पूजा पंडालों के उद्घाटन और दानवीर कहलाने वाले ममता बनर्जी के करीबी दो साल से है सलाखों के पीछे

सिलीगुड़ी: कहते है की किसी व्यक्ति का दिन एक सा नहीं होता है। पार्टी के अंदर और बाहर जिसके दबंगई के चर्चे बंगाल की राजनीति में एक खास मुकाम रखता था। नियति की मार देखिए इन दबंग के हाथ दुर्गा पूजा के उद्घाटन और जरूरतमंदों के बीच धार्मिक के रूप में अपना स्थान बनाये हुए थे, आज पिछले दो वर्षों से दोनों दबंगममता बनर्जी के करीबी रहे यह दोनों नेता कोई और नहीं बल्कि अणुव्रत मंडल और पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी है। इस सालवी दुर्गा पूजा के मौके पर इन दोनों को जमानत नहीं मिल पाई है।बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव चटर्जी दक्षिण कोलकाता में प्रेसीडेंसी सेंट्रल सुधार गृह में होंगे, लेकिन मंडल नई दिल्ली में तिहाड़ सुधार गृह में त्योहार बिताएंगे। चटर्जी को पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के लिए करोड़ों रुपये के नकद मामले में कथित संलिप्तता के लिए पिछले साल जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था, जबकि मंडल को करोड़ों रुपये के पशु तस्करी घोटाले के संबंध में पिछले साल केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। मंडल के तारापीठ मंदिर में लाखों रुपए के जेवर से सजाने की चर्चा देश विदेश तक होती थी। शुरुआत में मंडल को दक्षिण कोलकाता के उसी सुधार गृह में रखा गया था, लेकिन बाद में उन्हें राष्ट्रीय राजधानी की जेल में स्थानांतरित कर दिया गया। लेकिन यह पहला साल होगा, जब उनकी बेटी सुकन्या मंडल भी दुर्गा पूजा के चार दिन तिहाड़ में बिताएंगी। चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के लिए भी यह सलाखों के पीछे दूसरी पूजा होगी, जिनके दो आवासों से ईडी के अधिकारियों ने पिछले साल जुलाई में भारी नकदी और सोना बरामद किया था। वह वर्तमान में दक्षिण कोलकाता में अलीपुर महिला सुधार गृह में भी रखी गई हैं। यहां तक कि तृणमूल कांग्रेस के विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य, जिन्हें अक्टूबर 2022 में स्कूल में नौकरी के मामले में ईडी के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था, इस त्योहार को कैद में बिताएंगे। यही हाल उनके बेटे सौविक भट्टाचार्य का भी होगा। तृणमूल कांग्रेस के एक और विधायक जीबन कृष्ण साहा की कहानी भी कुछ अलग नहीं है, उन्हें इसी साल अप्रैल में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। @ रिपोर्ट अशोक झा

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