भारत हमारा भरोसेमंद दोस्त है, हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान, उन्होंने हमारा समर्थन किया: शेख हसीना

नई दिल्ली: बांग्लादेश में रविवार यानी यानि आज आम चुनाव हो रहे हैं। लेकिन इलेक्शन से पहले ही मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है। दरअसल, बांग्लादेश की मुख्य विपक्षी पार्टी ने शनिवार को 48 घंटे की हड़ताल शुरू कर दी है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा ज़िया के नेतृत्व वाली मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी और अन्य विपक्षी समूह यह कहते हुए चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं कि वे प्रधानमंत्री शेख हसीना की निष्पक्षता की गारंटी नहीं दे सकते।जो लगातार चौथी बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही हैं।
प्रधान मंत्री शेख हसीना ने मीडिया से रूबरू होते हुए भारत के साथ अपने रिश्तों पर बात की। उन्होंने कहा, भारत हमारा भरोसेमंद दोस्त है, हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान, उन्होंने हमारा समर्थन किया।1975 के बाद, जब हमने अपना पूरा परिवार खो दिया. उन्होंने हमें आश्रय दिया. इसलिए भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं. शेख हसीना ने बांग्लादेश में हो रहे चुनावों पर कहा, “हमारा देश संप्रभु और स्वतंत्र है। हमारी आबादी बड़ी है। हमने लोगों के लोकतांत्रिक अधिकार स्थापित किए हैं। मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूं कि लोकतंत्र इस देश में जारी रहना चाहिए
बांग्लादेश के इस आम चुनाव 2024 से पहले 5 जनवरी को पैसेंजर ट्रेन में आग लगाने की घटना सामने आई थी, जिसमें 4 लोगों की मौत की सूचना थी. इसके बाद 1 स्कूल और 2 पोलिंग बूथ पर आग लगाने की सूचना है। चुनाव आयोग से 46 पंजीकृत पार्टियां: बीएनपी के 48 घंटे की आम हड़ताल के आह्वान पर एक स्थानीय व्यक्ति का कहना है, “हमारे देश में, चुनाव आयोग से 46 पंजीकृत पार्टियां हैं. बीएनपी सिर्फ एक पार्टी है। केवल एक पार्टी हमारे देश की राजनीतिक व्यवस्था को परिभाषित नहीं कर सकती है। विपक्षी दल बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार किया है और 48 घंटे की राष्ट्रव्यापी हड़ताल की अपील की है. चुनाव आयोग ने कहा कि उसने देश भर के 300 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान की तैयारी लगभग पूरी कर ली है और सुरक्षा व्यवस्था भी सुनिश्चित की है. निर्वाचन आयोग के मुताबिक 42,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर रविवार को होने वाले मतदान में कुल 11.96 करोड़ पंजीकृत मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस आम चुनाव में 27 राजनीतिक दलों के 1,500 से अधिक उम्मीदवार मैदान में हैं और उनके अलावा 436 निर्दलीय उम्मीदवार भी हैं. भारत के तीन पर्यवेक्षकों समेत 100 से अधिक विदेशी पर्यवेक्षक 12वें आम चुनाव की निगरानी करेंगे. यह चुनाव कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है. बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त काजी हबीबुल अवल ने कहा कि ‘हम चाहते हैं कि हमारे आम चुनावों को न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जाए. बांग्लादेश संयुक्त राष्ट्र का सदस्य है और उसने विभिन्न अंतरराष्ट्रीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए हैं.’ निर्वाचन आयोग ने कहा कि मतदान सुबह आठ बजे शुरू होगा और शाम पांच बजे खत्म होगा. चुनाव नतीजे आठ जनवरी की सुबह से घोषित किए जाने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री हसीना की सत्तारूढ़ आवामी लीग के लगातार चौथी बार जीतने की उम्मीद है क्योंकि पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पार्टी ने चुनाव का बहिष्कार किया है. खालिदा भ्रष्टाचार के आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद घर में नजरबंद हैं. शेख हसीना ने इस हफ्ते राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिए भाषण में लोकतंत्र समर्थक और कानून का पालन करने वाले दलों से ऐसे विचारों को हवा न देने का अनुरोध किया था जो देश की संवैधानिक प्रक्रिया में ‘बाधा’ डालते हों. वहीं बीएनपी ने शनिवार से 48 घंटे की देशव्यापी हड़ताल की अपील की है।चुनाव लड़ रहे 27 दलों में विपक्षी जातीय पार्टी भी शामिल है. बाकी सत्तारूढ़ आवामी लीग की अगुवाई वाले गठबंधन के सदस्य हैं. बीएनपी ने चुनाव का बहिष्कार करते हुए छह जनवरी को सुबह छह बजे से आठ जनवरी सुबह छह बजे तक 48 घंटे की देशव्यापी आम हड़ताल की अपील की है. पार्टी का दावा है कि मौजूदा सरकार के रहते कोई भी चुनाव निष्पक्ष और विश्वसनीय नहीं होगा. बीएनपी के प्रवक्ता रुहुल कबीर रिजवी ने हड़ताल की घोषणा करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य ‘इस अवैध सरकार के इस्तीफे, एक तटस्थ सरकार के गठन और सभी पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को जेल से रिहा करने की मांग करना है। रिपोर्ट अशोक झा

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