बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी का हुआ अंतिम संस्कार, चार संदिग्ध से पुलिस कर रही पूछताछ

अशोक झा, पटना: दरभंगा के घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जिरात स्थित घर में विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) प्रमुख और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी (65) की सोमवार की रात नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई। मंगलवार देर रात अंतिम संस्कार हुआ। दरभंगा जिले के सुपौल बिरौल बाजार में जीतन सहनी का दाह संस्कार हुआ। बेटे मुकेश सहनी ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान अंतिम संस्कार स्थल पर कई दलों के विधायक और नेता मौजूद रहे। पिता के निधन पर भावुक हुए मुकेश: विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मुखिया मुकेश सहनी ने पिता की हत्या पर एक भावुक पोस्ट किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है, मेरे पिता जी की बेरहमी से अपराधियों ने हत्या कर दी है। पिताजी को इतनी क्रूरता से मारा गया कि शब्दों में बयां करना मुश्किल है। उनका खून हमारे घर की दीवारों पर लगा हुआ है। यह घटना हमारे पूरे परिवार के लिए अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और असहनीय है। हमारी आत्मा रो रही है। उन पर धारदार हथियार से कई वार किए गए। बिछावन पर मिले जीतन के पेट की आंत बाहर निकल गई थी। पैर व हाथ पर गहरे जख्म थे। वे घर में अकेले ही रहते थे। करीब आठ साल पहले उनकी पत्नी का निधन हो गया था। पुलिस दो लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। करीब रात आठ बजे मुकेश सहनी मुंबई से बिरौल पहुंचे। उनके छोटे भाई संतोष सहनी पहले ही पहुंच चुके हैं। उनके पिता का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की बिहार के दरभंगा जिले में स्थित उनके पैतृक आवास पर मंगलवार को हत्या कर दी गई. दरभंगा पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लेकर बड़ा खुलासा किया है।पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी से चार लोगों की पहचान हुई। मृतक जीतन सहनी से दो लोगों ने ब्याज पर पैसे उधार लिए थे। जीतन सहनी ने ब्याज पर रुपया लेने के बदले बाइक सिक्योरिटी पर रख ली थी। देर रात चारों लोग बाइक छुड़ाने पहुंचे थे। चार में से दो लोगों की दो दिन पहले जीतन सहनी से कहासुनी भी हुई थी। दोनों ने सबक सिखाने को लेकर धमकी दी थी। पुलिस के मुताबिक, ‘जीतन सहनी के घर के पास लगे सीसीटीवी से प्राप्त फुटेज में यह देखा गया कि रात 10.30-11:00 बजे के बीच 4 लोग घर के अंदर गए थे। कुछ देर घर के अंदर रहने के बाद बाहर निकल गए। इन लोगों को चिह्नित कर डिटेन कर पूछताछ की जा रही है। इनके मोबाइल डिटेल, पूर्व की हिस्ट्री, मृतक के साथ लेनदेन, देर रात्रि में घर मे जाने का कारण आदि बिंदुओ पर इन लोगों से पूछताछ के साथ-साथ अन्य लोगों से भी इन लोगों के बारे में जानकारी एकत्र की जा रही है।’अभी तक की जांच में यह पाया गया है कि इनमें दो लोगों ने मृतक से ब्याज पर पैसा उधार लिया था। इनमें से एक संदिग्ध ने अपनी मोटरसाइकिल भी मृतक के पास लोन की सिक्योरिटी के रूप में रखी हुई थी जिसे छुड़ाने की बात करने ये लोग रात में गए थे। इनमें दो लोगों के साथ मृतक की दो दिन पहले कहा सुनी भी हुई थी, जिसमे दोनों संदिग्ध को सबक सिखाने की धमकी दी थी। जीतन अपने घर में अकेले ही रह रहे थे: अपर पुलिस महानिदेशक (हेडक्वार्टर) जितेंद्र सिंह गंगवार ने इससे पहले बताया, ‘हत्या की इस वारदात को संभवत: सोमवार की रात को अंजाम दिया गया, जिसकी जानकारी पुलिस को सुबह छह बजे मिली। जीतन अपने घर में अकेले ही रह रहे थे। मौके पर मौजूद वस्तुओं में कमरे के भीतर पाया गया तीन गिलास भी शामिल है, जिनमें कुछ तरल पदार्थ पाए गए हैं जिनकी जांच की जा रही है। घर में तीन मोटरसाईकिल भी मिली है, जिसकी जांच की जा रही है के