सिद्धार्थनगर में एसपी के ​खिलाफ धरने पर बैठे अपना दल विधायक विनय वर्मा

विधानसभा अध्यक्ष ने तलब की आख्या

श्रीकांत पांडेय
उप्र सिद्धार्थनगर अपनी ही सरकार में एसपी प्राची सिंह को हटाने की मांग लेकर मंगलवार की शाम गांधी प्रतिमा के समक्ष शोहरतगढ़ से अपना दल के विधायक विनय वर्मा धरने पर बैठ गए। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री को तय करना होगा कि जनता का सम्मान रहेगा या एसपी रहेंगी। उनका धरना तभी समाप्त होगा जब एसपी हटा दी जाएंगी। विधायक विनय वर्मा ने एसपी पर तमाम आरोप मढ़े। उन्होंने कहा कि थानों को बेचा जा रहा है। यह बात जनता भी जान रही है। जनता की तो बात दूर, जनप्रतिनिधियों की भी सुनवाई नहीं हो रही है। वह एक मामले में थाने से लेकर आलाधिकारियों से मिले लेकिन पीड़ित को न्याय दिलाने की बजाए हर कोई एक-दूसरे पर टालता रहा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तक को गुमराह किया जाता है।

विधायक ने कहा कि शोहरतगढ़ क्षेत्र में अवैध खनन के दौरान ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से उसमें आग लग गई। चालक की जलकर मौत में हो गई। दोषी कुछ प्रभावशाली लोगों को बचाने में एसओ ढेबरुआ जुटे रहे। एसपी समेत सभी उच्चाधिकारियों से शिकायत की। पुलिस अफसरों ने मुख्यमंत्री को भी गुमराह किया। विधायक ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष द्वारा अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल किया जाता रहा। यह सब एसपी के इशारे पर हो रहा है। इससे दुखित होकर और जनता को न्याय दिलाने तथा पुलिसिया आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए वह धरने पर बैठे हैं।
———————-
विधानसभा अध्यक्ष ने तलब की आख्या शोहरतगढ़ विधायक विनय वर्मा की ओर से एसपी व शोहरतगढ़ प्रभारी निरीक्षक के विरुद्ध की गई शिकायत का विधानसभा अध्यक्ष ने संज्ञान लिया है। प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने पुलिस महानिरीक्षक बस्ती से सुस्पष्ट आख्या तलब की है। प्रमुख सचिव ने पत्र भेज कर कहा कि विधायक ने ढेबरुआ थाना क्षेत्र में अवैध बालू कार्य में लगे ट्रैक्टर पलटने व आग लगने से चालक मायाराम की मौत के मामले में मुकदमा दर्ज न किए जाने, उनकी विधानसभा क्षेत्र के थानाध्यक्षों को विधायक की बात न सुनने व न मानने के निर्देश देने, शोहरतगढ़ थाने के प्रभारी निरीक्षक द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने व उनकी विधानसभा क्षेत्र में ड्रग्स एवं अन्य वस्तुओं की हो रही तस्करी पर एसपी की ओर से कोई कार्रवाई न करने के विषय में विधानसभा अध्यक्ष से शिकायत की है। इस बारे में मुझे आपसे यह कहने का निर्देश हुआ है कि मामले में विधायक की ओर से लगाए गए आरोपों के परिप्रेक्ष्य में स्पष्ट आख्या तत्काल उपलब्ध कराएं। जिससे विधानसभा अध्यक्ष को अवगत कराया जा सके।

Back to top button