बांदा से लापता बालक पंजाब में भीख मांगते मिला
भिक्षावृत्ति कराने वाले गैंग से बालक को पुलिस ने मुक्त कराया
बांदा / बुआ के घर में शादी समारोह के बाद घर लौटते समय 4 मार्च को लापता किशोर पंजाब में भिक्षा मांगते पाया गया। पंजाब पुलिस ने एक दूकानदार की सूचना पर मौके पर पहुंचकर भिक्षावृत्ति कराने वाले गैंग से बालक को पंजाब पुलिस ने मुक्त कराया। लिया है। नरैनी कोतवाली पुलिस परिजनों के साथ बच्चे को लेने पंजाब गई है।
कालिंजर थाना क्षेत्र के रामगंज (सढ़ा) निवासी सत्यनारायण का 14 वर्षीय पुत्र शंकर अपनी बुआ के यहां नरैनी क्षेत्र के उदयी पुरवा (नहरी) आया था। यहां से घर जाते समय लापता हो गया था। पिता ने कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रविवार को सुबह लगभग 10 बजे चचेरे भाई पवन के फोन पर व्हाट्सएप काल आई। शंकर ने रोते हुए बताया कि उसे साधु पकड़ कर ले गए थे और उससे भीख मंगवा रहे थे। लड़के ने बताया कि वह पंजाब में है। एक साधू के साथ यहा भीख मांग रहा था। एक स्थानीय दुकानदार ने शक के आधार पर साधू से कड़क आवाज में बात की और उसके बारे में पूछा। लडके ने बताया कि उक्त दुकानदार ने जब उससे जानकारी ली तो उसने पूरी कहानी बता दी। दुकानदार ने फोन कर पुलिस बुला ली और कथित साधू को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उसी दुकानदार ने शंकर से फोन नम्बर पूछ कर चचेरे भाई से बात करायी। परिजनों ने कोतवाली पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस टीम अपह्त की बरामदगी को लेकर पंजाब के लिए रवाना हुई है।
कोतवाली प्रभारी नरैनी ने बताया कि टीम पंजाब के लिए भेजी गई है। किशोर के आने के बाद ही स्थिति पता चल सकेगी कि उसका अपहरण कैसे और किसने किया। वहीं, किशोर के अपहरण और भिक्षावृति कराए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद इंटेलीजेंस एजेंसियां भी सक्रिय हो गई है।