16 वीं वार्षिक सभा में बिहारी कल्याण मंच की नई कार्यकारिणी को मिला अनुमोदन

अध्यक्ष अधिवक्ता अत्रि शर्मा तो उपाध्यक्ष बने कर्मवीर सिंह ओझा


अशोक झा, सिलीगुड़ी : बिहारी कल्याण मंच के 16 वीं वार्षिक सभा में वर्ष 2024-26 के लिए निर्विरोध चुनी गई नई कार्यकारिणी को रविवार को सर्व सम्मति से अनुमोदित किया गया। सेवक रोड स्थित एक निजी होटल में “एक बिहारी सब पे भारी” के तर्ज पर कार्यकारिणी की घोषणा की गई। जिनके कंधे पर संगठन की जिम्मेदारी दी गई है उसमे अध्यक्ष अधिवक्ता अत्रि शर्मा, उपाध्यक्ष कर्मवीर सिंह ओझा, महासचिव शिक्षक विपिन कुमार गुप्ता, सह सचिव राजेश राय, कोषाध्यक्ष विनोद कुमार जायसवाल, कार्यकारिणी सदस्य छोटू प्रसाद गुप्ता, नरेंद्र श्रीवास्तव, संजय कुमार गुप्ता (पीसीओ), रमेश चंद्र गुप्ता, मनोज कुमार तिवारी, ब्रजेश कुमार सिंह, राजेश प्रसाद (साहाबाड़ी), सुरेंद्र शर्मा, देव रंजन सिंह तथा बैजू राय को स्थान दिया गया है। नई कमेटी की घोषणा के पूर्व पुरानी कार्यकारिणी ने दो वर्षों के कामकाज के साथ आय व्यय की विस्तृत जानकारी दी। बताया गया की कैसे सामाजिक कार्य के साथ सामाजिक उत्थान के लिए संगठन ने काम किया। सभी उपस्थित सदस्यों में कमेटी के कार्य के लिए उनको बधाई दी और नई कार्यकारिणी का हौसला बुलंद किया। उसके बाद जैसे ही नई कार्यकारिणी की घोषणा किया गया पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंजने लगा। यह वह कमेटी है जिसमे चुने गए पदाधिकारी अपने -अपने क्षेत्र में विशेष स्थान रखने वाले और विशेषज्ञ बताए जाते है। ये सभी अपने पहचान के मोहताज नहीं है। किसी से भी समाज के काम के लिए आंख से आंख मिलाकर बात कर सकते है। पदाधिकारियों की ओर से कहा गया की बिहारी कल्याण मंच के सभी सदस्यों की जन्मभूमि कही भी हो परंतु कर्मभूमि अब बंगाल ही है। सभी को इस मिट्टी से ना सिर्फ लगाव ही है बल्कि बंगाल की अर्थ व्यवस्था में अहम रोल अदा करते आए है। उदाहरण के तर्ज पर ये सभी व्यापार, शिक्षा, स्कूल, स्वास्थ के साथ नगदी खेती के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहे है। कार्यकारिणी के पदाधिकारियों ने कहा की संगठन ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। सामाजिक सुरक्षा के साथ समाज और सरकार के बीच एक कड़ी के रूप से संगठन काम करेंगी। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि कारोबार, सामाजिक प्रकल्प के बीच कोई गतिरोध उत्पन्न ना हो इसका विशेष ध्यान दिया जाएगा। बिहार में पटना के बाद बंगाल में सिलीगुड़ी का महापर्व छठ, दुर्गापूजा, विश्वकर्मा पूजा अलग अंदाज में मनाया जाता है। इसकी व्यवस्था में कोई कमी ना हो यह कार्यकारिणी इसका विशेष ध्यान देगी। समाज के बच्चे ज्यादा से ज्यादा उच्च शिक्षा से जुड़े इसका प्रयास पहले से ज्यादा किया जाएगा। हिंदी भाषी स्कूल कॉलेजों की कमी को भी दूर करने के लिए सरकार और शिक्षा मंत्रालय पर दवाब डाला जाएगा। नई कार्यकारिणी से संगठन के सदस्य इतने खुश थे की सभी ने कहा ऑल इज वेल।

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