बनारस में समान कानून संहिता के समर्थन में बड़े प्रदर्शन की तैयारी में मुस्लिम महिलाएं

*समान नागरिक संहिता को लेकर मुस्लिम महिलाओं की मोर्चेबन्दी*
*बनारस में समान कानून के समर्थन में बड़े प्रदर्शन की तैयारी में मुस्लिम महिलाएं*
*कानून के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान चलाएगी मुस्लिम महिला फाउंडेशन*

वाराणसी, 25 जुलाई। तीन तलाक के खिलाफ काशी से पहले आंदोलन का नेतृत्व करने वाली मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने अब समान नागरिक संहिता को लेकर मुस्लिम महिलाओं के साथ बड़ी रणनीति बनाई है। लमही के सुभाष भवन में हिन्दू मुस्लिम सामाजिक महिलाओं ने बैठक कर समान नागरिक कानून के संदर्भ में चर्चा की और यह तय किया कि लॉ कमीशन के सामने मुस्लिम महिला फाउंडेशन की पदाधिकारी अपना पक्ष रखेंगी, इसके लिए लॉ कमीशन से समय मांगा। बनारस में मुस्लिम महिलाओं ने स्वयं मोर्चा संभालने का फैसला किया। मुस्लिम महिलाओं की सर्वोच्च नेता नाजनीन अंसारी ने प्रधानमंत्री को भी चिट्ठी लिखकर मिलने का समय मांगा है। समान नागरिक संहिता के समर्थन में बड़ी तादाद में मुस्लिम महिलाएं सड़क पर उतरेंगी।

इस अवसर पर मुस्लिम महिला फाउंडेशन की जिला अध्यक्ष रजिया सुल्ताना ने कहा कि किसी धार्मिक कानून के नाम पर मुस्लिम महिलाओं का शोषण नहीं किया जा सकता। हमें जमीन जायदाद में हक़ चाहिए। हलाला और तलाक के खौफ से मुक्ति चाहिए। देश में कानून बराबर होना चाहिए।

फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं खुद मुख्तार बनें। खुदा और खुद पर भरोसा करें। ये सोचना छोड़ दें कि कोई मौलाना किसी मुस्लिम महिला को विपत्ति में मदद करेगा। एक समान कानून आज देश की जरूरत है। इसकी लड़ाई हम खुद लड़ेंगे। उत्पीड़न और अत्याचार की शिकार महिलाएं अब सड़क पर उतरेगी।

बैठक में मुस्लिम नेता नजमा परवीन, शबनम अफरोज, शमा अफरोज, शबाना बेगम, रेशमा कुरैशी, नगीना बेगम, सुनीता, मैना, पार्वती, सरोज, रमता आदि महिलाएं शामिल रहीं।

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