गंभीर रूप से घायल बेसहारा गूंगी महिला को ठेले पर लेकर बहराइच जिला अस्पताल पहुंचे पड़ोसी, सपा नेता यासर शाह ने ट्वीट कर सरकार को घेरा

*मनीष मल्होत्रा (स्वतंत्र पत्रकार)*

लखनऊ 15 जुलाई। उत्तर प्रदेश के बहराइच जनपद के जिला अस्पताल में ‘ठेले पर लदकर’ घायलावस्था में जिला अस्पताल पहुंची ‘गूंगी महिला’ के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हैं।
सपा ने इस पूरे घटनाक्रम पर सरकार व प्रशासन को आड़े हाथों लिया है।

दरगाह शरीफ थाना प्रभारी हरेंद्र मिश्र ने मीडिया से बताया कि शनिवार को गंभीर रूप से घायल बख्शीपुरा निवासी करीब 45 वर्षीय एक गूंगी महिला को उसके कुछ पड़ोसी जिला अस्पताल ले गए थे। महिला के पेट के नीचे चोट के निशान थे। महिला चोट के बारे में कुछ बता नहीं पा रही थी। पुलिस को सूचना मिली तो थाने से मेडिकल जांच हेतु ‘चिट्ठी मंजूरी’ बनाकर एक सिपाही को जिला अस्पताल भेजा गया। एसएचओ ने बताया कि गूंगी महिला भीख मांग कर गुजारा करती है। उसकी अंधी मां उसके साथ रहती है। एक भाई भी है लेकिन वह उस समय मौजूद नहीं था। मिश्र ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट में कुछ संदिग्ध मिला तो उस आधार पर मुकदमा कायम कर कार्यवाही की जाएगी।
इस संबंध में जिला चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. एम. एम. त्रिपाठी ने बताया कि “शनिवार का मामला है। कुछ लोग एक महिला को ठेलिया पर लाद कर अस्पताल लाए थे। शनिवार दोपहर करीब दो बजे एक पुलिसकर्मी मेरे पास आया तो मैं स्वयं इमरजेंसी वार्ड पहुंचा था। हम लोग जांच के लिए स्ट्रेचर दे रहे थे। लेकिन महिला के साथ वाले नहीं माने और ठेले पर ही उन्हें जांच हेतु ले गये। गरीब आदमी थे। हमने स्ट्रेचर के लिए कहा लेकिन कोई ना माने तो हम क्या कर सकते थे!”
जिला अस्पताल के प्रबंधक रिजवान अहमद ने बताया कि “थाना दरगाह शरीफ के बख्शीपुरा मोहल्ले की निवासी उक्त महिला जिला अस्पताल के सर्जरी वार्ड में भर्ती है जहां उसका इलाज चल रहा है।”
रविवार शाम अस्पताल परिसर में इमर्जेंसी वार्ड के बाहर ठेले पर लेटी महिला मरीज की तस्वीरों को सपा नेता पूर्व कैबिनेट मंत्री यासर शाह ने अपने एक्स एकाउंट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश के मुख्य सचिव को टैग करते हुए साझा किया है। सपा नेता ने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा है कि “ज़िला चिकित्सालय बहराइच 2017 तक पूरे देवीपाटन मंडल का उत्कृष्ट चिकित्सालय था जहां दूर दूर से मरीज़ आते थे इलाज कराने और स्वस्थ हो कर जाते थे। आज यहाँ विधायक भाजपा का है, सांसद भाजपा का है, प्रदेश सरकार भाजपा की है और ये ज़िला चिकित्सालय मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है, अब सीएमएस के कमरे पर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल साहब का क़ब्ज़ा है और मरीज़ भगवान भरोसे।”
यासर शाह की इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) डा. एम. एम. त्रिपाठी ने कहा कि “कमरे पर कब्जे की बात गलत है। सीएमएस का कमरा गिर रहा है। इसे धराशाई कर वहां तीन बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट बनने जा रहा है। सीएमएस के लिए कमरा नंबर 6 आवंटित है। इन दिनों मेरा कार्यालय अस्पताल के 6 नंबर कमरे में है और प्रधानाचार्य महोदय का कार्यालय अस्पताल के 3 नंबर कमरे में है।”

सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सपा नेता यासर शाह ने कहा कि “ये तो सिर्फ इस सरकार की कुछेक बानगी मात्र हैं। ये वो इक्का दुक्का घटनाएं हैं जो सोशल मीडिया के चलते कभी कभार प्रकाश में आती हैं। अव्यवस्था तो बहुत है। पूरी सरकार ही अव्यवस्थित है। रही बात जिला अस्पताल की तो जिला अस्पताल अब रह ही नहीं गया है। इसे मेडिकल कालेज को दे दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की जगह इसे चिकित्सा शिक्षा विभाग चला रहा है। प्रदेश भर में जिला अस्पतालों को मेडिकल कालेजों के सुपुर्द कर दिया गया है। बहराइच में सात साल से ट्रामा सेंटर बना खड़ा है। इसे चालू नहीं किया जा रहा है।”
पूर्व मंत्री सपा नेता ने बहराइच में नया जिला अस्पताल बनाने व बने खड़े ट्रामा सेंटर को चालू करने की मांग की है।
बता दें कि महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के अधीन महर्षि बालार्क चिकित्सालय (जिला अस्पताल) कार्यरत है। बीते कुछ दिनों से अस्पताल की अव्यवस्था चर्चा में है। यहां बीते दिनों बेटी का इलाज ना होने पर पूर्व भाजपा विधायक जटाशंकर सिंह के पुत्र धरने पर बैठे थे। वहीं यहां की छः नर्सों का ड्यूटी के समय बंदर के बच्चे से खेलते वीडियो वायरल होने पर छः नर्सों को निलंबित किया गया था।

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