तीनो दोपहिया किसके हैं। गंगवार ने कहा, ‘घटनास्थल पर एक आलमारी मिली है, जो पहले कमरे में हुआ करती थी, वहां से कुछ रूपये और कुछ कागजात भी बरामद किए गए हैं। ये चीजों बाहर मिली हैं और इन सबकी जांच की जा रही है। मृतक के सीने और पेट पर किसी तेज धार हथियार से हमला कर गहरे घाव किए गए हैं। ग्रामीण के अनुसार, जीतन सहनी प्रात: चार बजे घर में भजन बजाया करते थे। मंगलवार की सुबह जब भजन की आवाज नहीं आई तो उनके घर के बाहर फूल तोड़ने पहुंचे जिरात गांव के जोगी सहनी को आश्चर्य हुआ। उन्होंने दरवाजा खटखटाया और आवाज दी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मोबाइल पर रिंग करने पर भी रिसीव नहीं हुआ तो उन्होंने आकर बगल के मछली मार्केट के लोगों को जानकारी दी।कुछ और लोग भी पहुंचे और पानी होकर पीछे के दरवाजे से अंदर घुसने पर बिस्तर पर ही क्षत-विक्षत अवस्था में शव देखा। इसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई। डीआइजी का दावा, जल्द होगा केस का पर्दाफाश: घटना की सूचना मिलते ही डीआइजी, डीएम, एसएसपी और अन्य वरीय अधिकारियों ने घटनास्थल का मुआयना किया। श्वान दस्ते की टीम ने छानबीन की। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल से खून और पास के पोखर के किनारे से मिट्टी के नमूने लिए हैं। मौके पर कांच के तीन खाली गिलास मिले हैं। तालाब में घर से निकलकर आ रहे पाइप के पास एक जोड़ी हरे रंग की चप्पल भी जब्त की गई है। डीआइजी बाबू राम ने बताया कि यह घर गांव के एक किनारे पर स्थित है, इसलिए पड़ोसियों को घटना की जानकारी नहीं मिली। पुलिस को सुबह सवा सात बजे घटना की जानकारी मिली। तमाम वरीय पदाधिकरी के साथ एफएसएल, श्वान दस्ते की टीम पहुंची है। कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। हमलोग घटना के पर्दाफाश के करीब हैं। इसके बाद अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। इस हत्याकांड में कई महत्वपूर्ण एंगल है।घर के पीछे से एक छोटा सा लाल रंग का आलमीरा मिला है, जिसमें वे अपने महत्वपूर्ण कागजात और व्यक्तिगत सामान रखते थे। इस आलमीरा को घर के पीछे छोटे से तालाब में फेंका गया था। इसमें कुछ कागजात मिले हैं, जो गीले हो गए थे। इसकी जांच की जा रही है। इसके अलावा आसपास के लोगों से भी कुछ महत्वपूर्ण सूचनाएं मिली हैं। ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया है। टीम अपना काम कर रही है। तमाम थानाध्यक्ष और एसडीपीओ को उसमें शामिल किया गया है। सबको अलग-अलग बिंदुओं पर काम बांटा गया है। जिलाधिकारी राजीव रोशन ने कहा कि तमाम वरीय अधिकारी कैंप कर रहे हैं। दोषी बख्शे नहीं जाएंगे।पुराने मकान से करीब 15 मीटर की दूरी पर है दूसरा घर: मुकेश सहनी का पैतृक घर बिरौल नगर पंचायत के वार्ड सात के खेवा में है। जबकि, घटनास्थल घनश्यामपुर थाना क्षेत्र के जिरात में है। यहां मुकेश सहनी का नया दो मंजिला मकान करीब पांच साल से निर्माणाधीन है। इसकी दूरी पुराने मकान से करीब 15 मीटर है। दोनों के बीच में रोड का फासला है। घटनास्थल से करीब पांच मीटर दूर घर के पीछे एक तालाब है। इसके आसपास एक से डेढ़ फीट पानी में घास उगी है। पीछे के दरवाजा के एक हिस्से में लोहे की जाली लगी है। शेष भाग में लकड़ी की चौखट लगी है, लेकिन दरवाजे की जगह बांस का फाटक लगा है। फाटक को रस्सी से फंसाकर बांधा जाता है। इसे खोलकर कोई आदमी आसानी से आ-जा सकता है। मुंबई में रहता है जीतन सहनी का परिवार: जीतन सहनी के दो पुत्र व एक पुत्री हैं। मुकेश सहनी और बहन शादीशुदा हैं। छोटा पुत्र संतोष सहनी अविवाहित हैं। सभी मुंबई में ही रहकर फिल्म सिटी में सेट निर्माण के कारोबार से जुड़े हैं। इधर, घटनास्थल पर ग्रामीणों में चर्चा रही कि जीतन सहनी सूद पर रुपये लेन-देन का भी काम करते थे। हालांकि, पुलिस इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर रही है।

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