राहुल गांधी के करीबी नेता व झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम को ईडी (ED) ने किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: चुनाव भ्रष्टाचार और नेताओं की गिरफ्तारी लोकसभा चुनाव में प्रत्येक दिन नया रिकॉर्ड बना रही है। इसी क्रम में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के करीबी झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम को ईडी (ED) ने गिरफ्तार कर लिया। उनके निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर के पास से 37 करोड़ रुपये कैश मिला था। इसी मामले में कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया गया है।ईडी ने आलमगीर आलम को आज भी पूछताछ के लिए बुलाया था।सूत्रों की मानें तो पूछताछ में सहयोग नहीं करने पर उन्हें गिरफ्तार किया गया। इससे पहले मंगलवार को कांग्रेस नेता आलमगीर आलम धनशोधन मामले में पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए थे।मंगलवार को घंटों तक हुई थी पूछताछ: अधिकारियों ने उनसे नौ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. मंगलवार को उन्होंने ईडी कार्यालय से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से कहा था, ‘मुझसे जो भी सवाल पूछे गए मैंने उनका जवाब दिया है।निजी सचिव के नौकर के पास मिले थे करोड़ों: ईडी ने पिछले सप्ताह आलम के निजी सचिव और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव कुमार लाल (52) और घरेलू सहायक जहांगीर आलम (42) को उनसे जुड़े एक फ्लैट से 32 करोड़ रुपये से अधिक नकदी जब्त करने के बाद गिरफ्तार किया था।इस मामले में ईडी ने लगभग 36.75 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है, क्योंकि एजेंसी ने पिछले मंगलवार को एक ठेकेदार के परिसर से 1.5 करोड़ रुपये के अलावा लाल के ठिकाने से 10.05 लाख रुपये सहित अन्य स्थानों से लगभग तीन करोड़ रुपये जब्त किए थे।जानें- क्या है पूरा मामला?: सितंबर 2020 का धन शोधन मामला राज्य ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम और अन्य के खिलाफ झारखंड पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा दर्ज मामले और दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा मार्च 2023 में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है। ईडी ने राम को पिछले साल गिरफ्तार किया था. ईडी ने दावा किया है कि राम निविदा आवंटन समेत अन्य संबंधित कार्यों के लिए ”कमीशन इकट्ठा” करते थे और 1.5 प्रतिशत का यह कमीशन उनके वरिष्ठों और राजनेताओं के बीच ”वितरित” किया जाता था. ईडी ने अदालत के समक्ष आरोप लगाया था कि राम ने सितंबर 2022 में लाल को ‘कमीशन’ की रकम सौंपी थी।
रिपोर्ट अशोक झा

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