चाय श्रमिकों के साथ न्याय के नाम पर अन्याय कर रही बंगाल की मैडम: शुभेंदु अधिकारी

सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने शनिवार को कहा है कि बंगाल के जितने भ्रष्ट नेता हैं वे जब तक जेल नहीं जाएंगे तब तक भाजपा चुप नहीं बैठने बाला है। उत्तर बंगाल दौरे में चालसा चाय श्रमिक रैली में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर निशाना साधा. साथ ही शनिवार को उन्होंने जलपाईगुड़ी जिले के कई तृणमूल नेताओं को चोर करार दिया। इसके अलावा, शुभेंदु ने तृणमूल में भ्रष्टाचार के विभिन्न मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी ने 40 लाख घरों के निर्माण के लिए 30 हजार करोड़ रुपये दिए। वह पैसा किसी को नहीं मिला। राज्य में राशन में भी भ्रष्टाचार हो रहा है। हर घर में पीने के पानी के लिए नरेंद्र मोदी ने 8000 करोड़ रुपये दिये हैं। सारा पैसा ममता और अभिषेकखा गया। बंगाल में बनेगी बीजेपी की डबल इंजन की सरकार अगर बीजेपी जीतेगी तो सबसे पहले उत्तर बंगाल को याद करूंगा। भाईपो ने कहा कि उत्तर बंगाल जैसी कोई चीज नहीं है, पश्चिम बंगाल ही एकमात्र बंगाल है। उत्तर बंगाल, दक्षिण बंगाल, लाल बंगाल कहकर राज्य का बंटवारा नहीं हुआ है। उत्तर बंगाल के बिना पश्चिम बंगाल का अस्तित्व नहीं है, उत्तर बंगाल था, है, रहेगा। उन्होंने चाय बागानों को जमीन का पट्टा देने के लिए भी राज्य सरकार की आलोचना की। शुवेंदु अधिकारी ने कहा, ‘चाय बागान का पट्टा एक बड़ा जुमला है। चाय बागान की भूमि केंद्रीय भूमि है, राज्य की भूमि नहीं। जिन चाय श्रमिकों के पास चाय बागान की जमीन है, उनका पट्टा क्या है? भाजपा चाय बागान श्रमिकों के लिए लड़ रही है। भाजपा चाय श्रमिकों के वेतन और बोनस के लिए लड़ रही है, यह लड़ाई जारी रहेगी।” शुवेंदु ने अलीपुरद्वार के मदारीहाट में एम्बुलेंस की कमी के कारण एक चाय श्रमिक की मौत पर भी प्रकाश डाला। कहा, ‘ममता सरकार ने नरेंद्र मोदी की योजनाएं बंद कर दी हैं। इस दिन शुवेंदु अधिकारी ने सबसे पहले चालसा गोलाई में वीर बिरसा मुंडा, भानु भक्त आचार्य और लाल शुकराओरांव की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किया। इसके बाद वह आए और चालसा डब्ल्यूबीटीजीईए हॉल मैदान में सार्वजनिक बैठक में भाग लिया। यहा से शुवेंदु ने अगले लोकसभा चुनाव में जलपाईगुड़ी और अलीपुरद्वार लोकसभा क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवार को फिर से जिताने का आग्रह किया। उन्होंने कुछ नामों की घोषणा की ओर कहा की वे तृणमुल कांग्रेस के लिए इतना भी तेजी से नही दौर लगाए की अनुव्रत मंडल की तरह उन्हें तिहाड़ जाना पड़े। इस जनसभा में केंद्रीय मंत्री जॉन बारला, जलपाईगुड़ी सांसद जयंत रॉय समेत बीजेपी विधायक और जिले के नेता मौजूद रहे। राज्य में मनरेगा के तहत 100 दिन के रोजगार योजना के कार्यान्वयन में अनियमितताओं के खिलाफ 20 दिसंबर को कोलकाता की सड़कों पर एक बड़ा विरोध-प्रदर्शन होना है। संयोग से, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मनरेगा योजना के तहत लंबित केंद्रीय बकाया के बारे में चर्चा करने के लिए उसी दिन नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी। पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के अनुसार, केंद्र सरकार पर अपने वैध बकाये का भुगतान करने का दबाव डालने वाली तृणमूल कांग्रेस के आरोप निराधार हैं, क्योंकि योजना के कार्यान्वयन में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के कारण केंद्रीय राशि रोक दी गई है।।विपक्ष के नेता ने कहा, “जब तक भ्रष्ट व्यक्ति जेल नहीं जाएंगे तब तक एक पैसा भी नहीं दिया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा केंद्र प्रायोजित योजना को राज्य की अपनी योजना के रूप में पेश करने की कुप्रथा के समाप्त होने के बाद ही राशि उपलब्ध करायी जायेगी। दरअसल, मुख्यमंत्री बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई की मार महसूस कर रही हैं। इसलिए वह बकाया पैसे का सिद्धांत पेश कर रही हैं।” उन्होंने नई दिल्ली में निर्धारित पीएम-सीएम बैठक के पीछे विपक्ष के एक वर्ग द्वारा फैलाई गई सेटिंग सिद्धांत को भी खारिज कर दिया।अधिकारी ने कहा, “प्रधानमंत्री ने बैठक के लिए मुख्यमंत्री को समय दिया क्योंकि वह विपक्ष के दायरे में विश्वास करते हैं। नई दिल्ली में होने वाली मुलाकात नरेंद्र मोदी और ममता बनर्जी के बीच नहीं होगी। यह मुलाकात देश के प्रधानमंत्री और एक राज्य की मुख्यमंत्री के बीच होगी। प्रधानमंत्री देश के संघीय लोकतांत्रिक ढांचे की रक्षा करने में विश्वास करते हैं । रिपोर्ट अशोक झा

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