संदेशखाली के एक कथित ‘स्टिंग वीडियो’ विवाद के बीच दावा किया है कि राज्य में लोगों को ‘खरीदा और बेचा’ जा रहा:दिलीप घोष
कोलकाता: पश्चिम बंगाल भाजपा के वरिष्ठ नेता और बर्धमान-दुर्गापुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार दिलीप घोष ने संदेशखाली के एक कथित ‘स्टिंग वीडियो’ विवाद के बीच दावा किया है कि राज्य में लोगों को ‘खरीदा और बेचा’ जा रहा है। राजभवन में एक कर्मचारी द्वारा राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ लगाये गये छेड़छाड़ के आरोपों पर भी घोष ने दावा किया कि पैसे के बदले में लोगों को राज्यपाल के आधिकारिक आवास पर रखा जा रहा है। बंगाल भाजपा के पूर्व प्रमुख घोष ने कहा, “लोगों को तृणमूल शासन में खरीदा और बेचा जा रहा है। यहां तक कि उन्हें पैसे के बदले राजभवन में भी लोगों को बैठाया जा रहा है। तृणमूल यह समझ ले कि हमारे खिलाफ दुष्प्रचार के तहत वायरल किये गए कथित स्टिंग वीडियो से चुनाव के नतीजों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा, यह भाजपा नहीं बल्कि संदेशखाली के आम लोग थे, जो विरोध में भड़क उठे थे और तृणमूल नेता शेख शाहजहां के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। संदेशखाली के मुख्य आरोपी शेख ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को कबूल कर लिया है। यह उसी के गुर्गे थे, जिन्होंने ईडी और सीबीआई की टीमों पर हमला किया था।’ मालूम हो कि तृणमूल ने बीते शनिवार को एक कथित स्टिंग ऑपरेशन के एक वीडियो को चिह्नित किया, जिसे एक स्थानीय टेलीविजन समाचार चैनल द्वारा प्रसारित किया गया था। उस कथित वीडियो में गंगाधर कोयल नाम का एक व्यक्ति, जो खुद को भाजपा बूथ मंडल का अध्यक्ष बता रहा है, उसे कहते हुए सुना जा सकता है कि संदेशखाली में महिलाओं का यौन उत्पीड़न नहीं हुआ था बल्कि विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी के आदेश पर उन्हें ‘बलात्कार’ पीड़िता के रूप में पेश किया गया था। यह दावा करते हुए कि सुवेंदु ने उससे कहा था कि संदेशखाली में तृणमूल के मजबूत लोगों को तब तक गिरफ्तार नहीं किया जा सकता है, जब तक कि उन्हें झूठे “बलात्कार मामले” में नहीं फंसाया जाता है। हालाँकि, कथित स्टिंग ऑपरेशन को प्रसारित करने वाले समाचार चैनल ने क्लिप की सत्यता की पुष्टि नहीं की।कथित स्टिंग ऑपरेशन से एक क्लिप साझा करते हुए टीएमसी नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने दावा किया कि लोगों को आगे बढ़ने और अपने राजनीतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए बंगाल की छवि और प्रतिष्ठा को धूमिल करने के भाजपा के प्रयासों को देखना चाहिए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा, “चौंकाने वाला संदेशखाली स्टिंग दिखाता है कि भाजपा के भीतर कितनी गहरी सड़ांध है। बंगाल की प्रगतिशील सोच और संस्कृति के प्रति उनकी नफरत में बांग्ला-विरोधी हैं। भाजपा ने हमारे राज्य को हर संभव स्तर पर बदनाम करने की साजिश रची।
रिपोर्ट अशोक झा