डॉक्टर दिलीप जायसवाल बने बिहार में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष

बिहार बंगाल सीमांचल में समर्थकों में खुशी की लहर

अशोक झा, पटना: सम्राट चौधरी के बाद अब दिलीप जायसवाल बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बने। दिलीप जायसवाल अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। वह सिक्किम बीजेपी के प्रभारी भी हैं। 13 माह के बाद बिहार को नया प्रमुख मिला है। इसकी घोषणा पार्टी ने कर दी है।वहीं डॉ. दिलीप जायसवाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने की खबर के बाद सीमांचल वासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। बिहार में भूमि सुधार मंत्री के रूप में काम कर रहे दिलीप जायसवाल को बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।बिहार सरकार में भूमि एवं राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल मूल रूप से खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। तीसरी बार विधान परिषद के सदस्य बने हैं। पूर्णिया-अररिया-किशनगंज क्षेत्र संख्या 23 से एनडीए प्रत्याशी के रूप में तीन बार से चुनाव जीत रहे हैं।
लगातार 20 वर्षों तक बिहार प्रदेश भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। बिहार राज्य भंडारण निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जयसवाल सिक्किम भाजपा के राज्य प्रभारी और माता गुजरी विश्वविद्यालय से संबद्धमाता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज किशनगंज के प्रबंध निदेशक भी हैं। उन्होंने 2005 से 2008 तक बिहार राज्य भंडारा निगम के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह कुशवाहा वोट का बिखराव हुआ, वह केंद्रीय नेतृत्व को पसंद नहीं आया है। जो सोचकर बीजेपी ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था, उसपर वे खरे नहीं उतरे, और चुनाव में कुशवाहा वोट या तो जेडीयू को या फिर आरजेडी को चला गया। वहीं सूत्रों के मुताबिक सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी हाथ है। लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार द्वारा केंद्र की मोदी सरकार को समर्थन देने के बाद से ही सम्राट चौधरी के हटाने की पटकथा लिखी जा चुकी थी।कौन हैं डॉ. दिलीप जायसवाल:डॉक्टर दिलीप जायसवाल अभी वर्तमान में बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री हैं। वे सीमांचल के कद्दावर नेता माने जाते हैं, साथ ही एक एमएलसी के रूप में वे काफी चर्चित हैं। लगातार तीन बार से वह विधान परिषद के सदस्य चुने जा रहे हैं। वहीं लगातार 21 वर्षों से बिहार बीजेपी के कोषाध्यक्ष भी हैं। बीजेपी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए अभी सिक्किम राज्य का प्रभारी बनाया है।बता दें कि डॉक्टर दिलीप जायसवाल का किशनगंज जिले में माता गुजरी मेडिकल कॉलेज चलता है, जिसके वो निदेशक भी हैं। डॉक्टर दिलीप जायसवाल की सीमांचल में काफी गहरी पैठ है, वो वैश्य समाज से आते हैं। उनका इन क्षेत्रों में पिछड़ा, अति पिछड़ा के अलावा मुसलमानों में भी अच्छी खासी पकड़ है। डॉ. जायसवाल बिल्कुल साफ सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं। जबसे वह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बने हैं, तबसे खुद अपने ही विभाग पर उंगली उठाते रहे हैं कि विभाग भ्रष्टाचार में लिप्त है। वहीं डॉक्टर दिलीप जायसवाल के अध्यक्ष बनने के बाद सीमांचल में खुशी की लहर है। इनके बारे में माना जाता है कि उनका सभी राजनीतिक दलों से भी बहुत अच्छे संबंध है, चाहे वह जेडीयू हो आरजेडी हो।डॉक्टर दिलीप जायसवाल बने बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष
– बिहार बंगाल सीमांचल में समर्थकों में खुशी की लहर
अशोक झा, सिलीगुड़ी: सम्राट चौधरी के बाद अब दिलीप जायसवाल बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष बने। दिलीप जायसवाल अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। वह सिक्किम बीजेपी के प्रभारी भी हैं। 13 माह के बाद बिहार को नया प्रमुख मिला है। इसकी घोषणा पार्टी ने कर दी है।वहीं डॉ. दिलीप जायसवाल के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने की खबर के बाद सीमांचल वासियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। बिहार में भूमि सुधार मंत्री के रूप में काम कर रहे दिलीप जायसवाल को बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाकर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है।बिहार सरकार में भूमि एवं राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल मूल रूप से खगड़िया जिले के रहने वाले हैं। बीजेपी के कद्दावर नेता माने जाते हैं। तीसरी बार विधान परिषद के सदस्य बने हैं। पूर्णिया-अररिया-किशनगंज क्षेत्र संख्या 23 से एनडीए प्रत्याशी के रूप में तीन बार से चुनाव जीत रहे हैं।
लगातार 20 वर्षों तक बिहार प्रदेश भाजपा के कोषाध्यक्ष भी रहे हैं। बिहार राज्य भंडारण निगम के अध्यक्ष भी रह चुके हैं। जयसवाल सिक्किम भाजपा के राज्य प्रभारी और माता गुजरी विश्वविद्यालय से संबद्धमाता गुजरी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज किशनगंज के प्रबंध निदेशक भी हैं। उन्होंने 2005 से 2008 तक बिहार राज्य भंडारा निगम के अध्यक्ष के रूप में भी काम किया है। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव में जिस तरह कुशवाहा वोट का बिखराव हुआ, वह केंद्रीय नेतृत्व को पसंद नहीं आया है। जो सोचकर बीजेपी ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था, उसपर वे खरे नहीं उतरे, और चुनाव में कुशवाहा वोट या तो जेडीयू को या फिर आरजेडी को चला गया। वहीं सूत्रों के मुताबिक सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी हाथ है। लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार द्वारा केंद्र की मोदी सरकार को समर्थन देने के बाद से ही सम्राट चौधरी के हटाने की पटकथा लिखी जा चुकी थी।कौन हैं डॉ. दिलीप जायसवाल:डॉक्टर दिलीप जायसवाल अभी वर्तमान में बिहार सरकार में राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री हैं। वे सीमांचल के कद्दावर नेता माने जाते हैं, साथ ही एक एमएलसी के रूप में वे काफी चर्चित हैं। लगातार तीन बार से वह विधान परिषद के सदस्य चुने जा रहे हैं। वहीं लगातार 21 वर्षों से बिहार बीजेपी के कोषाध्यक्ष भी हैं। बीजेपी ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देते हुए अभी सिक्किम राज्य का प्रभारी बनाया है।बता दें कि डॉक्टर दिलीप जायसवाल का किशनगंज जिले में माता गुजरी मेडिकल कॉलेज चलता है, जिसके वो निदेशक भी हैं। डॉक्टर दिलीप जायसवाल की सीमांचल में काफी गहरी पैठ है, वो वैश्य समाज से आते हैं। उनका इन क्षेत्रों में पिछड़ा, अति पिछड़ा के अलावा मुसलमानों में भी अच्छी खासी पकड़ है। डॉ. जायसवाल बिल्कुल साफ सुथरी छवि के नेता माने जाते हैं। जबसे वह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री बने हैं, तबसे खुद अपने ही विभाग पर उंगली उठाते रहे हैं कि विभाग भ्रष्टाचार में लिप्त है। वहीं डॉक्टर दिलीप जायसवाल के अध्यक्ष बनने के बाद सीमांचल में खुशी की लहर है। इनके बारे में माना जाता है कि उनका सभी राजनीतिक दलों से भी बहुत अच्छे संबंध है, चाहे वह जेडीयू हो आरजेडी हो।

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