टीएमसी अत्याचार और विश्वासघात का दूसरा नाम बन गई है: मोदी

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की जनता ने बहुत उम्मीदों के साथ टीएमसी को बार-बार इतना बड़ा जनादेश दिया लेकिन टीएमसी अत्याचार और विश्वासघात का दूसरा नाम बन गई है। टीएमसी के लिए बंगाल का विकास नहीं बल्कि भ्रष्टाचार और परिवारवाद ही प्राथमिकता है। “मां, माटी और मानुष सभी टीएमसी के कुशासन में रो रहे हैं। संदेशखाली की बहनें इंसाफ की गुहार लगाती रही, लेकिन टीएमसी सरकार ने उनकी एक नहीं सुनी। बंगाल में स्थिति ये है कि यहां पुलिस नहीं, बल्कि अपराधी तय करते हैं कि उन्हें कब सरेंडर करना है, कब गिरफ्तार करना है। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “राज्य सरकार तो चाहती ही नहीं थी कि संदेशखाली का गुनहगार गिरफ्तार हो. लेकिन जब ये बंगाल की नारी शक्ति दुर्गा बनकर खड़ी हो गई और बीजेपी के कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हो गए, तब मजबूरन इस राज्य सरकार को झुकना पड़ा।””ई बार, एनडीए सरकार 400 पार” : बंगाल में पीएम मोदी
पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा “मैं हमारी माताओं, बहनों और बेटियों को भी नमन करता हूं। इतनी बड़ी संख्या में आपका यहां आना साफ संदेश दे रहा है, ‘ई बार, एनडीए सरकार 400 पार’ ये मेरा दूसरा दिन है, पश्चिम बंगाल में और इन दो दिनों में मुझे आपको 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाएं सौंपने का अवसर मिला। नादिया में पीएम मोदी ने किया विकास परियोजनाओं का शिलान्यास: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृष्णानगर में 15,000 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं बिजली, सड़क, रेल की बेहतर सुविधाएं आपके जीवन को आसान बनाएगी। बंगाल को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास: प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आधुनिक दौर में विकास की गाड़ी को रफ्तार देने के लिए बिजली बहुत बड़ी जरूरत होती है। किसी भी राज्य की इंडस्ट्री हो, आधुनिक सुविधाएं हों या आधुनिक टेक्नोलॉजी से जुड़ी हमारी रोजमर्रा की जिंदगी हो, बिजली की किल्लत में कोई भी राज्य या देश विकास नहीं कर सकता। इसलिए हमारा प्रयास है कि पश्चिम बंगाल अपनी वर्तमान और भविष्य की जरूरतों को लेकर आत्मनिर्भर बने.आज दामोदर घाटी निगम के तहत रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन फेज-2 परियोजना का शिलान्यास इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। पश्चिम बंगाल देश का पूर्वी द्वार बताते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पूरब में इस द्वार से प्रगति की अपार संभावनाओं को प्रवेश हो सकता है। इसलिए हमारी सरकार पश्चिम बंगाल में रोडवेज, रेलवेज, एयरवेज, मोटरवेज… आधुनिक कनेक्टिविटी के लिए काम कर रही है। बिजली की किल्लत में कोई भी राज्य या देश विकास नहीं कर सकता है। इसलिए चाहता हूं कि पश्चिम बंगाल आत्मनिर्भर बने। पश्चिम बंगाल देश का पूर्वी द्वार है। यहां से तमाम संभावनाओं का प्रवेश हो सकता है। इसलिए रोडवेज, रेलवे, एयरवेज, वाटरवेज की कनेक्टिविटी के लिए काम कर रही है। लेकिन आजादी के बाद जिस गति से बंगाल का विकास होना चाहिए था, उसे वह नहीं मिला। हम बीते 10 सालों में उस खाई को पाटने का काम कर रहे हैं।15 हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास-लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में 15,000 करोड़ रुपए की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद जनसभा को संबोधित किया। शुक्रवार को पीएम मोदी ने आरामबाग में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ किया और हुगली में एक रैली को संबोधित किया था। संदेशखाली प्रकरण को लेकर ममता बनर्जी सरकार को घेरा था।बिजली, रेल और सड़क परियोजनाओं की मिली सौगात
कृष्णानगर में पीएम मोदी ने बिजली, रेल और सड़क जैसे क्षेत्रों से संबंधित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया।।प्रधानमंत्री ने पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर में स्थित रघुनाथपुर थर्मल पावर स्टेशन चरण।। की आधारशिला रखी। साथ ही मेजिया थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट 7 और 8 की फ्लू गैस डिसल्फराइज़ेशन (FGD) सिस्टम का भी उद्घाटन किया। एनएच-12 (100 किमी) के फरक्का-रायगंज खंड के चार लेन की सड़क परियोजना का भी उद्घाटन हुआ। 1986 करोड़ रुपये की लागत से विकसित यह परियोजना कनेक्टिविटी में सुधार करेगी और उत्तर बंगाल और पूर्वोत्तर क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान देगी। प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में 940 करोड़ रुपए से अधिक की चार रेल परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की। जिनमें दामोदर-मोहिशिला रेल लाइन का दोहरीकरण, रामपुरहाट और मुरारई के बीच तीसरी लाइन, बाजारसौ-अजीमगंज रेल लाइन का दोहरीकरण और अजीमगंज-मुर्शिदाबाद को जोड़ने वाली नई लाइन शामिल है। रिपोर्ट अशोक झा

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