बहुत जल्द सामने होगा आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर के रेप व मर्डर का सच
बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर का रेप और मर्डर के मुख्य आरोपी संजय रॉय की पॉलीग्राफ टेस्ट रिपोर्ट सामने आई है। इसमें उसने मर्डर से पहले क्या-क्या किया है, इसका पूरा विवरण दिया है। मामले की जांच कर रही CBI ने रविवार को संजय का पॉलीग्राफ टेस्ट किया है। रिपोर्ट के मुताबिक पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान संजय रॉय ने अपना जुर्म कबूल किया है। इसमें उसने मर्डर की रात की पूरी कहानी बयां की है। उसने बताया कि वह अपने दोस्त के साथ कोलकाता के 2 रेडलाइट एरियाज में गया था. हालांकि वहां पर उसने सेक्स नहीं किया। उसने यह भी स्वीकार किया है कि उसने एक लड़की के साथ छेड़खानी भी की थी. यह घटना CCTV कैमरे में दर्ज है। संजय रॉय ने इस दौरान अपनी गर्लफ्रेंड को वीडियो कॉल की और उससे न्यूड फोटोज मांगी थीं।
ऐसा है पूरा विवरण: -संजय रॉय ने 8 अगस्त की उस काली रात का पूरा विवरण दिया है। उस दिन संजय रॉय अपने दोस्त के साथ उसके भाई के बारे में जानकारी लेने आरजी कर मेडिकल कॉलेज पहुंचा था। उसके दोस्त का भाई वहां पर भर्ती था। रात करीब सवा 11 बजे संजय रॉय और उसके दोस्त अस्पताल से निकले और शराब पीने का फैसला किया। दोनों ने शराब खरीदी और सड़क के किनारे ही पीने लगे। इसके बाद दोनों उत्तरी कोलकाता में स्थित रेड लाइट एरिया सोनागाछी जाने का फैसला लिया।।हालांकि वहां जाने में सफल नहीं हुए। दोनों इसके बाद दक्षिण कोलकाता स्थित एक अन्य रेड लाइट एरिया चेतला जाने का फैसला किया। पॉलीग्राफ टेस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक चेतला जाते हुए दोनों ने एक लड़की के साथ सड़क पर छेड़खानी भी की। चेतला में उसके दोस्त ने एक महिला के साथ सेक्स किया, जबकि संजय रॉय बाहर खड़ा अपनी गर्लफ्रेंड से वीडियो कॉल पर बात करता रहा। इस दौरान रॉय ने गर्लफ्रेंड से उसकी न्यूड तस्वीरें मांगीं, जो उसने भेज दीं। इसके बाद रॉय और उसका दोस्त वापस आरजी कर मेडिकल कॉलेज लौट आए। यहां से संजय 4 मंजिल पर स्थित ट्रॉमा सेंटर चला गया।सौरभ भारद्वाज ने एलजी बीजेपी पर निशाना साधा , कर दी ये मांग।सुबह के 4 बजे CCTV फुटेज में दिखाई दे रहा है कि रॉय थर्ड फ्लोर पर स्थित सेमिनार हॉल के कॉरिडोर में जा रहा है। संजय सेमिनार हॉल में पहुंचता है जहां पीड़िता सो रही थी. उसने उसका गला दबाया और फिर उसके साथ रेप किया। इसके बाद वहां से निकलकर कोलकाता पुलिस अधिकारी अनुपम दत्ता के घर जाकर सो गया।संजय रॉय ने कई बहाने बनाए: जब CBI ने संजय रॉय से कई सबूतों के साथ पूछताछ की, तो उसने कई बहाने बताए. उसने दावा किया कि जब उसने पीड़िता को देखा तो वह पहले ही मर चुकी थी। संजय रॉय ने दावा किया कि वह डर के मारे परिसर से भाग गया था। जबकि कोलकाता पुलिस के मुताबिक अपराध के बाद संजय रॉय ने रेप और मर्डर करने की बात कबूल की थी।CBI सूत्रों के मुताबिक संजय रॉय और उसके दोस्त द्वारा बताई गईं सारी लोकेशंस कॉल डेटा रिकॉर्ड से मैच हो रही हैं। सूत्रों ने यह भी कहा कि संजय रॉय के मोबाइल फोन पर बड़ी मात्रा में अश्लील सामग्री पाई गई थी। इसने CBI को रॉय का मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन करने के लिए प्रेरित किया। आरजी कर मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय ट्रेनी डॉक्टर का शव मिलने के एक दिन बाद 10 अगस्त को कोलकाता पुलिस ने रॉय (33) को गिरफ्तार किया था। ट्रेनी डॉक्टर के शव के पास एक ब्लूटूथ डिवाइस मिला, जिससे संजय रॉय की गिरफ्तारी हुई। CCTV फुटेज में वह अस्पताल की तीसरी मंजिल पर भी दिखाई दिया, जहां सेमिनार हॉल स्थित है।
