बस्ती जिले में कमिश्नर की जांच में मनरेगा के काम में 20 लाख का फर्जी भुगतान का खुलासा
बस्ती जिले में कमिश्नर की जांच में मनरेगा के काम में 20 लाख का फर्जी भुगतान का खुलासा
आयुक्त बस्ती मंडल अखिलेश सिंह को ग्राम पंचायत पायकपुर के रवीन्द्र कुमार वर्मा ने शिकायती पत्र दिया था। शिकायती पत्र में उन्होंने 11 बिन्दुओं पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया था। आयुक्त के निर्देश पर डीएम बस्ती ने जांच टीम गठित की। सीडीओ ने डीसी मनरेगा संजय शर्मा और एई डीआरडीए प्रदीप सिंह की टीम गठित की। टीम ने सभी बिन्दुओं पर जांच कर अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। जांच टीम ने पाया कि दूसरी जगह पर कार्य करने वालों के नाम पर जॉबकार्ड बना है। पति-पत्नी के नाम पर बने एक जॉबकार्ड पर 20 हजार से लेकर 70 हजार रुपये तक की मजदूरी दी गई है। मिनी एसबीआई बैंक संचालक, प्राइवेट विद्यालय शिक्षिका व अन्य जगह पर काम करने वाले तीन दंपति के तीन जॉबकार्ड पर 118554 रुपये का फर्जी भुगतान किया गया है। चार तालाब की खुदाई व सफाई के नाम पर 12 लाख रुपये से अधिक का फर्जी भुगतान किया गया है। सड़क और नहर की पटरी मरम्मत के नाम पर पांच लाख रुपये से अधिक का फर्जी भुगतान किया गया है। फर्जी भुगतान का ब्योरा जांच टीम ने स्पष्ट रूप से किया है। जांच टीम ने दो बिन्दुओं पर शिकायत को गलत पाया है। जांच टीम ने फर्जी प्राक्कलन बनाने वाले जेई, प्रधान, ग्राम सचिव और तकनीकी सहायक के कार्य पर सवाल उठाते हुए अपनी रिपोर्ट दी है। यह रिपोर्ट आयुक्त बस्ती मंडल, डीएम बस्ती और सीडीओ बस्ती को भेजी गई है।
यहां हुआ गोलमाल
मिनी एसबीआई बैंक संचालक रमेश कुमार, पत्नी रेखा को 20029 रुपये मजदूरी भुगतान, प्राइवेट शिक्षिक विनय शंकर लाल और उनकी पत्नी साधना 73358 रुपये मजदूरी का भुगतान, श्रद्धा श्रीवास्तव और अभिनव कुमार को 25167 रुपये का भुगतान, दीन दयाल के घर के सामने तालाब खुदाई व सफाई कार्य में 368550 रुपये का फर्जी भुगतान, राम बहोर के खेत के बगल तालाब खुदाई का कार्य कराए बगैर 412730 रुपये का फर्जी भुगतान, दीनदयाल के घर के सामने तालाब की खुदाई में बिना कार्य कराए 403360 रुपये का फर्जी भुगतान, जगदीश चौधरी के व्यक्तिगित तालाब में कार्य के नाम पर 72747 रुपये का फर्जी भुगतान, जगदीश के खेत से जतन के खेत तक दोनों तरफ पटरी सफाई कार्य में 219036 रुपये का फर्जी भुगतान, रामजानकी मार्ग से मरवटिया सरहद तक सड़क के दोनों तरफ मरम्मत कार्य को कराए बगैर 291840 रुपये का फर्जी भुगतान किया।