नवनिर्मित संसद भवन में भारत के नये इतिहास का होगा सृजन

जवाहरलाल नेहरू के बाद मोदी जी को ही पवित्र सेंगोल धारण करने का सौभाग्य मिला। नेहरु ने कभी समझा ही नही कि सेंगोल है क्या बला??? अन्त में उन्होने इसे अपनी स्वर्ण छड़ी बताकर अपने आनन्द भवन वाले संग्रहालय में रखवा दिया, जहाँ उनका पुराना कपड़ा जूता टाई बेल्ट आदि उपयोग किया हुआ सामान रखा था। अब जबकि मोदी जी ने इसे धारण किया, तो वे तो इसके महत्व से पूर्णतया अवगत हैं और इसके प्रति श्रद्धावनत भी हैं। मोदी जी कल इस सेंगोल को नये लोकसभा भवन में स्पीकर साहब की कुर्सी के समीप स्थापित करेंगे। जहाँ से नंदी महाराज सभी सांसदों पर नजर रखेंगे। यह न्याय दण्ड असभ्य सांसदों को यह आभास भी करायेगा कि अभद्रता सहन नही होगी अब भारतीय संसद में। नवनिर्मित संसद भवन में भारत के नये इतिहास का सृजन होगा।
जय भोलेनाथ!

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