आरजी कर हॉस्पिटल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष सोमवार सुबह फिर से सीबीआई दफ्तर में पेश हुए।उस दिन करीब11बजे वह सीबीआई दफ्तर में पेश हुए। संदीप के अलावा, आरजी कर अस्पताल के फोरेंसिक अधिकारी देबाशीष सोम और पूर्व अधीक्षक संजय वशिष्ठ भी उस दिन उपस्थित हुए। 10वें दिन संदीप सीबीआई दफ्तर में पेश हुए। आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या के मामले में सीबीआई पिछले शुक्रवार से पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है। उन्हें हर दिन सीबीआई दफ्तर में हाजिरी लगाते देखा जाता था। रात को संदीप फिर घर लौटा। सीबीआई रविवार सुबह बेलेघाटा स्थित उनके घर गई और तलाशी ली और उनसे पूछताछ की। रविवार को संदीप के घर की तलाशी के अलावा सीबीआई ने फॉरेंसिक एक्सपर्ट देबाशीष सोम के केस्टपुर स्थित घर पर भी छापेमारी की। सीबीआई पूर्व सुपर संजय के एंटाली स्थित घर की भी तलाशी ले रही है।सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, इन सभी का नाम आरजी टैक्स भ्रष्टाचार मामले में है।अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यहां पर अब बड़ा सवाल उठता है कि आखिर सीबीआई को इस रेड में क्या-क्या मिला? इसके बारे में सीबीआई ने पूरी जानकारी तो नहीं दी लेकिन ये जरूर कहा कि इस रेड में ‘बहुत कुछ मिला है।
आपको बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और उसकी हत्या के बाद से ही आरजी कर अस्पताल सुर्खियों में बना है। जब मीडिया ने पूछा कि छापेमारी में संदीप घोष के घर से क्या मिला तो सीबीआई के अधिकारी ने जवाब दिया ‘बहुत कछ’ सीबीआई की एंटी करप्शन इकाई ने मरीजों की देखभाल और प्रबंधन के लिए सामग्री की आपूर्ति से जुड़े लोगों के आवासों और कार्यालयों पर भी छापे मारे। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर दर्ज अपनी एफआईआर में सीबीआई ने घोष और कोलकाता स्थित तीन निजी इकाइयों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।रेड में क्या-क्या मिला?: आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी डॉक्टर की हत्या के बाद सीबीआई की रेड के दौरान सबूतों के बारे में पूछे जाने पर सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘बहुत कुछ मिला है।’ सीबीआई सूत्रों से पता चला की इस रेड के दौरान पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के घर से कई अहम दस्तावेज मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है। सूत्रों ने ये भी बताया कि कि इन दस्तावेजों से ही पूरे खेल का पता चल पाएगा। जांच एजेंसी ने संदीप घोष और निजी इकाइयों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 120 बी (आपराधिक साजिश), 420 (धोखाधड़ी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई के कम से कम सात अधिकारियों ने सुबह आठ बजे घोष से बेलियाघाटा स्थित उनके आवास पर पूछताछ की। कोलकाता में महिला ट्रेनी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी गई थी जिसके बाद से आरजी कर अस्पताल में जांच हो रही है।
CBI को एक घंटे से ज्यादा समय तक करना पड़ा था इंतजार:
उन्होंने बताया कि केंद्रीय बलों के एक बड़े दल के साथ सुबह करीब छह बजे घोष के आवास पर पहुंची सीबीआई की टीम को करीब डेढ़ घंटे तक इंतजार करना पड़ा, जिसके बाद पूर्व प्राचार्य ने दरवाजा खोला। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अन्य अधिकारी हावड़ा में एक आपूर्तिकर्ता के घर गए। उन्होंने कहा, वशिष्ठ से पूछताछ की जा रही है कि अस्पताल में हुई वित्तीय अनियमितताओं के बारे में उन्हें कितनी जानकारी थी। सीबीआई अधिकारियों के एक अन्य दल ने अस्पताल में पूर्व प्राचार्य के कार्यालय पर भी छापा मारा और वह शैक्षणिक भवन की कैंटीन (भोजनालय) में भी गया।जघन्य अपराध पर देश भर विरोध प्रदर्शन: उन्होंने वर्तमान प्राचार्य मानस कुमार बंद्योपाध्याय को सुबह अस्पताल पहुंचने और चिकित्सा प्रतिष्ठान में छापेमारी के दौरान उनके साथ रहने को कहा। नौ अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल में स्नातकोत्तर महिला डॉक्टर से कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई, जिसके बाद कोलकाता पुलिस के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था। इस जघन्य अपराध के परिणामस्वरूप डॉक्टरों ने देश भर में विरोध प्रदर्शन किया। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर, सीबीआई ने हत्या के अलावा कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले दर्ज किए हैं।