और बढ़ाई गई मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सुरक्षा, सीएम ने कहा बंगाल को बांटने वाले नहीं होंगे सफल
कोलकाता: उत्तर बंगाल को अलग राज्य की मांग करने वाले प्रतिबंधित संगठन ‘कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन’ (केएलओ) की गतिविधियों में अचानक वृद्धि का संकेत मिलने के बाद उत्तर बंगाल के सात दिवसीय दौरे पर आईं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। केएलओ द्वारा बनर्जी को कथित तौर पर धमकी देने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद सुरक्षा उपाय कड़े किए गए हैं। खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने राज्य पुलिस को केएलओ की गतिविधियों में वृद्धि के बारे में आगाह किया है, जिसकी उत्तर-पश्चिम बंगाल और पड़ोसी राज्य असम में मौजूदगी है। अधिकारी ने बताया, ”सुरक्षा उपाय कड़े किए गए हैं। हालांकि, जब भी मुख्यमंत्री यात्रा करती हैं तो सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करना एक नियमित प्रक्रिया है, इस बार विशिष्ट सूचनाएं हैं और हमने अतिरिक्त उपाय किए हैं। बताते चले की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की दार्जिलिंग पहाड़ियों और मैदानी इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच ”गहरे संबंधों” को रेखांकित करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनके बीच ”कलह के बीज बोने की कोशिश” करने वाले सफल नहीं होंगे।दार्जिलिंग तथा कालिम्पोंग जिलों में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) केंद्र स्थापित करेगी। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने बिना किसी का नाम लिए कहा, ‘‘हमारे मैदानी और पहाड़ी इलाकों के लोगों के बीच खून के रिश्ते हैं। यह एक शांतिपूर्ण जगह है। कुछ तत्व चुनाव से पहले आते हैं और हमारे बीच कलह के बीज बोने की कोशिश करते हैं। उन पर ध्यान न दें, पहाड़ के लोग उन्हें कभी स्वीकार नहीं करेंगे।” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पहाड़ी क्षेत्रों के हमारे बच्चों और युवाओं को राज्य से बाहर जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि दार्जिलिंग, कुर्सियांग और कालिम्पोंग में आईटी और शिक्षा केंद्र तथा अन्य परियोजनाओं से सभी के लिए अवसर पैदा होंगे।” बनर्जी ममता ने उद्योगपतियों से पहाड़ी क्षेत्रों में आकर निवेश करने का भी आह्वान किया। कूच बिहार और अलीपुरद्वार के चाय श्रमिकों के बीच भी सीएम ममता बनर्जी बंगाल विभाजन करने वाले को कड़ा संदेश देते हुए भाजपा सांसदो की हार का मंत्र अपने नेताओं को देंगी। @रिपोर्ट अशोक झा