13- 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों से महिला बीएसएफ टुकड़ी ने लिया लोहा
13- 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों से महिला बीएसएफ आरक्षी ने ली लोहा
फायरिंग के बाद भागना पड़ा घुसपैठियों को सीमा पार, बढ़ाई गई सुरक्षा
अशोक झा, कोलकोता: पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशी घुसपैठियों नेबीएसएफ की एक महिला कॉन्स्टेबल पर हमला किया। इसके बाद महिला कॉन्स्टेबल में आत्मरक्षा में गोली चलाई। बॉर्डर की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ के साथ ही आईटीबीपी के जवानों के कंधों पर है। म्यांमार में आंतरिक संघर्ष के कारण बड़ी तादाद में शरणार्थी भारतीय सीमा में घुसने के प्रयास में रहते हैं। दूसरी तरफ, घुसपैठ के लिहाज से बांग्लादेश से लगती सीमा भी काफी संवेदनशील हो गई है। तस्कर हमेशा सीमा पार कर भारत में घुसने की फिराक में रहते हैं। अहले सुबह भी एक ऐसा ही मामला सामने आया। BSF की महिला कांस्टेबल ने अकेले ही घुसपैठियों से मोर्चा ले लिया। बीएसएफ की ओर से बताया गया कि पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बांग्लादेशी घुसपैठियों ने बीएसएफ की एक महिला कांस्टेबल पर हमला कर दिया। महिला कांस्टेबल को सेल्फ डिफेंस में गोली चलानी पड़ी. जानकारी के अनुसार, बुधवार 31 जुलाई 2024 को तड़के कांस्टेबल ने 13 से 14 बांग्लादेशी घुसपैठियों को जिले के राणाघाट इलाके में सीमा बाड़ के पास आते देखा. सभी घुसपैठिये चाकुओं और तलवारों से लैस थे. वे बांग्लादेश से भारत में घुसने का प्रयास कर रहे थे।महिला BSF कांस्टेबल ने ललकारा: घुसपैठियों को देखने के बाद BSF की महिला कांस्टेबल ने उन्हें ललकारा. BSF ने एक बयान जारी कर बताया कि महिला कांस्टेबल घुसपैठियों की ओर भागी और उन्हें ललकारते हुए चेतावनी दी। इसके बावजूद घुसपैठिये जबरदस्ती भारतीय क्षेत्र में प्रवेश किया और महिला कांस्टेबल को घेर लिया. घुसपैठियों ने उन पर हमला कर दिया. उसी वक्त BSF का एक और जवान मौके पर पहुंच गया. इस दौरान घुसपैठियों की ओर से ग्रेनेड भी फेंका गया. हालांकि, ग्रेनेड फटा नहीं. अवैध क्रॉसिंग को रोकने और आत्मरक्षा में कांस्टेबल ने घुसपैठियों पर एक राउंड फायरिंग की।दुम दबाकर भाग निकले घुसपैठिये:
BSF जवानों के आक्रामक रुख को देखते हुए सभी घुसपैठिये अंधेरे और जंगल का फायदा उठाकर बांग्लादेश की ओर भाग गगए. BSF की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि गोलीबारी से किसी घुसपैठिए के घायल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. मंगलवार को भी बांग्लादेश बॉर्डर पर पड़ोसी देश की तरफ से कुछ लोग इकट्ठे होने लगे। मुर्शिदाबाद जिले के मधुबना सीमा चौकी के पास से यह लोग भारतीय सीमा में प्रवेश करने का प्रयास करना चाहते थे। BSF जवानों की गश्त टीम की इनपर नजर पड़ गई. इससे पहले की जवान उन्हें रुकने का आदेश देते, इन बांग्लादेशियों ने बीएसएफ जवानों पर हमला कर दिया. भारतीय सुरक्षाबलों की तरफ से तुरंत इसका जवाब दिया गया. सभी बांग्लादेशी जंगलों में भाग निकले।इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने रोहिंग्या घुसपैठ घुसपैठ को बड़ी समस्या बताते हुए केंद्र सरकार से अपील की है कि उसे बंगाल बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाने की जरूरत है।
सीएम हिमंता ने कहा कि मेरा मानना है कि रोहिंग्या भारत-बांग्लादेश सीमा का उपयोग कर रहे हैं। भारत में रोहिंग्या की घुसपैठ कई गुना बढ़ गई है। असम पुलिस ने एक नेटवर्क का भी खुलासा किया है। मेरा मानना है कि भारत सरकार को विशेषकर पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश के साथ सीमा को मजबूत करना चाहिए। असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि जब बंगाल की सीएम ममता बनर्जी घुसपैठ के पक्ष में बयान देती हैं तो ये और भी गंभीर हो जाता है। ये मामला गंभीर है। जनसांख्यिकीय आक्रमण वास्तविक है। तुष्टिकरण की राजनीति के कारण हम इस पर नियंत्रण नहीं रख पा रहे हैं।