मंडल रेल प्रबंधक ने अमृत भारत स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के निरीक्षण को पहुँचे सीवान रेलवे स्टेशन
वाराणसी;मंडल रेल प्रबंधक रामाश्रय पाण्डेय ने आज अपने संरक्षा एवं अमृत भारत स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं के उन्नयन हेतु निरीक्षण के क्रम में सीवान रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया और विकास की सम्भवनाओ पर विमर्श किया। इस अवसर पर उनके साथ अपर मंडल रेल प्रबंधक (इंफ़्रा) श्री राहुल श्रीवास्तव, मुख्य परियोजना प्रबंधक(गतिशक्ति)श्री कौशलेश सिंह,उप मुख्य इंजीनियर(गतिशक्ति)श्री आई सी सुभाष,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर-1श्री ऋषि श्रीवास्तव,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर-2श्री सत्यम सिंह,वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री आशुतोष शुक्ला,वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(सामान्य)श्री पंकज केसरवानी एवं वरिष्ठ पर्यवेक्षक उपस्थित थे।
मंडल रेल प्रबंधक ने अमृत भारत योजना के अंतर्गत नामित सीवान एवं मैरवां स्टेशनों को फिर से संवारने। इस योजना के अंतर्गत सीवान एवं मैरवां से यात्रा करने वाले यात्रियों को यहां आने पर एक बड़े शहर के स्टेशन पर आने का अहसास कराने के लिए स्टेशन के सुदृढ़ीकरण और सुंदरीकरण करने की कार्य योजनाओं का निरीक्षण किया।
सीवान एवं मैरवां स्टेशनों पर इस योजना के तहत बुनियादी और यात्री
सुविधाएं बढ़ाए जाने की संभावना तलाशी। जिसके अंतर्गत
स्टेशन पर आधुनिक तकनीकों से लैस उपकरण भी लगेंगे। अमृत भारत योजना के तहत यात्री सुविधाओं के विकास के लिए स्टेशन के समग्र विकास को लेकर योजना का आरेख देखा । इसी के तहत सीवान एवं मैरवां स्टेशनों पर जर्जर हो चुके भवनों का फिर से निर्माण कराने एवं नए भवन भी जरूरत के हिसाब से बनाए स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुख सुविधाओं का विस्तार किये जाने की योजनाओं पर विमर्श किया । तदुपरान्त उन्होंने सीवान स्टेशन पर चल रहे विकास कार्यों ,सर्कुलेटिंग एरिया, स्टेशन के विपरीत दिशा में रेलवे आवासों के निर्माण करने एवं स्टेशन के सामने की सड़क का चौड़ीकरण करने का निर्देश दिया । इसके साथ ही उन्होंने सीवान स्टेशन भवन,परिचलनिक व्यवस्था,सर्कुलेटिंग एरिया, प्रतीक्षालय,एक स्टेशन एक उत्पाद स्टॉल,यात्री आरक्षण केंद्र,फुट ओवर ब्रिज, लिफ्ट,सामान्य यात्री हाल,शौचालयों,क्रू लॉबी आदि का निरीक्षण किया । उन्होंने सीवान स्टेशन यात्री सुविधाएँ बढ़ाने की संभावना तलाशी और अधिकारियों से विमर्श किया । इसके बाद मंडल रेल प्रबंधक अपनी निरीक्षण स्पेशल ट्रेन से थावे हेतु रवाना हुए।
*अशोक कुमार*
जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी