मुख्तार मामले में न्यायिक और मैजिस्ट्रेटी जांच मे जेलर, डिप्टी जेलर समेत 14 कर्मियों के बयान दर्ज
– जांच अधिकारियों ने दो डाक्टरों को जारी की नोटिस
बांदा। माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के मामले मे गठित की गयी न्यायिक जांच कमेटी और मैजिस्ट्रेटी जांच में तेजी आ गई है। एमपी-एमएलए कोर्ट की न्यायिक मैजिस्ट्रेट गरिमा सिंह और एडीएम (वित्त एवं राजस्व) राजेश कुमार ने जेलर और डिप्टी जेलर समेत 14 कर्मियों से मुख्तार अंसारी की मौत से जुड़े कई सवाल किये। इन सवालों के जवाब बयान के रूप में दर्ज किए गए। साथ ही जिला अस्पताल के दो डाक्टरों को नोटिस जारी की गई है।
पूर्वांचल के माफिया डान मुख्तार अंसारी की 28 मार्च की रात मौत हो गयी थी। अगले ही दिन 29 मार्च को मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट ने न्यायिक जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद 30 मार्च को न्यायिक मैजिस्ट्रेट गरिमा सिंह ने जेल पहुंचकर जांच की शुरुआत कर दी थी। इसी दौरान जिला मैजिस्ट्रेट दुर्गा शक्ति नागपाल ने मैजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए थे। जिसमें जांच अधिकारी एडीएम राजेश कुमार को नामित किया गया था। यह दोनों अधिकारी बुधवार को जेल पहुंचे। इन्होंने जेल में तैनात दो डॉक्टरों, एक फार्मासिस्ट, जेलर मनीष कुमार, प्रभारी डिप्टी जेलर अविनाश, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पेशी जेलर महेंद्र कुमार और चार वार्डन से अलग-अलग पूछ्ताछ की।
जेल के डॉक्टर से मुख्तार अंसारी की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानकारी ली गई। वहीं फार्मासिस्ट से मुख्तार अंसारी को बीमारी के दौरान दी जाने वाली दवाओं के बारे में जानकारी ली गई। इसके अलावा जेलर और डिप्टी जेलर से सवाल किया गया कि मुख्तार को कब उल्टी हुई थी ?और हार्ट अटैक कब आया था ? इसी तरह मेडिकल कॉलेज में आईसीयू में रखने के बाद की हालत, जेल में शिफ्ट करते वक्त क्या पोजीशन रही ! आदि सवाल जांच अधिकारियों ने पूछे। जो जवाब मिला उसे बयान के रूप में दर्ज कर लिया गया। मुख्तार की बैरक की सील खुलवाकर फोटो और वीडियो ग्राफी कराई गई। इसके बाद फिर बैरक को सील करवा दिया गया। इस दौरान मैजिस्ट्रेटी जांच कर रहे एडीएम राजेश कुमार ने मुख्तार अंसारी की मौत से संबंधित जरूरी दस्तावेज एकत्र किए। दोपहर 3 से 5 तक दोनों जांच अधिकारी जेल में रहे। जेल से बाहर निकलने के बाद इन अधिकारियों ने मीडिया को किसी तरह के बयान की जानकारी नहीं दी। लेकिन जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि दोनों जांच अधिकारियों ने जेलर, डिप्टी जेलर और डॉक्टर, फार्मासिस्ट समेत 14 लोगों से पूछताछ की है। जिला अस्पताल के डा0 हृदेश पटेल फिजिशियन और सर्जन डॉ. अदिति श्रीवास्तव को बयान देने के लिए नोटिस जारी की गई है।