गरीबों की पार्टी है बसपा, पूंजीपतियों से पैसा लेकर संगठन नही चलाती: मायावती
हरदोई के माधौगंज कस्बे के श्री नरपति सिंह इण्टर कॉलेज खेल मैदान पर बुधवार को बसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने चुनावी जनसभा में विपक्ष पर हमलावर रहीं। उन्होंने कहा कि बसपा किसी भी गठबन्धन के बजाय अकेले दमखम के साथ चुनावी मैदान में उतरी है। टिकट वितरण में सभी वर्गों की भागीदारी का ध्यान रखा गया है।
मायावती ने कहा कि बीएसपी में लोगों को रोजगार देने का काम किया गया जबकि भाजपा राशन के नाम पर गांव गांव पहुंचकर एवज में वोट मांग रही है। उन्होंने कांग्रेस समाजवादी पार्टी सहित अन्य दलों पर करारे प्रहार करते हुए कहा कि बसपा ही देश में एक ऐसी पार्टी है जिसने किसी भी पूंजीपति से पैसा नही लिया यह खुलासा एक रिपोर्ट के जरिये सामने आया है जबकि अन्य सभी दलों ने खूब पैसा लिया है। ब्राम्हणों को उनकी पार्टी में हमेशा सम्मान दिया गया जबकि बीजेपी में उनका उत्पीड़न किया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी में जतिवाद, सम्प्रदायिकता,साम्यवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। अब देश की जनता बीजेपी की नीतियों को समझ चुकी है भाजपा ईवीएम व सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करती हैं। अधिकांश पार्टियां चुनाव में घोषणापत्र में किए गए वायदे पूरे नही करती हैं। देश के बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों को मालामाल करने व हर स्तर पर उन्हें आगे बढ़ने के प्रयास किए गए हैं। उनकी पार्टी गरीबों की है जो किसी पूंजीपति से पैसा लेकर संगठन नही चलाती है सरकारी सेक्टर बड़े-बड़े पूंजीपतियों को दिए जाने से आरक्षण का लाभ नही मिल पा रहा है। अल्पसंख्यक समुदाय की हालत दिनों दिन खराब होती चली जा रही है। उन्होंने कांग्रेस बीजेपी व उनके सहयोगी दलों को केन्द्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए अपील करते हुए कहा कि विपक्षी दल साम, दाम, दण्ड भेद करके किसी किसी भी प्रकार सत्ता में आने के प्रयास में हैं। उनकी पार्टी चुनावी घोषणापत्र नही बल्कि जमीनी स्तर पर कार्य करके लोगों का विकास करती है। उन्हें सरकार बनाने का मौका मिला तो हकीकत में जमीनी स्तर पर कार्य किए जाएंगे। गरीबों को जो राशन दिया जा रहा है वह प्रधानमंत्री नही बल्कि लोगों द्वारा दिए गए टैक्स से वितरित किया जा रहा है। गरीबो की समस्याएं राशन देने से नही बल्कि काम देने से दूर हो सकती है। मिश्रिख, हरदोई व उन्नाव के मौजूद प्रत्याशियों के लिए समर्थन व वोट मांगा।