दुर्घटना करने वाली स्कूल बस जप्त करने और रंग बदले जाने के कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला अधिवक्ता ने

स्कूल और पुलिस दोनों कानूनी गुनहगार, जांच को गंभीरता से लेने की जरूरत


अशोक झा, सिलीगुड़ी: दिल्ली में कोचिंग सेंटर में पानी भरने के कारण तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की मौत हो गई थी।इसको लेकर गृह मंत्रालय ने नई दिल्ली के राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर में हुई दुखद घटना की जांच के लिए एक समिति गठित की है। समिति घटना के कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदारी तय करेगी, उपाय सुझाएगी और नीतिगत बदलावों की सिफारिश करेगी। समिति में अतिरिक्त सचिव, एमओयूएचए, प्रमुख सचिव (गृह), दिल्ली सरकार, विशेष सीपी, दिल्ली पुलिस, अग्निशमन सलाहकार और संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय संयोजक होंगे। यह समिति 30 दिनों में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। इसको लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे है। तीन छात्र-छात्राओं की मौत के बाद बिहार में भी प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। पटना जिले में चल रहे छोटे-बड़े 20 हजार कोचिंग संस्थानों की जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके अलग बंगाल के सिलीगुड़ी में 3 जुलाई 2024 को सिलीगुड़ी अस्पताल के पास एक निजी स्कूल बस के दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना हुई, जिसमें एक महिला की दु:खद मौत हो गई। उसके बाद अंधेर नगरी चौपट राजा, टके शेर भाजा टके शेर खाजा की कहावत को सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट की पुलिस चरितार्थ करने में लगी है। शहर के एक प्रतिष्ठित निजी स्कूल डीपीएस और पुलिस की मिलीभगत से साक्ष्य के साथ छेड़छाड़ किए जाने का गंभीर मामले को सिलीगुड़ी विधायक शंकर घोष ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लिखे पत्र में घोष ने साक्ष्य के साथ हुए किए गए भ्रष्टाचार को उजागर कर कारवाई की मांग की है। वही शहर के चर्चित अधिवक्ता अत्रि शर्मा ने इसके कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला और कहा की जप्त बस का रंग बदल डालना कानूनन अपराध है। यह पुलिस की जिम्मेवारी है की जप्त सबूत के साथ कोई छेड़ छाड़ ना हो। सबसे मजे की बात है की इस बड़े निजी स्कूलों के पास सैकड़ों बसें होती है ऐसा करने के पीछे मालिक की मंशा पर शक पैदा होता है। कही ऐसा तो नहीं की बस का फिटनेस, परमिट, नियमों के अनुरूप उसका परिचालन हो रहा था या नहीं? यह सब देखना होगा। अक्सर देखा गया है की इस प्रकार की घटना में भिड़ यह देखती है की उनका अपना कोई बच्चा है या नही? फिर मामला शांत हो जाता है। सवाल यह है की किस प्रकार बच्चों के जीवन के साथ अपने फायदे के लिए स्कूल प्रबंधन और पुलिस खिलबाड़ करती है। इसको कोर्ट को भी स्वत: संज्ञान लेकर मामले की जांच करना चाहिए।
क्या था पूरा मामला: राखी विश्वास अपनी बहन के साथ फुटपाथ पर चलकर वीनस मोड़ से सिलीगुड़ी अस्पताल की ओर आ रही थी। तभी स्कूल बस ने एक ऑटो को जोरदार टक्कर मार दी। स्कूल बस (पंजीकरण संख्या WB73 C5259) और 4-पहिया यात्री वाहक (पंजीकरण संख्या WB73 F8316)। मेरी चिंता यह है कि पुलिस हिरासत में रहते हुए, किसी ने स्कूल बस की बॉडी से स्कूल का नाम और सीरियल नंबर हटा दिया और बस को फिर से रंग दिया (फोटो संलग्न हैं), जो महत्वपूर्ण सबूतों को छिपाने या जिम्मेदारी से बचने के संभावित प्रयास का संकेत देता है। जिससे ऑटो अनियंत्रित होकर फुटपाथ से गुजर रही महिला को धक्का मा*र दिया। घटना के बाद घायल महिला को ट्रैफिक पुलिसकर्मी की मदद से बरामद कर सिलीगुड़ी जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद थाने की पुलिस ने स्कूल बस चालक के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई शुरू कर दी थी।

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