मुस्लिम महिलाओं ने सोहर गाकर दी मोदी को जन्मदिन की बधाई

मुस्लिम महिलाओं ने मोदी की उतारी आरती

मुस्लिम महिलाओं ने मोदी की उतारी आरती
मुस्लिम महिलाओं ने सोहर गाकर दी मोदी को जन्मदिन की बधाई
*देश के लिए जीने वाले है मोदी जी*

• मोदी ने मुस्लिम महिला अधिकार दिवस दिया, जीने की आजादी दी और मुस्लिम महिलाओं की पीड़ा को समझा।
• गीत गाया, रंगोली बनायी, तस्वीर को लड्डू खिलाया, मोदी की आरती उतारी और दिल से शुक्रिया कहा, 73 दीप जलाये गये।
• नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में मोदी को खत भेजकर अपना समर्थन देंगी 10 हजार मुस्लिम महिलाएं।

वाराणसी, 17 सितम्बर। भारत की मुस्लिम महिलाएं अब आजाद हैं, अब उनकी जिन्दगी में कोई मौलाना दखल देकर उनको घर से बेदखल नहीं कर सकता। तीन तलाक और हलाला जैसे सामाजिक घृणित कुप्रथा से नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिलाओं को न सिर्फ आजाद किया बल्कि उनको कानूनी अधिकार दिया। आज दुनियांभर की मुस्लिम महिलाएं मोदी की ओर देख रही हैं। सामाजिक कुप्रथाओं से आजादी के बाद मुस्लिम बेटियों ने शिक्षा की ओर तेजी से कदम बढ़ाया। आज शिक्षित होकर बड़े पदों पर बेखौफ होकर पहुँच रही हैं। मुस्लिम महिलाओं की जिन्दगी में क्रांति लाने वाले नरेन्द्र मोदी आज मुस्लिम बेटियों के लिये सबसे विश्वसनीय चेहरा हैं। उनके जन्मदिन पर मुस्लिम महिलाओं ने गीतों के माध्यम से लमही के सुभाष भवन में बधाई कार्यक्रम आयोजित किया। 73 दीप जलाए, मोदी के तस्वीर की आरती उतारी और सोहर गाया।

वर्ष 2013 में काशी से मुस्लिम महिलाओं ने मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में तीन तलाक के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखकर समर्थन मांगा। जब नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने मुस्लिम महिलाओं की इस मांग को कानूनी जामा पहनाने के लिये सरकार तक को दांव पर लगा दी। एक तरफ सभी दल तीन तलाक के खिलाफ कानून का विरोध कर रहे थे और दूसरी तरफ मुस्लिम महिलाओं की पीड़ा के साथ नरेन्द्र मोदी अकेले खड़े थे। तीन तलाक के खिलाफ कानून बना, मुस्लिम महिलाओं को जीवन जीने का हक मिला। हलाला के नाम पर आये दिन मुस्लिम महिलाओं के साथ हो रही घृणित यौन हिंसा से आजादी मिली और धर्म के नाम पर महिलाओं की जिन्दगी से खेलने वाले मुल्लों को कानून का खौफ दिखायी दिया। इस एहसान को मुस्लिम महिलायें कभी नहीं भूलीं।

नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की महिलाओं ने इन्द्रेश नगर लमही के सुभाष भवन में मुस्लिम बेटियों के सरपरस्त मोदी विषयक कार्यक्रम के अन्तर्गत युग के सबसे विश्वसनीय नेता नरेन्द्र मोदी के तस्वीर की आरती उतार कर शुक्रिया अदा किया। मुस्लिम महिलाओं ने रंगोली बनायी, ढ़ोल की थाप पर सोहर गाया, मोदी की तस्वीर को लड्डू खिलाया और नारा लगाया ‘मुस्लिम बहनें करे पुकार, हर जगह हो मोदी सरकार।‘ 73 दीप जलाकर मोदी के लम्बी उम्र की कामना की।

इस अवसर पर मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी एवं विशाल भारत संस्थान की केन्द्रीय परिषद की नेता नजमा परवीन ने घोषणा किया कि 10 हजार मुस्लिम महिलाएं नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मुस्लिम महिला अधिकार दिवस देने के लिये शुक्रिया कहेंगी और दुनियां भर की मुस्लिम महिलाओं की अपेक्षा भारत की मुस्लिम महिलाओं को ताकतर बनाने के लिये धन्यवाद कहेंगी। अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भी चिट्ठी लिखकर मोदी की तरह मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक सुरक्षा के लिये काम करने हेतु कहेंगी।

मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी मुस्लिम बेटियों के लिये अभिभावक हैं। जो उनके घर बसाने की चिन्ता करते हैं, तोड़ने की नहीं। मोदी जैसा न कोई हुआ है, न होगा। मुस्लिम महिलाओं के लिये मोदी उद्धारक हैं।

विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डा० अर्चना भारतवंशी ने कहा कि बेटियों की सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने के लिये भारत सदैव नरेन्द्र मोदी का ऋणी रहेगा। नरेन्द्र मोदी ने दुनियांभर की महिलाओं का सम्मान बढ़ाया है।

विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा० राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में मुस्लिम महिलाओं को कानूनी आजादी मिली है। सामाजिक कुरीतियों की बेड़ियों में जकड़कर गुलाम बनाने वाली मुस्लिम कट्टरपंथी सोच को मुस्लिम महिलाओं ने खुद ही नकार दिया है। हिन्दुस्तान की सभी वर्ग की महिलायें मुस्लिम बेटियों की आजादी के साथ खड़ी हैं। तीन तलाक और हलाला जैसे अपराधों के लिये मुस्लिम कट्टरपंथियों को कभी क्षमा नहीं किया जा सकता। नरेन्द्र मोदी ने पीड़ा और अपमान से मुस्लिम महिलाओं को आजादी दिलाया, सम्मान दिलाया, इसे कोई भी मुस्लिम महिला कभी नहीं भूल सकती।

इस कार्यक्रम में शबनम, मैरून, जरीना, वाजबुननिशा, शमसुननिशा, नगीना, नाजमा, डा० मृदुला जायसवाल, खुशी रमन भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी, रीता, रमता, पूनम, सरोज, बिन्दु, बेचना, प्रभावती, पार्वती, गीता, कलावती, विद्या आदि लोगों ने भाग लिया।

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