चुनावी मैदान में अब तक गोल करने में फेल रहे दिग्गज फुटबॉलर बाइचुंग भूटिया
अशोक झा, सिक्किम: भारत के दिग्गज फुटबॉलर और पूर्व भारतीय कप्तान बाइचुंग भूटिया राजनीतिक पिच पर अबतक एक भी गोल नहीं कर पाए है। चुनावी मैदान में जनता उन्हें 2014 से लगातार रेड कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर कर रही है। राजनीति के जानकारों की माने तो वे गलत राजनीतिक ट्रैक पर आगे बढ़ रहे है यही कारण है की उनका जीत पाना संभव नहीं हो पा रहा है। सिक्किम विधानसभा चुनाव में दिग्गज फुटबॉलर और बारफुंग विधानसभा सीट से सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (SDF) के उम्मीदवार बाइचुंग भूटिया सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के रिक्सल दोरजी भूटिया से 4300 वोटों से हार गए हैं। उनकी हार लगभग तय मानी जा रही है क्योंकि दोनों के बीच का अंतर काफी बड़ा है और फिलहाल तीसरे और आखिरी राउंड की गिनती चल रही है। बाइचुंग भूटिया को 4,012 वोट मिले हैं जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी रिक्सल दोरजी को अब तक 8,300 से अधिक वोट मिले हैं. भूटिया वर्तमान में एसडीएफ के उपाध्यक्ष हैं। उन्होंने 2018 में बनी अपनी ‘हमरो सिक्किम पार्टी’ का 2023 में एसडीएफ में विलय कर दिया था।सियासी मैदान में नहीं मिली सफलता: भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान भूटिया ने पहले भी तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों बार हार गए थे ममता बनर्जी की पार्टी ने उन्हें 2014 के लोकसभा चुनाव में दार्जिलिंग से और 2016 के विधानसभा चुनाव में सिलीगुड़ी से मैदान में उतारा था।उन्होंने सिक्किम के गंगटोक और तुमेन-लिंगी से 2019 का विधानसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। वह गंगटोक में 2019 का उपचुनाव भी हार गए थे।सिक्किम में SKM की प्रचंड जीत: सिक्किम विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना रविवार सुबह शुरू हुई. सिक्किम की 32 विधानसभा सीटों में से 31 पर SKM ने जीत दर्ज की है. सिक्किम में सत्तारूढ़ सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) की यह लगातार दूसरी और प्रचंड जीत है। वहीं एक सीट SDF के खाते में आई जबकि अन्य किसी भी दल का खाता ही नहीं खुला।भारत के लिए किए 48 गोल :आधुनिक युग में भारतीय फुटबॉल टीम के पुनरुत्थान का श्रेय भूटिया को दिया जाता है. वह यूरोपीय क्लब का प्रतिनिधित्व करने वाले पहले भारतीय फुटबॉलर भी थे. भारत के लिए 48 गोल के साथ भूटिया, सुनील छेत्री के बाद देश के लिए दूसरे सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं।