भाजपा नेता अर्जुन सिंह के आवास पर दर्जनों बम और गोली से हमला

अर्जुन सिंह का आरोप पुलिस और टीएमसी के सरंक्षण में दिया गया घटना को अंजाम


अशोक झा, कोलकाता: उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा के जगतदल स्थित मेघना मोड़ स्थित पूर्व सांसद सह भाजपा नेता अर्जुन सिंह का घर शुक्रवार की सुबह बम धमाकों से गूंज गया। देखते ही देखते कई राउंड फायरिंग की गई। ईट पत्थर बरसाए गए। यह सब पुलिस की मौजूदगी में हुई है। इसको लेकर वहां तनाव का माहौल है। अर्जुन सिंह के पांव में चोट लगी है। पूर्व सांसद ने बताया की आज सुबह, जब हर कोई नवरात्रि पूजा में व्यस्त था, स्थानीय तृणमूल पार्षद के बेटे और एनआईए मामले में आरोपी नमित सिंह के संरक्षण में और अप्रत्यक्ष निगरानी में कई जेहादियों और गुंडों ने मेरे कार्यालय और घर मजदूर भवन पर हमला किया। स्थानीय पुलिस। इस तथ्य के बावजूद कि अपराधी खुलेआम पुलिस के सामने आग्नेयास्त्रों के साथ खड़े थे, स्थानीय पुलिस किसी अज्ञात आदेश पर मूकदर्शक बनी रही। इस दौरान बदमाशों ने करीब 15- 20 बम फेंके और एक दर्जन से ज्यादा राउंड फायरिंग की। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भाजपा नेता अर्जुन सिंह के घर पर हुए हमले को लेकर भाजपा नेता ने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। भाजपा नेता अर्जुन सिंह ने कहा कि ‘मेरे घर पर सुनियोजित तरीके से हमला किया गया। पुलिस भी इसमें शामिल थी। ऐसा हो सकता है कि कुछ पुलिसकर्मी इसमें शामिल न हो क्योंकि पुलिसकर्मियों को पीटा गया था। मेरे घर के पास बम फेंके गए और गोलियां चलाई गईं। ये साफ है कि राज्य से टीएमसी का सफाया हो रहा है, ऐसे में वे राज्य में डर फैलाना चाहते हैं। इस हमले में स्थानीय पार्षद के बेटे समेत 10-15 जिहादी शामिल हैं। इसकी जानकारी गृहमंत्री समेत पार्टी नेताओं को जानकारी दी है। इस लड़ाई को खुद लड़ना पड़ेगा। टीएमसी विधायक सोमनाथ सोम का कहना है की इसमें टीएमसी का कोई हाथ नहीं है। बताते चले की ‘पश्चिम बंगाल की बैरकपुर लोकसभा सीट से निवर्तमान सांसद अर्जुन सिंह को बीजेपी ने एक बार फिर से इसी सीट से उम्मीदवार बनाया है। अर्जुन सिंह ने साल 2019 में चुनाव जीता था, लेकिन साल 2022 में वह टीएमसी में शामिल हो गए थे। उनका जन्म 2 अप्रैल 1962 को उत्तर 24 परगना पश्चिम बंगाल में हुआ था। राजनीति में उनकी शुरुआत कांग्रेस पार्टी के साथ हुई थी। वह पहली बार 1995 में कांग्रेस के टिकट पर भाटपारा नगर पालिका में पार्षद चुने गए थे। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस में शामिल होकर 2001 में भाटपारा विधानसभा सीट से विधायक चुने गए। साल 2004 में उन्होंने बैरकपुर से टीएमसी के उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए थे। इसके बाद वह भाटपारा विधानसभा सीट से चार बार विधायक चुने गए। मार्च 2019 में वे टीएमसी के टिकट पर फिर से बैरकपुर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई, लेकिन टिकट नहीं मिला और वे बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी के टिकट पर जीत के बाद, मई 2022 में बैरकपुर में जूट मिलों को बंद करने के मुद्दे पर उनकी केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से ठन गई, जिससे वे बीजेपी छोड़ दिए और फिर से टीएमसी में शामिल हो गए। अब चूंकि एक बार फिर टीएमसी ने उन्हें टिकट नहीं दिया है, इसलिए वे बीजेपी में वापस आ गए हैं और बीजेपी के ही टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। अर्जुन सिंह ने अपनी शिक्षा दीक्षा चश्मा-ए-रहमत हाई स्कूल से प्राप्त की थी, और फिर राजनीति में कार्यरत होने के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी। उन्होंने शुरूआती दिनों में एक जूट मिल्स में मजदूरी भी की थी।

Back to top button