काशी में दुल्हा दुल्हन सात फेरे के संग लिए रक्तदान का संकल्प

राष्ट्रीय रक्तदाता राजीव मिश्रा की प्रेरणा से सैकड़ों लोग बने इस पवित्र संकल्प के साक्षी

वाराणसी। भगवान शिव की नगरी में एक शादी में दुल्हा दुल्हन सात फेरे के साथ एक  पवित्र संकल्प लिया। संकल्प रक्दान का लिया। किसी भी जरूरतमंद को रक्त देने में हिचक नहीं करेंगे। दूल्हे का नाम अंकित शुक्ला तो दुल्हन का नाम निशा है। रक्तदान के इस संकल्प के लिए प्रेरित करने का काम किया राष्ट्रीय रक्तदाता राजीव मिश्र ने। जिंदगी की मंच से, जिंदगी के लिए दूल्हा और दुल्हन ने दिए रक्तदान महादान के प्रति जागरूकता का संदेश के साक्षी बने सैकड़ों लोग।

कहते हैं रक्तदान महादान से बढ़कर दुनिया में कोई दान नहीं है क्यों कि ऐसा दान किसी की जिंदगी में और परिवार में खुशियों को पैदा करता है और यह खुशियां जिंदगी भर उन परिवार के लिए होती है। जिन्होंने आप अपने रक्त के कतरे से उनको जीवन दान दिया है.
जी हां हम बात करते हैं राष्ट्रीय रक्तदाता राजीव मिश्रा के बारे में जिन्होंने अपने जज्बे,साहस और जुनून से सैकड़ों लोगों की जान बचाई है साथ ही साथ इन्होंने देश के विभिन्न राज्यों में जैसे नागालैण्ड की राजधानी कोहिमा,जम्मू कश्मीर,कन्याकुमारी,लेह लद्दाख, बिहार, डिब्रूगढ़ असम,उत्तर प्रदेश, हरियाणा,मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र,छत्तीसगढ़,पंजाब,दिल्ली, राजस्थान के साथ साथ नेपाल तक जाकर रक्तदान किया है जिसकी दूरी 65478 किलोमीटर है.विश्व में शायद ही ऐसा कोई हो जो रक्तदान महादान की अलख को जलाया है। इन्होंने जिंदादिली के माध्यम से दिखा दिया है कि दान क्या होता है महादान क्या होता ।
अभी हाल ही में एक शादी में वरमाला के समय नए दूल्हा और दुल्हन के हाथों में पंपलेट देकर रक्तदान महादान के प्रति समाज के युवाओं को रक्तदान के प्रति यह संदेश दिलवाया है कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है और हम सभी को कम से कम साल में एक बार दान करना चाहिए जिससे कि रक्त की कमी से किसी की जान ना जाए
भारत युवाओं का देश कहा जाता है विश्व में सबसे ज्यादा युवा हमारे भारत में ही रहते हैं और जहां इतनी युवाओं की संख्या में रक्त की कमी से किसी की जान चली जाए तो यह अपने आप में चिंताजनक बात है।।
राष्ट्रीय राष्ट्रीय रक्तदाता राजीव ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार से क्या है कि कम से कम महीना में एक या दो बार प्रिंट मीडिया हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया को रक्तदान महादान का विज्ञापन आए ताकि समाज के बाद रक्तदान के प्रति जागरूक हो सके क्योंकि आज भी हमारे समाज में रक्तदान के प्रति बहुत ही रूढ़िवादिता हो गई है उसको निकालने का सही समय अब आ गया है।।
विश्व में या भारत में पहली बार देखा गया होगा कि शादी करते समय वरमाला एक दूसरे को पहना कर हाथों में पंपलेट लेकर दूल्हा दुल्हन ने यह समाज को संदेश दिया है कि रक्तदान महादान के प्रति लोग जागरूक हो सके। क्योंकि इससे बड़ा विश्व में कोई दान नहीं है।।
जिंदगी के मंच पर दूल्हा दुल्हन के साथ छोटे-छोटे बच्चों ने भी हाथों में पंपलेट लेकर रक्तदान महादान का प्रचार प्रसार किया है यह अपने आप में बहुत बड़ी बात है।।

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