नेपाल के रास्ते घुसपैठ कर रही विदेशी गिरफ्तार महिला से रिमांड पर लेकर हो रही पूछताछ

सिलीगुड़ी: नेपाल के काकरभीठासे मेची नदी पर बने एशियाई राजमार्ग के पुल को पार कर भारत-नेपाल सीमा के पास पानीटंकी पहुंचे थे। उसी समय एसएसबी जवानों ने उन्हें पकड़ लिया था। तलाशी के दौरान उनके पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज बरामद हुए। रेस्क्यू के बाद एसएसबी जवानों ने दोनों को गिरफ्तार कर दार्जिलिंग पुलिस को सौंप दिया गया था। दोनों को रिमांड पर लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसी जानकारी जुटाने में लगी है। जानकारी के अनुसार महिला और युवक दोनों पाकिस्तान के कराची शहर के निवासी हैं। महिला का नाम शाइस्ता हनीफ और उनकी उम्र (62 वर्ष) है। और बेटे का नाम मोहम्मद आर्यन है। पुलिस ने इनके पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट भी बरामद किए हैं। महिला के पाकिस्तानी पासपोर्ट पर एबी 6787504 और बेटे के पासपोर्ट पर 9991713 एफएम नंबर है। पूछताछ के दौरान यह पता चल रहा है कि यह महिला पाकिस्तान की रहने वाली है। लेकिन महिला ने अमेरिका और कैलिफोर्निया की नागरिकता ले ली है।
पूछताछ में जांच एजेंसी को बरगलाते हैं घुसपैठिये

सीमा पर अवैध रूप से घुसपैठ करने के दौरान पकड़े जाने के बाद विदेशी नागरिक जांच एजेंसी को बरगलाते रहते हैं। कभी घूमने तो कभी भटककर प्रवेश करने की बात कहते रहते हैं। नतीजा होता है कि कुछ निकलकर सामने नहीं आता है। कई बार ऐसे घुसपैठियों के पास से फर्जी भारतीय नागरिकता का दस्तावेज भी बरामद हुआ है। ऐसे घुसपैठियों को फर्जी दस्तावेज बनाकर मदद करने वाला गिरोह भी इस सीमावर्ती इलाके में सक्रिय है। भारत-नेपाल सीमा के पास के इस इलाके में घुसपैठ के मामले हाल के दिनों में बढ़े हैं। सीमा पर तैनात एसएसबी द्वारा लगातार जांच अभियान चलाया जाता है। इस कारण घुसपैठियों को पकड़ा भी जा रहा है। सड़क एवं खुली सीमा पर एसएसबी द्वारा सख्ती बरती जाती है। – योगेश कुमार कमांडेंट, एसएसबी 41वीं बटालियनबिना वीजा भारत आ रहे थे
L पीपीएसएसबी से मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी शाइस्ता हनीफ और मोहम्मद आर्यन दोनों नेपाल से भारत आ रहे थे। पानी टंकी सीमा पर जांच के दौरान दोनों से एसएसबी के बीआईटी कर्मी ने उनका पहचान पत्र जांच करने के लिए मांगा। लेकिन उसके भारत आने का वीजा नहीं था। महिला वीजा न दिखाने के लिए तरह- तरह के बहाने बना रही थी। भारत का वीजा न होने के कारण एसएसबी ने दोनों को हिरासत में ले लिया।जांच के दौरान मिला पाकिस्तानी पासपोर्ट : एसएसबी की जानकारी के अनुसार महिला की जांच के दौरान उसके पास से पाकिस्तानी पासपोर्ट मिला। लेकिन उसके भारत का वीजा नहीं था। वीजा न होने की वजह से एसएसबी उन दोनों को पकड़ा लिया। शुरूआती जांच पूरी होने के बाद दोनों को पश्चिम बंगाल के खोरीबाड़ी पुलिस के हवाले कर दिया। खोरीबाड़ी पुलिस मामले की जांच कर रही है। पाकिस्तानी मां-बेटा किस उद्देश्य से भारत के वीजा के बिना भारत आ रही थी। खोरीबाड़ी पुलिस गुरुवार को पाकिस्तान से आएं मां-बेटे को सिलीगुड़ी अदालत में पेश किया। 2022 में भी आ चुका इस तरह का मामला: नवंबर 2022 में भी इस तरह का मामला आया था। पाकिस्तानी महिला फरीदा बागडोगरा एयरपोर्ट से गलगलिया स्थित भातगांव पहुंची थी और सीमा पार करने की कोशिश कर रही थी। भारत-नेपाल सीमा पर जांच के दौरान एसएसबी की 41वीं के भातगांव कंपनी के जवानों ने महिला का नाम पूछा तो उसने अपना नाम सना अख्तर बताया था। हिरासत में लेने के बाद जब सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने अपना नाम फरीदा मल्लिक बताया, वह पाकिस्तान की रहने वाली है। शुरूआती पूछताछ के बाद फरीदा को गलगलिया पुलिस के हवाले कर दिया था। इसके बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया पता चला है कि गिरफ्तार मां-बेटे पाकिस्तान के बंदरगाह शहर कराची में गहनमार स्ट्रीट के सराफा बाजार के रहने वाले हैं। पिछले साल 29 मई को पाकिस्तान सरकार ने शाइस्ता हनीफ और उनके बेटे के नाम पर पासपोर्ट जारी किया था। मालूम हो कि महिला का पासपोर्ट 2032 तक वैध है। उनके बेटे का पासपोर्ट मई 2027 तक वैध है। पासपोर्ट दस्तावेजों की जांच के बाद पता चला कि ये दोनों पाकिस्तान से सऊदी अरब गए थे। वहां से 5 नवंबर को उन्होंने भारत और नेपाल के लिए फ्लाइट टिकट बुक कराया। 11 नवंबर को वे सऊदी अरब के जेद्दाह एयरपोर्ट से हवाई मार्ग से दिल्ली पहुंचे। वहां से नेपाल की राजधानी काठमांडू पहुंचे। गिरफ्तार लोगों के पास से एसएसबी ने काठमांडू से मुंबई और वहां से जेद्दाह एयरपोर्ट तक के टिकट बरामद किए हैं। वहीं 5 नवंबर से प्रभावी नेपाल सरकार टूरिस्ट वीजा, दो मोबाइल फोन, दो सिम कार्ड, एक मेमोरी कार्ड, दो पेन ड्राइव, 10 हजार नेपाली मुद्रा, 16 हजार 350 भारतीय रुपया, 6 यूरो, 166 रियाल भी बरामद किए गए हैं। रिपोर्ट अशोक झा

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