बीएचयू में छात्रों ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में आरक्षण नियमों में विसंगतियों को लेकर दिया कुलसचिव को ज्ञापन

बीएचयू में छात्रों ने पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में आरक्षण नियमों में विसंगतियों को लेकर दिया कुलसचिव को ज्ञापन

वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में आरक्षण नियमों में विसंगतियों के संदर्भ में छात्रों ने ज्ञापन दिया।
OBC/SC/ST/ MT SANGHARSH SAMITI &  SC/ST STUDENTS
PROGRAMEE ORGANIZING COMMITTEE, BHU के अध्यक्ष परमदीप पटेल की अगुवाई में छात्रों ने कुलसचिव को यह ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में चल रहे पीएचडी प्रवेश प्रक्रिया में विभागवार कुल सीटों पर आरक्षण के नियमों को लेकर अनियमितताएं बरती जा रही है, जिसके वजह से आरक्षित वर्गों (ओबीसी/एससी/एसटी/ईडव्लूएस) के छात्र-छात्राओं को आरक्षण के लाभ से वंचित किया जा रहा है। महोदय विदित हो कि किसी विभाग में जो कुल सीटे विज्ञापित की जा रही हैं उन्हें विभाग में उपलब्ध कुल सीटों (रिक्त एवं भरी हुई) को आधार मानकर विभिन्न वर्गों का आरक्षण सुनिश्चित किया जाए, क्योंकि कहीं किसी विभाग में सीटों को दो भागों (RET व RET Exampted) में और कहीं चार भागों (RET व RET Exampted तथा Allied विषय में RET व RET Exampted) में बांटकर आरक्षण लागू किया जा रहा है जिससे आरक्षित वर्गों की सीटों की संख्या शून्य हो जा रही है, उदाहरण के तौर पर- यदि किसी विभाग में कुल विज्ञापित सीटें 10 हैं तो आरक्षण के नियमावली अनुसार यदि सीटों को दो भाग या चार भागों में बांट दिया गया तो कोई न कोई आरक्षित वर्ग आरक्षण के लाभ से वंचित रह जाएगा जो कि असंवैधानिक है।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि हमारे मांग को ध्यान में रखते हुए शीघ्रातिशीघ्र उचित कार्यवाही की जाए ताकि आरक्षित वर्ग के छात्र छात्राओं के साथ न्याय हो सके। अन्यथा हम आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
मांग-
विभाग में उपलब्ध कुल सीटों (रिक्त एवं भरी हुई) को आधार मानकर विभिन्न वर्गों का आरक्षण सुनिश्चित किया जाए ताकि समस्त आरक्षित वर्ग के छात्र छात्राओं को संवैधानिक आरक्षण का लाभ मिल सके।
जब तक हमारे माँगों पर विचार नहीं किया जाता तब के लिए प्रवेश प्रक्रिया पर रोक लगाया जाए।

 

Back to top button