राजकीय सम्मान के साथ बाबा सिद्दीकी का हुआ अंतिम संस्कार
फिल्मी समेत राजीतिक हस्तियां वहां रही मौजूद
अशोक झा, मुंबई: बाबा सिद्दीकी की मौत से फिल्म इंडस्ट्री में भी शोक की लहर दौड़ गई। बाबा सिद्दीकी की बीती रात यानी 12 अक्टूबर को गोलियों से बुनकर हत्या कर दी गई और 13 अक्टूबर को आखिरी विदाई दी जा रही है।बाबा सिद्दीकी का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। इस संबंध में घोषणा करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा था कि सिद्दीकी का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार, सिद्दीकी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार दिया गया, क्योंकि उन्होंने 2004-2008 के दौरान महाराष्ट्र सरकार में मंत्री के रूप में कार्य किया और महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएचएडीए) के अध्यक्ष भी रहे। बाबा सिद्दीकी को मुंबई में ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। वहीं अब इसी बीच बाबा सिद्दीकी के बेटे का एक इमोशनल कर देने वाला वीडियो सामने आया है।
जनाजे को देख फूट-फूट कर रोया बेटा:बाबा सिद्दीकी को अंतिम विदाई देने के लिए बॉलीवुड के कई बड़े सितारे पहुंचे हैं। जिसमें सलमान खान से लेकर शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा भी पहुंचे। इस दौरान सभी की आंखें नम थी। वही पिता के जनाजे को देखकर बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। इस दौरान वह फूट-फूट कर रोता हुआ नजर आया है। वहां पर मौजूद कई लोग उसे संभालते भी नजर आए। लेकिन जीशान की आंखों से आंसू ही नहीं रुक रहे।इसके बाद मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार के दौरान प्रफुल्ल पटेल, छगन भुजबल और अजित पवार सहित कई एनसीपी नेता मौजूद रहे। बाबा सिद्दीकी का नमाज-ए-जनाजा (अंतिम संस्कार) पाली रोड स्थित मकबा हाइट्स पर हुआ। उन्हें मरीन लाइंस स्टेशन के पास स्थित बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया। इससे पहले उनके अंतिम दर्शन के लिए उनके घर पर शव रखा गया था, जहां आम लोगों और उन्हें चाहनेवाले एवं समर्थकों को जाने दिया गया। क्या है पूरा मामला?:ये एक सुपारी किलिंग का मामला है। 2 सितंबर से आरोपी कुर्ला में किराए का कमरा लेकर रह रहा था। आरोपी इस कमरे का 14 हजार प्रति माह किराया दे रहे थे। 4 लोगों ने मिलकर बाबा सिद्दीकी को मारने की सुपारी ली थी। इन लोगों को 50-50 हजार चुकाए गए थे। पंजाब की जेल में बंद रहने के दौरान ये तीनों लोग एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। तीनों बिश्नोई गिरोह के एक सदस्य के संपर्क में आए थे, जो पहले से ही जेल में था। बाबा सिद्दीकी के साथ फायरिंग में दूसरा शख्स जो घायल है, उसका नाम राज निर्मल है। बाबा सिद्दीकी ज़ीशान के ऑफिस के पास एक गरबा के कार्यक्रम में गए थे। उस कार्यक्रम से निकलकर 9 बजे के आसपास ज़ीशान के दफ़्तर गए। ज़ीशान दफ़्तर पर नहीं थे। वो निकल चुके थे इसीलिए बाबा थोड़ी देर दफ़्तर के बाहर ही रुके और अपने गाड़ी की तरफ चले गए, जहां उन पर हमला हुआ।
