तस्करी कर सोना लेकर बोर्डर पार पहुंची महिला, बीएसएफ ने दबोचा

बांग्लादेश बोर्डर से अशोक झा: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक बांग्लादेशी महिला को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला उत्तर 24 परगना जिले के पेट्रापोल से 9 लाख रुपए मूल्य के सोने की तस्करी कर रही थी।
वो बांग्लादेश के कोमिला जिले की रहने वाली है।बीएसएफ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि महिला को एकीकृत चेक पोस्ट (आईसीपी) पेट्रापोल पर तैनात बीएसएफ कर्मियों ने हिरासत में लिया. 145 बटालियन के जवानों ने नियमित यात्री जांच के तहत मंगलवार सुबह महिला को रोका. मेटल डिटेक्टर से उसकी जांच करने पर आवाज आई।इसके बाद उसकी तलाशी ली गई तो कलाइयों में धातु की मौजूदगी का पता लगा. उसने दोनों हाथों में तीन सोने की चूड़ियां पहन रखी थीं। पूछताछ करने पर महिला संतोषजनक स्पष्टीकरण देने या संबंधित कोई दस्तावेज पेश करने में विफल रही. बाद दावा किया कि उसके पति ने उसे उपहार में दी थीं। हालांकि, सोने की जांच करने पर 99.76 प्रतिशत शुद्ध पाया गया, जो सामान्य आभूषणों के लिए असामान्य बात है. सोने का वजन 103.090 ग्राम है, जिसकी अनुमानित बाजार मूल्य 8 लाख 82 हजार 966 रुपए है. महिला को कानूनी कार्यवाही के लिए संबंधित अधिकारियों को सौंप दिया गया है। बताते चलें कि इससे पहले उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ की साउथ बंगाल फ्रंटियर की 67 बटालियन की सीमा चौकी सुतिया के सतर्क जवानों ने तस्करी की बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया. मौके से 103 किलो गांजा जब्त किया गया. इसकी कीमत लाखों में है।बीएसएफ को सूचना मिली कि सीमा चौकी सुतिया से अवैध वस्तुओं की तस्करी की जा सकती है. इसके आधार पर जवानों ने एक विशेष रणनीति बनाई. सीमा क्षेत्र पर कड़ी निगरानी शुरू कर दी. सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात करीब 1:30 बजे जवानों ने देखा कि 3-4 संदिग्ध सामान लेकर बाड़बंदी की ओर बढ़ रहे हैं।जवानों ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तस्करों को रुकने की चेतावनी दी, लेकिन तस्करों ने पकड़े जाने के डर से घबराकर सामान फेंक दिया. अंधेरे इलाके का फायदा उठाकर वहां से भाग निकले. इस घटना के तुरंत बाद बीएसएफ जवानों ने इलाके में सघन तलाशी अभियान चलाया।इस अभियान के दौरान उन्हें 50 संदिग्ध पैकेट मिले, जिनमें कुल 103 किलोग्राम गांजा मिला है. इस प्रतिबंधित माल को फौरन जब्त कर लिया गया और अब आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए बनगांव स्थित कस्टम कार्यालय को सौंप दिया गया है. भारत-बांग्लादेश सीमा पर लगातार तस्करी की जाती है।