सिक्किम में 1200-1500 पर्यटक फंसे, उत्तरी सिक्कम में रेड अलर्ट


गंगटोक :
नॉर्थ ईस्ट के शहर सिक्किम में लगातार मौसम बिगड़ता जा रहा है। बिगड़ते मौसम के चलते सड़कों पर पानी भर गया है। भूस्खलन हो रहा है, घर ढह गए हैं, मोबाइल नेटवर्क बाधित हो गया है। जिसकी वजह से वहां फंसे लोगों से संपर्क साधना भी मुश्किल हो गया है। पूरे शहर में तबाही का मंजर है। इसी बीच सिक्किम में फंसे टूरिस्ट को लगातार सुरक्षित शहर से बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि अगर मौसम ठीक रहा तो सिक्किम के मंगन जिले में फंसे 1,200 से ज्यादा टूरिस्ट को आज यानी रविवार को सिक्किम से बाहर निकाला जा सकता है। ज्यादातर पर्यटकों को वहां के गुरुद्वारा में रखा गया है। बयान में कहा गया कि सिक्किम के टूरिस्ट और नागरिक उड्डयन मंत्री शेरिंग थेंडुप भूटिया, सिक्किम में फंसे टूरिस्ट को रेस्क्यू करने का काम लगातार देख रहे हैं। हालांकि, शनिवार शाम को जारी बयान में कहा गया कि मौसम अगर सामान्य रहा तो सिक्किम के लाचुंग से पर्यटकों को एयरलिफ्ट और सड़क रास्ते के जरिए रेस्क्यू करने का काम रविवार को शुरू किया जाएगा। मौसम खराब होने के कारण यह संभव नहीं हो पाया।
पर्यटन और नागरिक उड्डयन सचिव सीएस राव ने बताया कि सिक्किम में लगातार हो रही बारिश ने तबाही मचा दी है। बारिश की वजह से सड़क खस्ता हाल हो गई है। दूसरी तरफ किसी से भी संपर्क साधना भी मुमकिन नहीं हो पा रहा है। सीएस राव ने इसी बीच जानकारी दी कि 15 विदेशियों सहित लगभग 1,215 पर्यटक पिछले एक हफ्ते से लाचुंग शहर में फंसे हुए हैं।
अधिकारियों ने जानकारी दी कि सिक्किम में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते अब तक 9 लोगों की मौत हो गई हैं। जिला प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया है। पूरे शहर में जान और माल का भारी नुकसान हुआ है। लगातार हो रही बारिश के चलते कई जगहों में अंधेरा पसरा हुआ है, कई क्षेत्रों में बिजली की तार टूट गई है और बिजली नहीं आ रही है, साथ ही मोबाइल नेटवर्क भी भारी बारिश से बाधित हुए हैं और वहां फंसे लोगों से संपर्क साधना मुश्किल हो गया है।दरअसल, उत्तरी सिक्किम में करीब 1200-1500 पर्यटक फंसे हुए हैं, जिन्हें हवाई मार्ग से बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। इन पर्यटकों में विदेशी पर्यटक भी शामिल है। नेपाल, थाइलैंड बंगलादेश के कई टूरिस्ट इस भूस्खलन में फंसे हुए हैं। दरअसल, सांकलांग में एक ब्रिज के गिरने से स्थिति गंभीर हो गई है। सांकलांग में नवनिर्मित सस्पेंशन ब्रिज के गिरने से कनेक्टिविटी उत्तरी सिक्किम जोंगु क्षेत्र से पूरी तरह से कट चुका है। पिछले कुछ दिनों से सिक्किम में लगातार बारिश हो रही है. इस भूस्खलन में 9 लोगों की मौत की खबर सामने आई है।सिक्किम में हुए भूस्खलन पर मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने एक उच्च स्तरीय बैठक की. इस भूस्खलन से पर्वतीय क्षेत्र बुरी तरह से प्रभावित हो चुका है। वहीं, प्रशासन ने पर्यटकों से शांति बनाए रखने के लिए कहा है अपने-अपने स्थानों पर ही रहने को कहा है। प्रशासन ने फंसे हुए लोगों के लिए राशन की भी व्यवस्था कर रही है। प्रदेश में हुए भूस्खलन से कई घर रास्ते क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। कई घर तो जलमग्न हो चुके हैं. संचार बिजली की भी समस्या उत्पन्न हो चुकी है। उत्तरी सिक्किम में जारी किया रेड अलर्ट: आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे में गंगटोक, दमथांग, रानीपूल, ताडोंग समेत कई इलाकों में 50 से 90 मिमि तक बारिश दर्ज की गई है। IMD ने लगातार हो रही बारिश को देखते हुए उत्तरी सिक्किम में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। फिलहाल प्रशासन बचाव काम में जुटी हुई है। पहाड़ के साथ समतल में भी रात से लगातार बारिश हो रही है। दार्जिलिंग से लौटते समय सिक्किम में भारी बारिश के कारण भूस्खलन हो गया। सड़कें बह गई हैं। वीरवार को गुरुद्वारे के सेवादार के फोन से परिवार की यहां हरीश कालड़ा से बात हुई थी। परिवार शहरी विधायक प्रमोद विज से मिला। विधायक विज ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से बात की। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गृह मंत्रालय से संपर्क कर परिवार को सुरक्षित निकाल घर पहुंचाने में मदद करने को कहा है।
एक हफ्ते पहले गए थे घूमने
हरीश कालड़ा ने बताया कि बेटी शिवानी की शादी रोहतक के डीएलएफ निवासी अमित से हुई है। दंपती बड़ी बेटी आरिश और बेटा आरांश सहित सास, ससुर, देवर, देवरानी और उनकी बेटी साइसा के साथ घूमने के लिए पिछले सप्ताह शनिवार को गए थे।
बुधवार तक शिवानी का पानीपत और रोहतक में परिवार के दूसरे सदस्यों से फोन पर संपर्क रहा। अचानक वीरवार की रात फोन आया कि भूस्खलन की वजह से बीच रास्ते में सिक्किम के मंगन जिले के चुंग थैग में फंस गए हैं। शनिवार की सायं शिवानी का फिर से फोन आया। उसने बताया कि तीन दिन बाद गुरुद्वारे में बिजली आ गई है। प्रशासन की ओर से अभी तक कोई सहायता अभी तक नहीं पहुंचाई गई है।सीमा सड़क संगठन ने एक बयान में कहा, ”बीआरओ ने स्वास्तिक परियोजना के तहत उत्तरी सिक्किम से सड़क संपर्क बहाल करने के लिए काफी संख्या में श्रमिक और मशीनरी लगाई है।
लगातार काम कर रही बीआरओ की टीम: बीआरओ ने बयान में कहा कि आवागमन बहाल करने के लिए डिकचू-सांकलांग-टूंग रोड पर मलबा हटाने में मशीन का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही, टूंग से सांकलांग की ओर सड़क के 10 किलोमीटर हिस्से से मलबा हटा दिया गया है।बीआरओ ने नगा की ओर जाने वाले गंगटोक रोड पर मलबा हटाने के लिए मशीनरी लगाई है। उसने बताया कि नगा और लंथाखोला के बीच आवागमन बहाल कर दिया गया है। बीआरओ ने बताया कि हाल ही में टूंग में बनाए गए पुल के जरिये उत्तरी सिक्किम से सड़क संपर्क बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। रिपोर्ट अशोक झा

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