शिवकुमार ने ही हथियार का जुगाड़ किया: ज़ीशान और गुरमेल एक दूसरे को जानते थे। इन दोनों को शिव कुमार और धर्मराज कश्यप से मिलाने वाला शख्स कोई और है। मतलब ज़ीशान,शिव कुमार के अलावा पुलिस इस पांचवें शख्स को ढूंढ रही है। बाबा सिद्दीकी की फोटो इन हमलावरों को भेजे गए थे। धर्मराज कश्यप का क्लासिफिकेशन टेस्ट चल रहा है। जैसे ही इस टेस्ट का रिजल्ट पुलिस के हाथ लगेगा, उसे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा। बाबा सिद्दीकी महाराष्ट्र की सियासत में एक चर्चित चेहरा थे। वह इसी साल कांग्रेस छोड़कर एनसीपी (अजित गुट) में शामिल हुए थे। उन्हें भव्य इफ्तार पार्टियां करने के लिए जाना जाता था, जिसमें सलमान खान, शाहरुख खान जैसे बॉलीवुड के नामचीन सितारे शामिल होते थे। वह 48 सालों तक कांग्रेस में रहे और बांद्रा पश्चिम से तीन बार विधायक भी रहे। वह महाराष्ट्र में राज्य मंत्री भी रह चुके थे। चौथे आरोपी की पहचान हुई: इस केस में सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आई है। इस केस में चौथे आरोपी की भी पहचान हुई है। इस चौथे आरोपी का नाम मोहमद जीशान अख्तर है। ये वही शख्स है, जो तीनों शूटर्स को डायरेक्शन दे रहा था। जीशान अख्तर 7 जून को पटियाला जेल से बाहर आया था। वह जेल में लॉरेंस गैंग के गुर्गों के टच में आया था। केस में इंटरनेशनल गैंग की तरफ मुड़ी शक की सुई: अभी तक की जांच इंटरनेशनल गैंगस्टर की तरफ इशारा कर रही हैं। इंटरनेशनल रैकेट का मतलब कनाडा से गैंग चलाने वाला गोल्डी बराड़ और साबरमती जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई है। पहले बड़े-बड़े लोगों से प्रोटेक्शन मनी के नाम पर कभी वॉयस तो कभी वीडियो कॉल के जरिए एक्सटॉर्शन मांगा जाता है और मना करने पर सरेआम गोलियों से भूनकर मार दिया जाता है, जिससे डर फैलाया जा सके। न केवल शूटर्स ने पूछताछ में कबूला कि वो लॉरेंस बिश्नोई के लिए काम करते हैं बल्कि लॉरेंस से जुड़े फेसबुक पोस्ट में भी बाबा सिद्दकी की हत्या की जिम्मेदारी ली गई है। इसके अलावा कोर्ट में भी आरोपियों की कस्टडी की मांग के दौरान क्राइम ब्रांच ने इसे इंटरनेशनल रैकेट की बात कही है। बता दें कि लॉरेंस बिश्नोई गुजरात की साबरमती जेल में बंद है तो वहीं गोल्डी बराड़ इस वक्त कनाडा में मौजूद है। इनका गैंग डर और एक्सटॉर्शन पर काम करता है। गोल्डी बराड़ कनाडा में बैठकर धमकी के कॉल करता है। बड़े-बड़े व्यापारियों से करोड़ो रुपए सेफ्टी मनी के दौरान आते हैं, जिसका इस्तेमाल हथियार खरीदने के लिए किया जाता है। फिलहाल आरोपियों की कस्टडी लेकर क्राइम ब्रांच फरार दो आरोपियों की तलाश करेगी और ये पता लगाएगी आखिर क्या सिर्फ बाबा सिद्दकी की ही हत्या करना मकसद था, या फिर अगला नंबर किसी और का भी हो सकता है।पुलिस उनकी तलाश कर रही है। पुलिस ने बताया कि पूर्व राज्य मंत्री अपने बेटे के दफ्तर से बाहर निकल रहे थे, तभी उन पर फायरिंग की गई। इस दौरान फायरिंग के बाद पुलिस ने दो आरोपियों को वहीं से पकड़ लिया। उनके पास से 2 पिस्तौल और 28 राउंड गोलियां बरामद की गई हैं। मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि बाबा सिद्दीकी के साथ तीन कांस्टेबल रहते थे और घटना के वक्त भी तीन कांस्टेबल थे, लेकिन ये लोग कुछ नहीं कर पाए। इस फायरिंग में एक और व्यक्ति घायल हुआ है। मिर्च स्प्रे लेकर आए थे आरोपी :मुंबई क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि