बंगाल में घुसपैठ, तुष्टिकरण, राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार हो रहा है: अमित शाह

 

कोलकाता: ममता बनर्जी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सोनार बांगला और मां, माटी, मानुष के नारे के साथ कम्युनिस्टों को हटाकर ममता दीदी सत्ता में आईं। लेकिन बंगाल में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। आज भी बंगाल में घुसपैठ, तुष्टिकरण, राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार हो रहा है। कोलकाता के धर्मतल्ला में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रैली को संबोधित किया। रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि बंगाल की जनता भ्रष्ट तृणमूल सरकार (टीएमसी) को सत्ता से बाहर करने वाली है। उन्होंने कहा मैं यह कहता हूं कि बंगाल के लोग टीएमसी सरकार को उखाड़ फेकने के लिए तैयार है। इस दौरान उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘ममता दीदी का समय खत्म हो चुका है, 2024 के चुनावों में पश्चिम बंगाल में बीजेपी सरकार बनाकर सत्ता में आयेगी। उन्होंने कहा, ममता बनर्जी सोनार बांगला और मां माटी मानुष के नारे के साथ कम्युनिस्टों को हटाकर सत्ता में आईं, लेकिन बंगाल में कोई परिवर्तन नहीं हुआ। आज भी बंगाल में घुसपैठ, तुष्टिकरण, राजनीतिक हिंसा, भ्रष्टाचार हो रहा है। मैं आज आह्वान करने आया हूं, अगर 2026 में यहां बीजेपी सरकार बनानी है, तो इसकी नींव 2024 के लोकसभा चुनाव में डाल कर मोदी जी को देश का प्रधानमंत्री बनाइए। ‘कम्युनिस्टों और ममता ने मिलकर बंगाल बर्बाद कर दिया’। 27 साल बंगाल में कम्युनिस्टों का शासन रहा, तीसरे टर्म में ममता बनर्जी की सरकार बनी। दोनों ने मिलकर बंगाल को बर्बाद कर दिया. पूरे देश में चुनावी हिंसा सबसे ज्यादा बंगाल में होती है। ममता बनर्जी बंगाल में घुसपैठ को रोक नहीं पाई हैं। प्रदेश में खुलेआम घुसपैठियों को वोटर कार्ड और आधार कार्ड बंट रहे हैं और ममता बनर्जी चुप बैठी हैं। जिस बंगाल में कभी सुबह-सुबह रवीन्द्र संगीत सुनाई पड़ता था, आज वही बंगाल बम धमाकों से गूंज रहा है. पूरे देश से गरीबी खत्म हो रही है, लेकिन बंगाल में गरीबी कम होने का नाम नहीं ले रही है। बंगाल में चरम सीमा पर है भ्रष्टाचार: भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है. मोदी जी ने पूरे देश से आतंकवाद को समाप्त किया है. कश्मीर से जिस धारा-370 को हटाने के लिए बंगाल के सपूत श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने बलिदान दिया था, उस धारा- 370 को मोदी जी ने समाप्त किया। वामपंथी उग्रवाद को समाप्त किया। भारत के तिरंगे को चंद्रयान 3 के माध्यम से चांद पर पहुंचाया। नई संसद बनाई और देश के अर्थतंत्र को 11वें नंबर से 5वें नंबर पर पहुंचाया। पूरे देश में चुनावी हिंसा सबसे ज्यादा बंगाल में होती है। ममता बनर्जी बंगाल में घुसपैठ को रोक नहीं पाई हैं। प्रदेश में खुलेआम घुसपैठियों को वोटर कार्ड और आधार कार्ड बंट रहे हैं और ममता बनर्जी चुप बैठी हैं। जिस बंगाल में कभी सुबह-सुबह रवीन्द्र संगीत सुनाई पड़ता था, आज वही बंगाल बम धमाकों से गूंज रहा है। पूरे देश से गरीबी खत्म हो रही है, लेकिन बंगाल में गरीबी कम होने का नाम नहीं ले रही है। भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। शाह ने कहा कि अगर राज्य में 2026 में भाजपा सरकार बनानी है तो इसकी नींव 2024 के लोकसभा चुनाव में डालकर मोदी जी को देश का पीएम बनाइए।
शाह ने कहा कि, यह मैदान मेरे लिए बहुत भाग्यशाली है.’ बंगाल में अगली सरकार बीजेपी की होगी। आपने 77 सीटें दी हैं और अभी-अभी दीदी ने सुवेंदु अधिकारी को विधानसभा से निष्कासित किया है। सुनो दीदी आप सुवेंदु को विधानसभा से तो निकाल सकती हैं लेकिन जनता के दिल से नहीं। शाह ने रैली में सवाल किया कि, बताओ क्या यहां भ्रष्टाचार रुक गया? मोदी जी बंगाल को करोड़ों का फंड भेजते हैं लेकिन टीएमसी वह पैसा ले लेती है. टीएमसी ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है. बंगाल में राजनीतिक हिंसा सबसे ज्यादा है। घुसपैठ ही मुख्य मुद्दा है। ममता जी इसे रोक नहीं सकतीं। मैं गुजरात से हूं लेकिन मेरे राज्य में किसी ने भी किसी नेता के पास से नोटों के बंडल नहीं देखे। ममता बनर्जी अपने अन्य गठबंधन दल के साथ अयोध्या में राम मंदिर पर आपत्ति जताती रहीं।मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि सीएए देश का कानून है और मैं इस मंच से घोषणा कर रहा हूं कि सीएए निश्चित रूप से लागू किया जाएगा। सीएए देश का कानून है और भाजपा इसे लागू करेगी। हालांकि शाह ने सीएए लागू करने का समय नहीं बताया।

 

ममता बनर्जी सरकार ने रैली की इजाजत नहीं दी थी। ममता बनर्जी की सरकार ने इस रैली को अनुमति देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद प्रदेश भाजपा ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। सिंगल बेंच ने रैली की अनुमति दे दी थी। इसके बाद राज्य सरकार ने बड़ी बेंच में फैसले के खिलाफ याचिका लगाई थी। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस सिवागनानम और जस्टिस हिरण्मय भट्टाचार्य की डिवीजन बेंच ने सिंगल बेंच के आदेश को बरकरार रखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका खारिज कर दी थी। बड़ी बेंच में सुनवाई के दौरान राज्य सरकार से सभा की इजाजत ना देने का कारण पूछा था। राज्य सरकार के वकील ने बताया कि विक्टोरिया हाउस कोलकाता शहर का केंद्र है। यहां सभा होगी तो शहर ठप्प हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 21 जुलाई को छोड़कर वहां कोई सभा नहीं होती है। इस पर कोर्ट ने पूछा कि 21 जुलाई को ऐसा क्या खास होता है कि इस दिन को छोड़कर वहां कोई सभा नहीं हो सकती।।कोर्ट ने कहा- बेवजह समस्या खड़ी की जा रही है
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस की बेंच ने कहा कि इस मामले को लेकर बेवजह समस्या खड़ी की जा रही है। कोलकाता में कई ऐसी सभाएं और रैलियां हुई हैं, जिनकी इजाजत नहीं थी। इन रैलियों की वजह से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई थी और पुलिस भी उसे नियंत्रित नहीं कर पाई थी। इसी के साथ कोर्ट ने ममता सरकार की याचिका को खारिज कर दिया और भाजपा की 29 नवम्बर को होने वाली सभा को इजाजत दे दी। कोर्ट के इस फैसले को बीजेपी ने ममता सरकार के मुंह पर तमाचा बताया था। @ रिपोर्ट अशोक झा

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