देश मे कई राज्यपालों को बदला गया, सिक्किम के राज्यपाल होंगे ओम प्रकाश,लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बने असम का राज्यपाल 


अशोक झा, नई दिल्ली राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बड़ा फेरबदल करते हुए कई राज्यों के राज्यपालों को बदल दिया है। राष्ट्रपति ने पुडुचेरी और चंडीगढ़ के उपराज्यपाल के साथ-साथ राजस्थान, तेलंगाना, सिक्किम, झारखंड, छत्तीसगढ़, मेघालय, महाराष्ट्र और मणिपुर के राज्यपाल बदले हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को पंजाब केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित का पद से इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इसके साथ ही राष्ट्रपति मुर्मू ने अन्य राज्यों में राज्यपालों की नई नियुक्तियों की भी घोषणा की है। वहीं, झारखंड के राज्यपाल रहे सीपी राधाकृष्णन अब महाराष्ट्र के नए राज्यपाल होंगे। लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को असम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है उनके पास मणिपुर के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी रहेगा। असम के राज्यपाल रहे गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का प्रशासक बनाया गया है। वहीं, सी एच विजयशंकर को मेघालय का, रमन डेका को छत्तीसगढ़, हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजस्थान, जिष्णु देव वर्मा को तेलंगाना और ओम प्रकाश माथुर को सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। इसके अलावा के कैलाशनाथन को पुडुचेरी का उपराज्यपाल बनाया गया है। शनिवार रात को राष्ट्रपति भवन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार हरिभाऊ किसनराव बागड़े को राजस्थान का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि ये नियुक्तियां उनके संबंधित कार्यालयों का कार्यभार संभालने की तारीख से प्रभावी होंगी।पुडुचेरी के उपराज्यपाल बनाए गए कैलाशनाथन गुजरात कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। कैलाशनाथन पीएम मोदी के मुख्यमंत्रित्व काल में उनके मुख्य प्रधान सचिव थे। इसी साल 30 जून को उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया है। 2013 में सेवानिवृत्ति के बावजूद उन्हें 11 सेवा विस्तार दिए गए।राष्ट्रपति भवन के प्रतिष्ठित हॉल का नाम बदला गया। राष्ट्रपति भवन के प्रतिष्ठित ‘दरबार हॉल’ और ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर गुरुवार को ‘गणतंत्र मंडप’ और ‘अशोक मंडप’ किया गया। ये हॉल विभिन्न औचारिक समारोहों के आयोजन स्थल हैं।राष्ट्रपति भवन, राष्ट्रपति कार्यालय और निवास राष्ट्र के प्रतीक हैं और जनता की एक अमूल्य विरासत हैं। बयान में कहा गया, इन्हें जनता के लिए अधिक सुलभ बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के माहौल को भारतीय सांस्कृति मूल्यों और लोकाचार के अनुरूप बनाने के निरंतर प्रयास किए गए। इसी क्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन के दो प्रतिष्ठित हॉल ‘दरबार हॉल’ का नाम बदलकर ‘गणतंत्र मंडप’ और ‘अशोक हॉल’ का नाम बदलकर ‘अशोक मंडप’ किया है।

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