मयूर स्कूल सिलीगुड़ी में पहली जून से बच्चों के लिए लग रहा समर कैंप

अगर आप भी अपने बच्चे का करना चाहते है बैद्धिक व मानसिक विकास मत करें नामांकन में देरी

 

सिलीगुड़ी: रिकॉर्ड तोड़ गर्मी में परेशान बच्चों के लिए सिलीगुड़ी मयूर स्कूल पहली जून से तीन दिनों के लिए 5-15 वर्ष के आयु के बच्चों के लिए समर कैंप का आयोजन कर रहा है। स्कूल के चेयरमैन विमल डालमिया ने बताया कि कैंप में नामांकन के लिए एक छोटा सा शुल्क 1800 रुपया रखा गया है। कैंप प्रतिदिन सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगा। बच्चों को लाने और पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है। बच्चों को कैंप में दोपहर का भोजन और नाश्ता भी मुहैया कराया जायेगा। समर कैंप में पानी के खेल,कार रेस पृथ्वी केन्द्रित गतिविधियाँ योग और ज़ुम्बा, रोबोटिक्स रस्साकशी / शूटिंग क्ले और पॉटरी सत्र,नृत्य/थिएटर तीरंदाजी/बाधा जादू शो आदि का आनंद दिलाया जायेगा। डालमिया ने कहा की इसी वर्ष स्कूल का विधिवत उद्घाटन किया गया है। डालमिया ने बताया कि उद्घाटन सत्र में स्कूल प्रबंधन की ओर से घोषणा की गई है की इस साल नामांकन कराने वाले बच्चों का नामांकन फीस नहीं लिया जाएगा। बताया की मयूर स्कूल का उद्देश्य बच्चों के समग्र विकास के लिए विश्व स्तर की सुविधाएं प्रदान करने के साथ-साथ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ शहर के बच्चों को सशक्त बनाना है। स्कूल विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम का पालन कर रहा है । मयूर स्कूल डिजिटल क्लासरूम से इक्विप्ड है, जिसमें बेहतर टीचिंग-लर्निंग के लिए इंटरैक्टिव डिजिटल टेक्नोलॉजी, पूरी तरह से इक्विप्ड हाई-एंड कंप्यूटर लैब्स के साथ ही सामाजिक विज्ञान, विज्ञान, गणित और विभिन्न भाषाओं के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई लैब्स हैं। छात्रों को स्टेम (STEAM) लर्निंग में मदद करने के लिए ‘मेकरस्पेस’ मौजूद है, ताकि वे भविष्य में टेक्नोलॉजी में माहिर हो सके। छात्रों के समग्र विकास के लिए, स्कूल में खेलों से लेकर अतिरिक्त पाठयक्रम गतिविधियों के साथ-साथ एकीकृत शिक्षा का एक अनूठा संयोजन होगा। बताया की 1875 में स्थापित मेयो कॉलेज की 150 वर्षों की लिगेसी है। मेयो कॉलेज जनरल काउंसिल से जुड़कर मयूर स्कूल सिलीगुड़ी इस प्रसिद्ध पब्लिक स्कूल की बेस्ट प्रैक्टिसिस का पालन करेगा। स्कूल ने एक अभिनव दृष्टिकोण पेश किया है जिसमें ऑडियो-विज़ुअल सहायता के साथ कक्षा शिक्षण का संतुलित मिश्रण शामिल है। प्रत्येक बच्चे को व्यक्तिगत ध्यान और कड़ी निगरानी प्रदान की जाती है। स्कूल सौंदर्य और नैतिक मूल्यों, भावनात्मक एकीकरण और संचार कौशल सहित बच्चे के व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास पर ध्यान केंद्रित करता है। इससे किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। रिपोर्ट अशोक झा,

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