र के खिलाफ है। यह धारा गांधीवादी सस्थाओं, गांधीवादी विचारों और हमारी विरासतों को मिटाने में लगी है।
गाँधीवादी नेताओं ने कहा की हम लोग सरकार के इस नापाक कोशिश को किसी कीमत पर कामयाब नहीं होने देंगे। इसके लिए पूरे देश में जनजागरण अभियान चलाया जाएगा जिसकी शुरुयात लखनऊ, उत्तर प्रदेश से होगी जो बिहार, उड़ीसा, मध्यप्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र के प्रमुख स्थानों तक जायेगा। इन सम्मेलनों में लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले सभी दलों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया जाएगा।
इस अवसर पर लोकतंत्र सेनानी धीरेन्द्र नाथ श्रीवास्तव गाँधी स्मारक निधि के सचिव संजय सिंह, डाक्टर अभय सिनहा, डाक्टर अरमान अंसारी, डाक्टर संतप्रकाश, प्रकाश, सलिल श्रीवास्तव, श्रीमती प्रमोद कुमारी कुशवाहा और चंद्र मोहन पारासर आदि उपस्थित थे

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