परिषदीय विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने शिक्षिका को भेजा अश्लील मैसेज जांच के लिए टीम गठित
परिषदीय विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने शिक्षिका को भेजा अश्लील मैसेज जांच के लिए टीम गठित
डीएम को दिए शिकायती पत्र में सिविल कोर्ट अलीगढ़ के अधिवक्ता ने कहा है कि सहायक अध्यापिका विक्रमजोत क्षेत्र के एक पूर्व माध्यमिक विद्यालय में तैनात रही है, जो स्थानांतरित होकर हाथरस में सेवारत है।
रायपुर के प्रधानाध्यापक व एनपीआरसी काफी दिनों से सहायक अध्यापिका के मोबाइल पर आपत्तिजनक मैसेज भेज रहे हैं, जो कि अश्लील है और लज्जित करने के उद्देश्य से कर रहे हैं। इस संबंध में फोन करके आपत्ति जताई गई है, लेकिन वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे। महिला के पति का आरोप है कि 13 अक्टूबर और 14 अक्टूबर को रात्रि 11.22 बजे उनकी पत्नी के इंटरनेट मीडिया के माध्यम से मैसेंजर पर आपत्तिजनक मैसेज भेजा गया। इसका साक्ष्य भी उपलब्ध कराया है। प्रधानाध्यापक के इस कृत्य से पति-पत्नीदोनों काफी आहत और तनाव में हैं। अधिवक्ता ने कहा है कि कोई भी सरकारी कर्मचारी या अधिकारी, जिसका नैतिक पतन हो गया हो या नैतिक अपराध करता हो, वह सरकारी सेवा में पदस्थ नहीं रह सकता।
ऐसा आदेश सर्वोच्च व उच्च न्यायालय द्वारा प्रतिपादित विधिक सिद्धांतों में भी उल्लेखित है। इस प्रकरण को सुनने के बाद डीएम ने कार्रवाई के आदेश दिए हैं। बीएसए अनूप कुमार ने कहा कि निर्देश के क्रम में बीईओ विक्रमजोत ममता सिंह की अध्यक्षता में तीन महिला और एक पुरुष अधिकारी की टीम गठित की है।