क्रिकेटर युवराज सिंह की मां को वाट्सएप पर युवती का मैसेज- 40 लाख रुपये दे दो, वरना…

क्रिकेटर युवराज सिंह की मां को वाट्सएप पर युवती का मैसेज- 40 लाख रुपये दे दो, वरना…
गुरुग्राम।क्रिकेटर युवराज सिंह की मां से 40 लाख की रंगदारी मांगने का मामला सामने आया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच लाख रुपये लेते हुए युवती को गिरफ्तार कर लिया है। युवती को युवराज की मां ने केयरटेकर के रूप में रखा था। बाद में फर्जी मामले में फंसाने की धमकी देने लगी।भारतीय टीम के स्टार क्रिकेट खिलाड़ी रहे युवराज सिंह की मां को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 40 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस ने एक युवती को पांच लाख रुपये लेते गिरफ्तार किया है। पुलिस ने युवती को जांच करने के बाद थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया। डीएलएफ फेज-एक थाना पुलिस मामले में छानबीन कर रही है। डीएलएफ फेज-एक क्षेत्र में रहने वाली युवराज सिंह की मां शबनम सिंह ने डीएलएफ फेज-एक थाना पुलिस में दी शिकायत में कहा कि वर्ष 2022 में युवराज सिंह के छोटे भाई जोरावर सिंह के लिए हेमा कौशिक उर्फ डिंपी को केयरटेकर की नौकरी पर रखा था।
20 दिनों के अंदर ही उन्हें लगा कि केयरटेकर प्रोफेशनल नहीं है और वह उनके बेटे को अपने जाल में फंसा रही है। इस पर उन्होंने डिंपी को नौकरी से निकाल दिया। आरोप है कि मई 2023 में हेमा कौशिक उर्फ डिंपी का लगातार शबनम सिंह के पास व्हाट्सएप पर मैसेज और कॉल आने लगे। जिसमें हेमा ने उन्हें धमकी दी कि अगर उसे पैसे नहीं दिए गए तो वह उनके परिवार को झूठे केस में फंसाकर बदनाम कर देगी। इसके बदले में हेमा कौशिक ने 40 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद बीती 19 जुलाई को आरोपी ने शबनम सिंह के पास व्हाट्सएप पर मैसेज किया कि वह 23 जुलाई को उनके खिलाफ केस दर्ज करा देगी। जिसके बाद उनके पूरे परिवार की बदनामी हो जाएगी।इस पर शबनम सिंह ने हेमा कौशिक से इतनी बड़ी रकम एकत्रित करने के लिए समय मांगा। सोमवार तक पांच लाख देने की बात तय हुई। इसके साथ ही शबनम सिंह ने पूरे मामले की शिकायत कर दी। हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पुलिस तत्काल ही हरकत में आ गई। मंगलवार को जब आरोपी हेमा कौशिक उर्फ डिंपी पांच लाख रुपये लेने आई तो पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। फेज-एक थाना पुलिस ने आरोपी महिला पर जबरन उगाही की धारा आईपीसी 384 के तहत केस दर्ज कर लिया। एक्ट के हिसाब से उसे थाने से ही जमानत पर छोड़ा गया है। मामले की जांच डीएलएफ फेस वन थाने में तैनात एसआई सरोज कर रही है। – विकास कौशिक, एसीपी डीएलएफ

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