मेनका गांधी के बयान को लेकर इस्कॉन के संत और अनुयायी आहत, कहा हम गाय को पालने वाले कृष्ण के उपासक है
सिलीगुड़ी: पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा इस्कॉन मंदिर सिलीगुडी में है। भाजपा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी द्वारा संस्था के द्वारा गाय को कसाइयों के हाथों बेचे जाने वाले बयान की तीखी आलोचना की है। इसका खंडन करते हुए मंदिर के जन संपर्क अधिकारी नाम कृष्ण दास ने कहा कि हम सभी कृष्ण के भक्त है। लोगो को गाय की सेवा और संरक्षण का पाठ पढ़ाया करते है। आखिर हम गाय को कैसे क्रूरता के बेचने का काम कर सकते है।
मेनका गांधी के बयान से हम संत समाज और सनातन को मानने वाले आहत महसूस करते है। उन्होंने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्ण कॉन्शसनेस इस्कॉन के कम्युनिकेशंस डायरेक्टर वृजेंद्र नंदन दास का पत्र भी दिया जिसमे भारतीय जनता पार्टी की सांसद मेनका गांधी की उस टिप्पणी की निंदा की है। जिसमें उन्होंने कहा था कि इस्कॉन ने जितनी गाय कसाइयों को बेची हैं, उतनी शायद ही किसी और ने बेची हों। इस मामले में इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) की और से मंगलवार (26 सितंबर, 2023 ) को जारी एक आधिकारिक बयान जारी कर इस बात पर जोर दिया कि संस्था गौवंश बेचती नहीं बल्कि वह गाय की सुरक्षा और देखभाल के लिए उच्च मानक अपनाती है। वहीं मेनका गाँधी का एक क्लिप वायरल हो रहा है जिसमें वह इस्कॉन पर बूचड़खानों को सूखी गायें और बछड़े बेचने का आरोप लगा रही हैं।
उन्होंने बताया कि क्या है पूरा मामला: दरअसल, सुल्तानपुर से सांसद मेनका गाँधी का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें वह यह कहती नजर आ रहीं हैं, “मैं आपको बता देती हूँ, सबसे बड़े धोखेबाज जो हैं वह है इस्कॉन। मैं उनके अनंतपुर गौशाला गई जहाँ एक भी सूखी गाय हमें नहीं मिली। मतलब सब सूखी गायें और बछड़े बूचड़खानों को बेचे गए। इसका मतलब इस्कॉन इनको बूचड़खानों को बेच रहा है। जितने इन्होने ऐसी गायों को बेचा होगा उतना किसी ने नहीं।
इसी क्लिप में मेनका गाँधी ने इस्कॉन का मजाक भी उड़ाया है। वह मॉक करते हुए कहती हैं कि जो सड़क पर जाकर हरे रामा-हरे कृष्णा करते हैं। यह वही लोग हैं जो दूध-दूध करते हैं। ये बूचड़खानों को गायें बेच रहे हैं। जबकि गौशाला चलाने के लिए उन्हें सरकारों से कई लाभ मिलते हैं।
इस्कॉन ने किया मेनका गाँधी के आरोपों का खंडन: दास ने बताया कि मेनका गाँधी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए इस्कॉन के राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास की और से कहा गया है कि मेनका गाँधी का एक वीडियो जिसमें वह इस्कॉन पर आरोप लगा रही हैं, उनके संज्ञान में आया है। उनके आरोप झूठे हैं। संस्था आखिरी साँस तक गायों और बैलों की सेवा करता है और उन्हें कभी भी कसाइयों को नहीं बेचता है। इस्कॉन के राष्ट्रीय प्रवक्ता युधिष्ठिर गोविंदा दास ने इस मामले में एक पत्र जारी किया है। जिसमें उन्होंने लिखा, “श्रीमती मेनका गाँधी के अप्रमाणित और झूठे बयानों पर प्रतिक्रिया: इस्कॉन न केवल भारत में बल्कि विश्व स्तर पर गाय और बैल की सुरक्षा और देखभाल में सबसे आगे रहा है। यहाँ गायों और बैलों की जीवनपर्यंत सेवा की जाती है। उन्हें कसाइयों को नहीं बेचा जाता है। अपने आधिकारिक बयान में, इस्कॉन ने बताया, “इस्कॉन ने दुनिया के कई हिस्सों में गाय संरक्षण का बीड़ा उठाया है, जहां गोमांस एक मुख्य आहार है। भारत के भीतर, इस्कॉन 60 से अधिक गौशालाएँ चलाता है जो सैकड़ों पवित्र गायों और बैलों की रक्षा करती हैं और उनका जीवनभर देखभाल करती हैं। वर्तमान में इस्कॉन की गौशालाओं में कई लावारिस, घायल पाए जाने वाले या वध से बचाए जाने के बाद हमारे पास लाए गए गायों की देखभाल की जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि उसके पास गाय की देखभाल/संरक्षण के उच्च मानक हैं, संगठन गाय की पूजा की संस्कृति को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है और किसानों को गाय की देखभाल की तकनीकों पर प्रशिक्षण दे रहा है। इस्कॉन ने अपने बयान में कहा कि वे अपने खिलाफ मेनका गाँधी के बयानों से हैरान हैं। वहीं एक अन्य ट्वीट में, इस्कॉन के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने इस बात को उजागर करने के लिए एक पशु चिकित्सक का एक पत्र शेयर किया जिसमें अनंतपुर गौशाला में भी कई बैल और दूध न देने वाली गायों की सेवा की बात सामने आई है।पत्र में बताया गया है, “गौशाला दूध देने वाली गायों के साथ-साथ 76 बैल और 246 गैर-दूध देने वाली गायों की प्रेम और भक्ति के साथ सेवा करती हैं।
बीजेपी से कार्रवाई की माँग : इसी विवाद में इस्कॉन के और प्रवक्ता राधा रमण दास ने सोशल मीडिया एक्स पर लिख, “वह एक चिड़चिड़ी महिला है जो सब झूठ बोलती है। अगर वह अपने गलत बयानों के लिए माफी नहीं माँगती हैं तो हम उन पर मुकदमा करेंगे। उनके बेटे को पहले ही भाजपा से बाहर कर दिया गया है और ऐसा लग रहा है कि वह भी बाहर जा रही हैं। उन्होंने आगे कहा कि सनातन धर्म विरोधी पार्टियों में जल्दी प्रवेश पाने के लिए सनातनी संगठन को निशाना बनाना एक फैशन बन गया है। हम उन्हें इस्कॉन को उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए एक सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे। बीजेपी से अनुरोध है कि उनके खिलाफ कार्रवाई करे। मोहम्मद जुबैर जैसे जिहादियों द्वारा उनका समर्थन करना ही पूरी कहानी बयाँ करता है। देखना यह होगा कि मेनका गांधी के इस बयान को लेकर इस्कॉन के साथ भाजपा की विपक्षी पार्टियां तो हमलावर नहीं हो। इसको लेकर राजनीति तूफान ना उठे?।