चुनाव प्रचार में विरोध प्रदर्शन हताशा का उदाहरण : राजू बिष्ट

सिलीगुड़ी: दार्जिलिंग से भाजपा उम्मीदवार राजू बिष्ट की बढ़ती लोकप्रियता और जीत की ओर बढ़ रहे प्रभाव के कारण चोपड़ा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान विरोध का सामना करना पड़ा है। बिष्ट को काले झंडे दिखाने के साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने ‘गो बैक का नारा’ भी लगाया।जिससे चोपड़ा विधानसभा के कच्चाकली इलाके में तनाव फैल गया। शनिवार को राजू बिष्ट पहली बार चोपड़ा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने गए। इस दिन वह कच्चाकली बाजार इलाके में कालीमंदिर में पूजा करने के बाद दासपाड़ा के लिए रवाना हुए। चुआगाड़ी चौरंगी मोड़ इलाके में राजू बिष्ट को विरोध का सामना करना पड़ा। बिष्ट को काले झंडे दिखाए गए। इसके साथ-साथ तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों ने ‘गो बैक का नारा’ भी लगाया। जिससे तनाव का माहौल बन गया। हालांकि चुनाव प्रचार को देखते हुए पहले से इलाके में पुलिस और केंद्रीय बल तैनात थे। जिस वजह को पुलिस ने प्रदर्शकारियों को तुरंत काबू कर लिया। तृणमूल ब्लॉक अध्यक्ष प्रीतिरंजन घोष ने कहा कि राजू बिष्ट पिछले पांच वर्षों के दौरान क्षेत्र में नहीं देखे गए। वहीं, राजू बिष्ट ने कोई विकास कार्य भी नहीं किया है। इसी कारण इलाके के लोगों ने उनके खिलाफ नारेबाजी किया। राजू बिष्ट ने कहा की उनके कार्यकाल में जितना इस लोकसभा क्षेत्र में विकास हुआ वह आजादी के बाद अबतक नहीं हुआ था। यही कारण है की टिकट के लिए इस क्षेत्र के लोगों की मांग थी कि उन्हें राजू बिष्ट ही चाहिए। हां यह जरूर है की उनके क्षेत्र में भ्रष्टाचार करने वाले को जेल जाना पड़ेगा। यह पहले भी कहा ओर आगे भी मेरे द्वारा ऐसा कदम उठाया जाएगा। आदिवासियों के साथ अत्याचार, जबरन जमीन पर कब्जा कर किसी पार्टी के लिए पैसा इक्ट्ठा करना बर्दास्त नही किया जायेगा। रामनवमी के अवसर पर भी यहां निकलने वाली शोभायात्रा में बराबर बाधा डाला जाता है क्या यह भी विकास का कोई मुद्दा है। रिपोर्ट अशोक झा

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