बस्ती मेडिकल कॉलेज में मरीज को अल्ट्रासाउंड कराने बाहर भेजने पर डॉक्टर सस्पेंड
बस्ती मेडिकल कॉलेज में मरीज को अल्ट्रासाउंड कराने बाहर भेजने पर डॉक्टर सस्पेंड

उप्र बस्ती जिले के मेडिकल कॉलेज में बुधवार को इलाज कराने पहुंचे एक मरीज को अल्ट्रासाउंड के लिए चिकित्सक ने स्ट्रेचर पर लिटाकर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए बाहर भेज दिया। इसका वीडियो वॉयरल होने पर मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया। इस मामले में इमरजेंसी मेडिसिन विभाग में तैनात जूनियर रेजिडेंट अनिमेष कुमार राव को निलंबित कर दिया गया।
कैली अस्पताल के डॉक्टर निजी सेंटरों पर जांच कराने के लिए बाकायदा कार्ड देकर भेजते हैं। इसका खुलासा भी बुधवार को हो गया। मरीज दिनेश कुमार (25) के पेट में दर्द और सूजन था। तीमारदार उसे लेकर इमरजेंसी में पहुंचे। चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी और एक कार्ड थमा दिया। कार्ड पर एक प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर का नाम लिखा था। मरीज को तीमारदारों ने स्ट्रेचर पर लिटा लिया और एक किमी दूर पैदल धकेलते हुए प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर पर ले गए। उन्होंने 800 रुपये जमाकर अल्ट्रासाउंड कराया। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इस मामले को मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता से लिया। चिकित्सक डॉ. अमितेष को निलंबित कर दिया गया। प्रधानाचार्य डॉ. मनोज कुमार ने जारी आदेश में कहा है कि इमरजेंसी में आने वाले मरीज को अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटर पर भेजा गया है। यह कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इससे मेडिकल कॉलेज की छवि धूमिल हो रही है। डॉ. अमितेष को निलंबित करते हुए सीएमएस कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। जांच टीम के सामने दो दिनों में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
कैली अस्पताल के डॉक्टर निजी सेंटरों पर जांच कराने के लिए बाकायदा कार्ड देकर भेजते हैं। इसका खुलासा भी बुधवार को हो गया। मरीज दिनेश कुमार (25) के पेट में दर्द और सूजन था। तीमारदार उसे लेकर इमरजेंसी में पहुंचे। चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी और एक कार्ड थमा दिया। कार्ड पर एक प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर का नाम लिखा था। मरीज को तीमारदारों ने स्ट्रेचर पर लिटा लिया और एक किमी दूर पैदल धकेलते हुए प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर पर ले गए। उन्होंने 800 रुपये जमाकर अल्ट्रासाउंड कराया। इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वॉयरल हो गया। इस मामले को मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने गंभीरता से लिया। चिकित्सक डॉ. अमितेष को निलंबित कर दिया गया। प्रधानाचार्य डॉ. मनोज कुमार ने जारी आदेश में कहा है कि इमरजेंसी में आने वाले मरीज को अल्ट्रासाउंड के लिए बाहर के डायग्नोस्टिक सेंटर पर भेजा गया है। यह कृत्य अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। इससे मेडिकल कॉलेज की छवि धूमिल हो रही है। डॉ. अमितेष को निलंबित करते हुए सीएमएस कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। जांच टीम के सामने दो दिनों में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
प्रधानाचार्य डॉ. मनोज कुमार ने तीन सदस्सीय जांच कमेटी बनाई है। सीएमएस डॉ. समीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में जांच होगी। टीमें सीएमएस अध्यक्ष, डॉ. अनिल यादव और डॉ. बीएल कन्नौजिया सदस्य नामित हैं। जांच कर तीन दिवस में आख्या रिपोर्ट देने के लिए निर्देशित किया गया है।