आर्थिक समृद्धि की राह पर तेजी से दौड़ रही अयोध्या नगरी

आर्थिक समृद्धि की राह पर तेजी से दौड़ रही अयोध्या नगरी

*वर्ष 2021-22 में जिला सकल घरेलू उत्पाद रहा 18937.98 करोड़ रुपये*

*वर्ष 2020-21 की तुलना में हुआ 1876.23 करोड़ का इजाफा*

*औद्योगीकरण की भी बढ़ी रफ्तार 141000 करोड़ का हुआ पूंजी निवेश*

*अयोध्या।* आरबीआई व अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों की रिपोर्ट से यह जनकारी सामने आई है कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था देश में शीर्ष पर है। सकल घरेलू उत्पाद, उद्योग जगत में निवेश से लेकर रोजगार तक यूपी का प्रदर्शन सकारात्मक बदलाव की तस्वीर पेश करने वाला है। अर्थव्यवस्था के लिहाज से मजबूत होती प्रदेश की तस्वीर में राम नगरी अयोध्या की भी बेहतर भागीदारी है। जिला सकल घरेलू उत्पाद में शानदार वृद्धि और उद्योग क्षेत्र में सतत हो रहे पूंजी निवेश और तद्नुरूप बढ़ रहे रोजगार से जनपद अयोध्या की आर्थिक समृद्धि लगातार मजबूत हो रही है।

योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद अयोध्या में विकास की जो रेल चली है उसके साथ यहां आने वाले भविष्य को देखते हुए निवेशक भारी मात्रा में निवेश कर रहे हैं। विकास यहां इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में ही नहीं दिखता बल्कि समग्र रूप में ‘लोकल इकोनॉमी’ में भी परिलक्षित होता है। इसे बदलते लाइफ स्टाइल, उद्योग क्षेत्र में बढ़ी चहल पहल में भी महसूस किया जा सकता है। बहरहाल, बात जब अर्थव्यवस्था से जुड़ी होती है तो इसे स्पष्ट करने के लिए फैक्ट फिगर की जरूरत होती है। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) में जबरदस्त प्रदर्शन करने वाले उत्तर प्रदेश में वर्ष 2021-22 में अयोध्या का जिला सकल घरेलू उत्पाद 18937.98 करोड़ रुपये रहा। जबकि एक ही साल पूर्व वर्ष 2020-21 में यह 17061.75 करोड़ रुपये था। मतलब यह कि एक साल में ही जिला सकल घरेलू उत्पाद में 1876.23 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। तुलनात्मक रूप से देखें तो यह वृद्धी लगभग चार फीसद की है। उपायुक्त उद्योग अमरेश कुमार पांडेय कहते हैं कि जिला सकल घरेलू उत्पाद आने वाले सालों में और तेजी से बढ़ेगा। कारण, यहां ट्रेड, इंडस्ट्री और सर्विस सेक्टर में निवेश बढ़ा है। निवेश का माहौल बनाना सरकार का काम होता है और निश्चित तौर पर योगी सरकार ने यह किया भी है। एक वर्ष में अयोध्या में 141000 करोड़ का पूंजी निवेश हुआ है। इससे हजारों नए लोगों को रोजगार मिला है।

अयोध्या की अर्थव्यवस्था की मजबूत होती स्थिति को लेकर सबसे बड़ी बात यह भी है कि फरवरी 2023 में हुए ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में अयोध्या जिले में 353 लोगों ने निवेश के लिए प्रस्ताव दिए। अब तक 141000 करोड़ का पूंजी निवेश हुआ है। जब ये प्रस्ताव धरातल पर आएंगे तो जिले की आर्थिकी व रोजगार से लोगों के जीवन में आने वाले बदलाव का सहज अनुमान लगाया जा सकता है। उपायुक्त उद्योग कहते हैं कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में एमओयू करने वाले निवेशकों को उनकी जरूरत व पसंद के अनुरूप भूखंड समेत सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए काम शुरू भी कर दिया गया है। एमओयू धरातल पर उतरने शुरू हो गए हैं। इंडस्ट्री से रोजगार तो बढ़ेगा ही, असर पूरी अर्थव्यवस्था पर नजर आएगा। अयोध्या में तेजी से बनते जा रहे होटल व पयर्टन स्थल यहां की अर्थ व्यवस्था को और मजबूत बना रहे हैं।

Back to top button