राजीव गांधी विमानन विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह विवादों में फंसा

राहुल गांधी और किशोरी लाल को मंच पर स्थान न देने पर रायबरेली अमेठी के कांग्रेसी भड़के

रायबरेली। अमेठी के फुरसतगंज में स्थापित राजीव गांधी विमानन विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह उपेक्षा की वजह से विवादों में फंस गया है। दीक्षांत समारोह के आमंत्रण कार्ड में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा के नाम अतिथियों की सूची में शामिल न किए जाने पर रायबरेली-अमेठी के कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता भड़क गए हैं। दोनों ही जिला कमेटियों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रथम समारोह को स्थानीय सांसदों की गरिमा गिराने वाला बताया है।
रायबरेली के जिलाध्यक्ष पंकज तिवारी ने कहा कि वर्ष 2013 में यूपीए शासनकाल में अमेठी के संसद के रूप में राहुल गांधी ने विशेष अध्यादेश के जरिए राजीव गांधी विमानंद विश्वविद्यालय को संसद की मंजूरी दिलाई थी। देश में विमानन क्षेत्र का यह पहला विश्वविद्यालय है। विमानन विश्वविद्यालय का प्रथम दीक्षांत समारोह 7 दिसंबर को विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित हो रहा है इसके मुख्य अतिथि नागर विमानन मंत्री किन्जरापु राम मोहन नायडू और विशिष्ट अतिथि नागर विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, नागर विमानन सचिव वुमलुनभंग वी एवं आईआईएम रोपड़ के डायरेक्टर राजीव आहूजा हैं।
अतिथियों में राहुल गांधी और किशोरी लाल शर्मा का नाम न देखकर कांग्रेसी भड़के हुए हैं। जिलाध्यक्ष तिवारी ने कहा कि फोन पर संपर्क करने पर कहा गया कि नेता प्रतिपक्ष प्रथम पंक्ति में आकर बैठ सकते हैं। मंच पर उन को स्थान नहीं दिया जाएगा। इनका कहना है कि केंद्र सरकार के इशारे पर प्रथम दीक्षांत समारोह में रायबरेली अमेठी के सांसदों की गरिमा गिराने का काम किया गया है।
श्री तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार ने पहले तो विश्वविद्यालय की स्थापना में लापरवाही बरती। संसद में सवाल उठाने पर ही विमानन विश्वविद्यालय में स्थाई रूप से उप कुलपति की नियुक्ति की गई। इसके बाद भी प्रथम दीक्षांत समारोह में केंद्रीय मंत्री का दर्जा प्राप्त लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और स्थानीय सांसद राहुल गांधी एवं अमेठी के सांसद किशोरी लाल शर्मा की गरिमा का ख्याल नहीं रखा गया। कांग्रेसी इसका डटकर विरोध करेंगे।

Back to top button