प्रधानाध्यापकों के कंजूसी के कारण बिजली कनेक्शन से वंचित हुए तीन सौ परिषदीय विद्यालय

प्रधानाध्यापकों के कंजूसी के कारण बिजली कनेक्शन से वंचित हुए तीन सौ परिषदीय विद्यालय

 

उप्र बस्ती जिले में पचास रुपये खर्च करने की कंजूसी ने जिले के तीन सौ विद्यालयों को बिजली कनेक्शन से वंचित कर रखा है। इन विद्यालयों को कायाकल्प के 19 मानक पूरे करने हैं, जिसमें विद्यालयों में बिजली आपूर्ति प्राथमिकता पर है। इसके लिए तत्काल पोर्टल पर आवेदन करना था, जिसके लिए पचास रुपये खर्च होते हैं, मगर इस धन के लिए बजट का इंतजार कर रहे जिम्मेदारों ने आवेदन नहीं किया है।

जिले में 2071 परिषदीय स्कूल है जिसमें 1,430 प्राथमिक 324 उच्च प्राथमिक और 317 संविलियन विद्यालय हैं। इनमें पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को निजी स्कूल जैसी सुविधा मिल सके, इसके लिए शासन की ओर विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। इसके तहत डेस्क व बेंच की सुविधा के साथ ही बिजली की रोशनी व पंखे इत्यादि की व्यवस्था भी विद्यालयों में मुहैया कराई जा रही है। अधिकांश विद्यालयों में विद्युतीकरण कराया गया है। जिन विद्यालयों में बिजली कनेक्शन नहीं है उनमें पढ़ने वाले बच्चे गर्मी में परेशान हैं। जिले के लगभग 300 विद्यालय ऐसे हैं, जहां अभी तक बिजली कनेक्शन की सुविधा नहीं है। इसी कारण यहां पढ़ने वाले लगभग 20 हजार छात्र-छात्राओं को कक्षा में बिना पंखे व बल्ब की रोशनी के पढ़ाई करने को विवश होना पड़ता है। विभाग ने एक माह पहले चिह्नित विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को निर्देशित किया गया है कि बिजली कनेक्शन पाने के लिए वह तत्काल झटपट पोर्टल पर आवेदन करें, ताकि बिजली सुविधा मुहैया करायी जा सके।

बिजली खंभा पास होने पर तत्काल कनेक्शन

आवेदन बाद यदि विद्यालय से 40 मीटर सीमा के अंदर बिजली खंभा होगा, तो तत्काल कनेक्शन हो जाएगा, लेकिन यदि 40 मीटर सीमा से दूर बिजली खंभा होगा, तो इसके लिए पावर कॉर्पोेरेशन द्वारा स्टीमेेट बीएसए कार्यालय के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा। बजट आने के बाद कनेक्शन होगा।

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बीएसए डा. इंद्रजीत प्रजापति ने बताया कि चिह्नित सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को बिजली कनेक्शन पाने के लिए वह तत्काल झटपट पोर्टल पर आवेदन करने के लिए निर्देशित किया गया था। अगर प्रधानाध्यापको ने आवेदन नही किया है तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी।

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