काशी में मुस्लिम बंधुओं ने की कावरियों की सेवा
काशी में मुस्लिम बंधुओं ने की कावरियों की सेवा
*भारतीय अवाम पार्टी ने लगाया सेवा शिविर*
*हमारे पूर्वज सनातनी थे और हम भी महादेव के भक्त हैं –नजमा परवीन*
वाराणसी, 24 जुलाई। भारतीय अवाम पार्टी (राष्ट्रीय) द्वारा तेलियाबाग में कावरियों की सेवा के लिए सेवा शिविर लगाया गया। शिविर का उद्घाटन भारतीय अवाम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन ने कावरियों को शर्बत पिलाकर किया। काशी में यह सबसे खूबसूरत नजारा था जहां मुस्लिम सावन के पवित्र महीने में कावरियों की सेवा में लगे थे। एक तरफ ज्ञानवापी मन्दिर का विवाद चरम पर है। हिन्दू और मुसलमानों के बीच संघर्ष की स्थिति है दूसरी तरफ भारतीय अवाम पार्टी के मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने नजमा परवीन के नेतृत्व में कावरियों की सेवा कर संघर्ष खत्म करने में लगे है। काशी का यह पैगाम पूरे देश में गया और गंगा जमुनी तहजीब के लिए जाना जाने वाला काशी आज विवादों में नहीं बल्कि मोहब्बत के लिए पहचाना जा रहा है। भारतीय अवाम पार्टी के सुभाषवादी कार्यकर्ता सुबह से ही शिविर में बैठे थे। प्रयागराज की तरफ से आने वाले कावरियों के पैर धूला रहे थे और उन्हें शर्बत पिला रहे थे।
इस अवसर पर भारतीय अवाम पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष नजमा परवीन ने कहा कि काशी महादेव की नगरी है। महादेव का हर भक्त काशीवासियों के लिए मेहमान है। भारतीय अवाम पार्टी के कार्यकर्ता स्थान-स्थान पर सेवा शिविर व स्वास्थ शिविर लगाए हैं। इसमें बड़ी संख्या में मुस्लिम कार्यकर्ता मौजूद हैं। हम किसी कीमत पर शहर की फिजा बिगड़ने नहीं देंगे। हमारे पूर्वज सनातनी थे और हम भी महादेव के भक्त हैं।
भारतीय अवाम पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ज्ञान प्रकाश जी ने कहा कि सेवा शिविर के माध्यम से हम दिलों को जोड़ रहे हैं। मुस्लिम कार्यकर्ताओं ने कावरियों की सेवा कर साम्प्रदायिक एकता की मिसाल पेश की है।
शिविर में अधिवक्ता परिषद के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार श्रीवास्तव, प्रदेश उपाध्यक्ष ओ०पी० सिंह, बाहराइच की जिलाध्यक्ष नीतू सिंह, पूनम श्रीवास्तव, सुनीता श्रीवास्तव, मु० शहाबुद्दीन जोसफ, कलीमुद्दीन, फिरोज खान, अफरोज खान, आर०के० गोस्वामी, सुल्तान, अब्दुर्रहमान, तबरेज, राजेन्द्र कुमार सिंह, राजेश सिंह, अभय राम दास, अखिलेश सिंह, अफसर बाबा, प्रेम कुमार सिंह, हरेन्द्र कुमार सिंह, हलीम, मुस्ताक अहमद, मु० जकी आदि कार्यकर्ताओं ने सेवा किया।