आरोपी मिर्च स्प्रे लेकर आए थे। पहले आरोपी स्प्रे करने वाले थे और फिर फायरिंग करने वाले थे, लेकिन तीसरे आरोपी शिव कुमार गौतम ने सीधे फायरिंग शुरू कर दी। धर्मराज कश्यप के पास मिर्ची स्प्रे था, लेकिन स्प्रे करने से पहले ही तीसरे आरोपी ने गोली चला दी। आरोपियों से पूछताछ में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश हरियाणा की कतर जेल में रची गई थी। तीनों आरोपी हरियाणा की कतर जेल में एक साथ थे। फरार आरोपियों का नाम शिव कुमार है और तीनों 2 सितंबर को मुंबई आए थे। पिछले महीने जब तीनों जुहू बीच पर गए थे, तो उन्होंने अपनी फोटो यादगार के तौर पर ले ली थी। एक आरोपी के मोबाइल फोन में यह फोटो मिलने से बाकी सभी आरोपियों की पहचान करना आसान हो गया। आरोपियों के पास से 28 जिंदा कारतूस, दो मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। इनमें से एक मोबाइल सिर्फ कॉल करने के लिए था। सूत्रों ने जानकारी दी है कि जांच में पता चला है कि दूसरा मोबाइल नियमित इस्तेमाल के लिए है। शुरुआती जांच के मुताबिक पुलिस को शक है कि तीनों पर गंभीर अपराधों का रिकॉर्ड है। चार लोगों ने ली हत्या की जिम्मेदारी बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी चार लोगों ने मिलकर ली है। हरियाणा और यूपी के तीन शूटरों ने सिद्दीकी पर गोलियां चलाईं। तीनों दावेदारों के नाम गुरमेल सिंह, धर्मराज कश्यप, शिवकुमार उर्फ शिव गौतम हैं। चौथे आरोपी का नाम मोहम्मद जीशान अख्तर है। जीशान अख्तर भी फरार है। गुरमेल सिंह हरियाणा का रहने वाला है, जबकि धर्मराज और शिवकुमार यूपी के गंदारा गांव के रहने वाले हैं। तीनों आरोपियों को हैंडल करने वाला चौथा आरोपी भी पुलिस की रडार पर है। गुरमेल, धर्मराज और शिवकुमार की मुलाकात हरियाणा की एक जेल में हुई थी। जेल में तिघेबी बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया और वहीं बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश रची गई। सिद्दीकी की हत्या के बाद आरोपियों ने 50-50 हजार की रकम बांटनी थी। इस बीच बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के चौथे आरोपी की भी पहचान हो गई है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि चौथे आरोपी का नाम मोहम्मद जीशान अख्तर है। आरोपी ने कैसे की हत्या?: आरोपी 2 सितंबर से कुर्ला में किराए के कमरे में रह रहा था, आरोपियों ने कुर्ला में 14 हजार रुपये किराए पर कमरा लिया था। आरोपी कई दिनों से गोली चलाने का मौका तलाश रहे थे। आरोपियों ने कुछ दिन पहले ही डिलीवरी बॉय की मदद से बंदूक का इंतजाम किया था। आरोपी गुरमेल, धर्मराज और शिवकुमार बाबा सिद्दीकी पर हमला करने के लिए रिक्शा से मौके पर पहुंचे थे। शिवकुमार गुरमेल और धर्मराज पर नजर रख रहा था। घटना के बाद पुलिस ने कल आरोपी गुरमेल और धर्मराज कश्यप को गिरफ्तार कर लिया। सिद्दीकी की हत्या कर फरार हुए आरोपियों को नाकाबंदी के दौरान गिरफ्तार किया गया। फरार शिवकुमार और चौथे आरोपी की 3 राज्यों में जांच की जा रही है। मुंबई पुलिस की टीमें मध्य प्रदेश के उज्जैन भेजी गई हैं। दिल्ली पुलिस की टीम मामले की जांच कर रही है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गुरमेल, धर्मराज से पूछताछ कर रहे हैं।